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43 मिनट पहले
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों पर चरमपंथी हमला हुआ. इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई है और कई लोग घायल हुए हैं.
पिछले कई वर्षों में जम्मू-कश्मीर में आम नागरिकों को निशाना बनाते हुए किया गया ये सबसे बड़ा चरमपंथी हमला है.
हमले के विरोध में बुधवार को कश्मीर घाटी के कई हिस्सों में स्कूल, कॉलेज और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर में पुलिस कंट्रोल रूम पहुँचे और पहलगाम हमले में मारे गए आम लोगों को श्रद्धांजलि दी. बाद में उन्होंने पहलगाम के नजदीक बैसरान का दौरा भी किया, जहाँ चरमपंथियों ने घटना को अंजाम दिया था.
चरमपंथी हमले की इस घटना के बाद बीते 24 घंटों में क्या-क्या हुआ, एक नज़र.
पर्यटकों को लेकर सीएम उमर अब्दुल्लाह ने क्या कहा?

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जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने पहलगाम हमले के बाद पर्यटकों के कश्मीर घाटी छोड़कर जाने पर दुख व्यक्त किया है.
उन्होंने लिखा, “पहलगाम में कल हुए दुखद आतंकी हमले के बाद हमारे मेहमानों का घाटी से जाना दिल तोड़ने वाला है, लेकिन साथ ही हम यह भी पूरी तरह समझते हैं कि लोग क्यों घाटी छोड़ना चाहते हैं.”
“हालांकि डीजीसीए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय अतिरिक्त उड़ानों की व्यवस्था करने में जुटे हुए हैं.”
उमर अब्दुल्लाह ने श्रीनगर से जम्मू के बीच यातायात को सुविधाजनक बनाए जाने के निर्देश दिए हैं जिससे पर्यटक वाहनों को घाटी छोड़ने में आसानी हो.
सीएम उमर अब्दुल्लाह ने बताया कि इस समय पूरी तरह से घाटी में गाड़ियों की आवाजाही की अनुमति नहीं हैं. वहीं, भारतीय उड्डयन मंत्रालय ने पर्यटकों के घाटी से अपने घर वापस जाने की मांग पर एडवाइजरी जारी की है.
जिसमें मंत्रालय ने बताया है पर्यटकों के अचानक अपने घर लौटने की बढ़ती मांग को देखते हुए एयरलाइंस से कहा गया है कि तुरंत अतिरिक्त उड़ानों की व्यवस्था की जाए.
मंत्रालय ने एयरलाइंस को टिकट रद्द करने या दोबारा बुक करने पर कोई पेनल्टी नहीं लगाने के निर्देश भी दिए हैं.
अमित शाह ने दी श्रद्धांजलि

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रीनगर में श्रद्धांजलि दी. साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों से भी मुलाकात की.
साथ ही, बुधवार को अमित शाह बैसरान इलाके में भी पहुंचे, जो पहलगाम से करीब पांच किलोमीटर दूर है और जहां चरमपंथी हमला हुआ था.
वहीं, कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल भी मृतकों को श्रद्धांजलि देने श्रीनगर पहुंचे. यहां उन्होंने पहलगाम हमले पर पत्रकारों से बातचीत की.
उन्होंने कहा, “हम यहां मृतकों को श्रंद्धाजलि देने आए हैं. यह घटना बहुत दुखद और निंदनीय है. पूरे देश के लोग पीड़ित परिवारों के साथ हैं. हम सभी अपने देशवासियों के साथ मजबूती से खड़े हैं.”
पाकिस्तान ने दी ये प्रतिक्रिया

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पाकिस्तान की सरकार ने चरमपंथी हमले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा, “भारत के अवैध तौर से अधिकृत जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में हुए हमले में पर्यटकों की मौत से हमें बहुत दुख है. हम मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं.”
इसके अलावा पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने पहलगाम हमले पर पाकिस्तान के एक न्यूज़ चैनल से बात की थी.
उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान का इस हमले से कोई ताल्लुक नहीं है. उन्होंने इसे भारत का अंदरूनी मसला बताया.
बारामूला में मुठभेड़

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इस बीच, बारामूला ज़िले में मुठभेड़ की ख़बर सामने आई है.
सेना ने बुधवार को बताया कि जम्मू-कश्मीर के बारामूला ज़िले में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ की कोशिश के दौरान हुई कार्रवाई में दो चरमपंथी मारे गए हैं.
भारतीय सेना की चिनार कोर ने अपने एक्स अकाउंट से इस मुठभेड़ की जानकारी दी थी.
उन्होंने लिखा, “सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए. सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी है. इस ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से काफी मात्रा में हथियार, गोलियां और दूसरी चीजें बरामद हुई हैं.”
जम्मू-कश्मीर बंद

