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दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे बचने के लिए डायट में बदलाव के साथ कुछ बातों पर गौर करना जरूरी है। यहां देखिए आप कैसे दिल से जुड़ी बीमारियों से बच सकते हैं।

बीते सालों में दिल से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कम उम्र में लोग हार्ट से जुड़ी समस्याओं का शिकार हो रहे हैं। ये दिक्कत तब होती है जब दिल को ब्लड सप्लाई करने वाली धमनियों में प्लाक भर जाता है, जिसकी वजह से वह सख्त और संकरी हो जाती है। ऐसे में दिल को पर्याप्त ब्लड सप्लाई नहीं होता और दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। अगर धमनियों की ये ब्लॉकेज बढ़ती जाती है तो अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको हेल्दी डायट के बारे में बता रहे हैं जिससे दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है।

1) खाने की मात्रा नियंत्रित करें

आप कितना खाते हैं यह उतना ही जरूरी है जितना कि आप क्या खाते हैं। प्लेट में बहुत ज्यादा खाना, बार-बार खाना और जब तक पेट न भर जाए, तब तक खाना खाने से आप जरूरत से ज्यादा कैलोरी खा सकते हैं। इसलिए अपने खाने को नियंत्रित करें, इसके लिए एक छोटी प्लेट या कटोरी का इस्तेमाल करें। फल और सब्जियों जैसे कम कैलोरी वाले खाने, पोषक तत्वों से भरपूर खाना ज्यादा खाएं। ज्यादा कैलोरी, सोडियम वाले खाने की चीजों को कम मात्रा में खाएं।

2) ज्यादा सब्जियां और फल खाएं

सब्जियां और फल विटामिन-मिनरल्स के अच्छे स्रोत हैं। इनमें कैलोरी भी कम होती है और फाइबर भरपूर होता है। ज्यादा फल और सब्जियां खाने से आपको ज्यादा कैलोरी वाला खाना कम खाने में भी मदद मिल सकती है।

3) साबुत अनाज चुनें

साबुत अनाज फाइबर और दूसरे पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत होता है जो हार्ट हेल्थ और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मददगार होती है। रोजाना खाए जाने वाले अनाज में से कम से कम आधा साबुत अनाज होना चाहिए।

4) अनहेल्दी फैट को सीमित करें

संतृप्त और ट्रांस फैट की मात्रा को सीमित करें। यह आपके ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने और कोरोनरी धमनी रोग नामक एक कॉमन हार्ट प्रॉब्लम के खतरे को कम करने में मदद करता है। आप जैतून का तेल, कैनोला तेल, अखरोट के तेल,मेवे और बीज और एवोकाडो जैसे फैट को रूटीन में चुन सकते हैं।

5) कम फैट वाले प्रोटीन स्रोत चुनें

तले हुए चिकन पैटीज के बजाय कम फैट वाले ऑप्शन चुनें, जैसे कि स्किनलेस चिकन ब्रेस्ट और फुल फैट दूध के बजाय स्किम्ड दूध चुनें। फलियां, बीन्स, मटर और दाल भी प्रोटीन के अच्छे कम फैट वाले स्रोत हैं। उनमें कोई कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है। एनिमल प्रोटीन के बजाय प्लांट प्रोटीन खाने से आपके फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम हो जाती है। यह आपको मिलने वाले फाइबर की मात्रा को भी बढ़ाता है।

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डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी सवाल के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।

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