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Scientific Method To Lower Heart Rate: अचानक से किसी वजह से हार्ट बीट बढ़ जाए तो घबराने की वजह इन उपायों को अपनाने की जरूरत है। जिससे बढ़ी हुई हार्ट बीट को नॉर्मल किया जा सके और हार्ट अटैक से बचा जा सके।

दिल की सेहत को सही रखना बेहद जरूरी है। जरा सी लापवाही दिल को हमेशा के लिए थाम सकती है। कई बार किसी बुरी सिचुएशन में हम घबरा जाते हैं और नतीजा की दिल की धड़कन तेज हो जाती है। या हार्ट ठीक से काम नहीं कर पा रहा तो भी हार्टबीट तेज हो जाती है। ये स्थिति खतरनाक होती है और ऐसे में हार्ट अटैक या हार्ट फेल होने के चांस रहते हैं। हार्ट को हेल्दी रखना चाहते हैं तो हार्ट बीट का भी ध्यान रखना जरूरी है। अगर हार्ट बीट अचानक से तेज हो जाए तो उसे फौरन कंट्रोल में करने के लिए इन उपाय को जरूर याद रखें। साथ ही जान लें कि हेल्दी हार्ट के लिए कितनी हार्टबीट होनी चाहिए।

कितनी होनी चाहिए दिल की धड़कन

उम्र के हिसाब से हर इंसान की दिल की धड़कन अलग-अलग होती है। जैसे कि 10 साल से ऊपर के किसी भी इंसान जो 60 के करीब पहुंच गया है या उससे ज्यादा उम्र का है तो उसकी हार्टबीट 60 से 100 बीट प्रति मिनट होनी चाहिए। वहीं छोटे बच्चों की हार्ट बीट ज्यादा होती है। जैसे 1 से 2 साल के बच्चे की 80-130 बीट प्रति मिनट होती है। वहीं 5-6 साल के बच्चे की हार्टबीट 75-115 बीट प्रति मिनट होती है।

दिल की धड़कन तेज होने के क्या कारण हैं

दिल की धड़कन तेज होने का कारण हमेशा हार्ट के मरीज होना नहीं हो सकता। कई बार कुछ दूसरे कारण से भी हार्ट बीट बढ़ जाती है। जैसे-

-एक्सरसाइज या दूसरे फिजिकल वर्क की वजह से

-ज्यादा टेंशन होने पर हार्ट बीट तेज हो जाती है।

-कुछ बीमारियां जैसे थायराइड, एनीमिया, फीवर, ब्लड प्रेशर में भी बढ़ जाती है।

-ज्यादा एल्कोहल, स्मोकिंग, कैफीन पी लिया है तो भी हार्टबीट बढ़ जाती है।

सोते समय हार्ट बीट तेज होना खतरनाक है

रात को सोते वक्त अगर हार्ट बीट तेज हो रही है तो ये खतरे का संकेत होता है। इसका कारण हार्ट डिसीज हो सकती है। गलत खानपान, गलत लाइफस्टाइल की वह से भी हार्ट बीट बढ़ जाती है।

बढ़ी हार्टबीट को कम करने के उपाय

पानी पिएं

शरीर को हाइड्रेटेड रखना बेहद जरूरी है। कई बार पानी की कमी हार्ट के काम को मुश्किल बना देती है। जिससे हार्ट रेट बढ़ जाती है। पानी पीने से हार्ट पर पड़ रहा स्ट्रेस कम होगा और हार्ट बीट को नॉर्मल होने में मदद मिलेगी।

ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें

हार्ट बीट बढ़ने पर डीप ब्रीदिंग ट्राई करें। डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज हार्टबीट को थोड़ी ही देर में नॉर्मल करने में मदद करती है। रिसर्च में पाया गया है कि ब्रीदिंग एक्सरसाइज की मदद से ब्लड प्रेशर को कम कर हार्ट रेट को घटाने में मदद मिलता है। बेली ब्रीदिंग टेक्निक जिसमे डायफ्राम की मदद से सांस ली जाती है और छोड़ी जाती है। इस ब्रीदिंग टेक्निक से रिलैक्स मिलता है और हार्ट रेट को कम करने में मदद मिलती है।

स्ट्रेस से रहें दूर

अगर आपको स्ट्रेस की प्रॉब्लम है तो कभी भी हार्ट बीट बढ़ सकती है। इसलिए स्ट्रेस से दूर रहें। क्रॉनिक स्ट्रेस की वह से हाई बीपी और हार्ट प्रॉब्लम्स हो सकती है। इसलिए रोजाना एक्सरसाइज कर, फैमिली और फ्रेंड्स के साथ टाइम स्पेंड कर और कई सोशल कनेक्शन बनाकर अपने स्ट्रेस को दूर रखें।

7-9 घंटे की नींद है जरूरी

हेल्दी हार्ट और हार्ट रेट चाहिए तो रोजाना कम से कम 7-9 घंटे की नींद जरूर पूरी करें। इससे कम नींद स्ट्रेस बढ़ाने के साथ ही हार्ट बीट को भी बढ़ा देती है।

गर्मियों में खुद को ठंडा रखें

गर्मियों के मौसम में बॉडी का टेंपरेचर बढ़ जाता है। बॉडी को कूल करने के लिए ब्लड स्किन में सप्लाई पर फोकस करने लगता है। जिससे हार्ट को ज्यादा वर्क करना पड़ता है और ज्यादा ब्लड पंप करना पड़ता है। जिससे हार्ट रेट बढ़ जाता है। हार्ट रेट को कंट्रोल करने के लिए खुद को कूल रखने की कोशि करें। हाइड्रेटेड रहने के अलावा कैफीन, एल्कोहल से दूर रहें। ऐसे फूड्स खाएं जो बॉडी को ठंडक दें और हार्ट बीट ना बढ़ें।

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