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25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाता है। इस खास दिन का सेलिब्रेशन 24 दिसंबर से शुरू हो जाता है। क्रिसमस खुशियों का त्योहार है और इस खास दिन पर लोग एक दूसरे को तोहफा देकर खुश करते हैं। ये साल का आखिरी त्योहार है और इस त्योहार का इंतजार हर किसी को रहता है। दुनियाभर में इसे अलग-अलग तरह से सेलिब्रेट किया जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि दुनियाभर में क्रिसमस को लेकर अलग-अलग मान्यताएं, जिन्हें जानकर आप हैरान हो जाएंगे।

1) नॉर्वे में लोग क्रिसमस पर अपने घर के झाड़ू और पोंछे को छुपा देते हैं। इसे लेकर मान्यता है कि कोई बुरी आत्मा झाड़ू के द्वारा पृथ्वी पर न आ सके। ऐसा मानना है कि क्रिसमस वाले दिन बुरी आत्माएं धरती पर लौट आती हैं और अगर झाड़ू को छुपा दिया जाए तो वह नहीं आतीं।

2) फिनलैंड के कुछ परिवारों में ऐसी परंपरा है कि लोग सुबह होते ही चावल और दूध से बने दलिया को खाते हैं। इसे दालचीनी, दूध या मक्खन के साथ खाया जाता हैं। इस पुडिंग के अंदर बादाम भी छुपाया जाता है और जो पहले बादाम को ढूंढ़ लेता है वो जीत जाता है।

3) कनाडा में क्रिसमस सेलिब्रेशन काफी खास होता है। कहते हैं कि सांता क्लॉज का घर कनाडा में है और यहां पोस्ट के जरिए सांता को चिट्ठियां भेजी जाती हैं।

4) यूक्रेन में क्रिसमस ट्री को मकड़ी के जाले से सजाया जाता है। दरअसल, ये कहानी एक गरीब महिला की है जो अपने पेड़ को सजाने के लिए डेकोरेशन आइटम नहीं खरीद सकती थी। अगली सुबह वह उठी और उसका पेड़ मकड़ी के जालों से ढका हुआ था जो सूरज की रोशनी में बिल्कुल चमकदार और सुंदर लग रहा था। पोलैंड या जर्मनी जैसी जगहों में क्रिसमस ट्री में मकड़ी या मकड़ी का जाला होता हैं तो इसे सौभाग्य मानते हैं।

5) कई देशों में क्रिसमस ट्री के बीच में अचार के आकार को कहीं छिपाया जाता है और जो व्यक्ति इसे ढूंढता है, उसे एक गिफ्ट मिलता है। माना जाता है कि ऐसा करने वाले को ढेर सारा सौभाग्य भी मिलता है।

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