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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए चरमपंथी हमले के बाद चैंबर एंड बार एसोसिएशन जम्मू ने कश्मीर बंद का एलान किया है. उनके इस एलान का जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने समर्थन किया है.
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस ने कश्मीर बंद के समर्थन की जानकारी अपने एक्स अकाउंट पर साझा की है.
पार्टी ने अपने पोस्ट में लिखा, “पार्टी अध्यक्ष के निर्देश पर, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कश्मीर बंद की सामूहिक अपील में शामिल हो गया है. हम जम्मू-कश्मीर के लोगों से अपील करते हैं कि धार्मिक और सामाजिक नेताओं की ओर से बुलाई गई हड़ताल को पूरी तरह से सफल बनाएं.”
वहीं पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने लिखा, “चैंबर एंड बार एसोसिएशन जम्मू ने पर्यटकों पर हुए भयावह चरमपंथी हमले के विरोध में पूरी तरह से बंद का आह्वान किया है. मैं सभी कश्मीरियों से अपील करती हूं कि वे पहलगाम में हुए क्रूर हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के सम्मान में इस बंद का समर्थन करने के लिए एकजुट हों.”
“यह हमला कुछ ख़ास लोगों पर नहीं, बल्कि हम सभी पर हुआ है. हम ग़म और आक्रोश में एकजुट हैं और निर्दोषों की हत्या की कड़ी निंदा करने के लिए इस बंद का पूरी तरह समर्थन करते हैं.”
जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों से हमले के ख़िलाफ़ प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियो भी सामने आ रहे हैं. पहलगाम में भी कुछ लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर हमले के ख़िलाफ़ अपना ग़ुस्सा ज़ाहिर किया है.
दिल्ली लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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प्रधानमंत्री मोदी अपने सऊदी अरब के दौरे को बीच में रोक कर भारत लौट आए हैं.
पीएम मोदी मंगलवार को सऊदी अरब के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना हुए थे.
उन्होंने पहलगाम हमले को ‘आतंकवादी हमला’ बताया है और कहा कि ‘हमले के ज़िम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा.’
दिल्ली पहुंचते ही उन्होंने हालात की जानकारी के लिए एक इमरजेंसी बैठक भी की.
राहुल गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह से की बात

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राहुल गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह से बात की. राहुल गांधी ने इसकी जानकारी अपने एक्स अकाउंट पर दी.
उन्होंने लिखा, “मैंने गृहमंत्री अमित शाह, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह और जम्मू-कश्मीर पीसीसी अध्यक्ष तारिक़ हमीद कर्रा से पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बारे में बात की. इस हमले की पूरी जानकारी ली.”
“पीड़ितों के परिवारों को न्याय मिलना चाहिए और हम उन्हें पूरा समर्थन देंगे.”
घाटी से लेकर दिल्ली तक कड़े सुरक्षा बंदोबस्त

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समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए चरमपंथी हमले के बाद दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था सख़्त कर दी गई है.
अधिकारियों ने बताया कि यह क़दम एहतियात के तौर पर उठाया गया है.
दिल्ली पुलिस ने हमले के बाद पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी है.
ख़ासतौर पर पर्यटक स्थलों और शहर की सीमाओं पर कड़ी जांच और निगरानी की जा रही है ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधि तुरंत पकड़ी जा सके.
उधर, घाटी में सुरक्षाकर्मी जगह-जगह वाहनों की तलाशी ले रहे हैं और सड़कों पर व्यापक बैरिकेडिंग की गई है.
लोग रद्द कर रहे है अपनी कश्मीर यात्रा

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चेरिलैन मोलान, बीबीसी न्यूज़
कश्मीर में पर्यटन पर निर्भर रहने वाले ट्रैवल एजेंट, गाइड और दूसरे लोग इस बात को लेकर परेशान हैं कि पहलगाम हमले के बाद उनका काम बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है.
सिद्धार्थ बाकरिया, जो “गो जम्मू एंड कश्मीर” नाम की ट्रैवल एजेंसी चलाते हैं. उन्होंने बताया कि बहुत से लोग अपनी कश्मीर की ट्रिप रद्द कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, “अब तक हमें करीब 270 कैंसिलेशन रिक्वेस्ट मिल चुकी हैं.”
सिद्धार्थ बाकरिया ने बताया कि इससे उन्हें करीब 4 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है.
उन्होंने यह भी बताया कि कुछ लोग बुकिंग रद्द करते वक्त “उन जैसे लोगों” (कश्मीरियों) पर गुस्सा जाहिर रहे हैं. मानो हमले के लिए उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा हो. हालांकि स्थानीय लोगों ने इस हमले की सख्त निंदा की है और मंगलवार शाम से ही कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं.
पहलगाम के तीन होटलों में बुकिंग संभालने वाली एक महिला ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि उन्हें भी पहली बार इतनी ज़्यादा बुकिंग रद्द करने के मैसेज आ रहे हैं.
उन्होंने कहा, “लोग डरे हुए हैं, अब वे कश्मीर आना नहीं चाहते.”
पहलगाम में टैक्सी चलाने वाले उम्मर शफी वानी ने बताया कि हमले के बाद से पर्यटक बड़ी संख्या में घाटी छोड़कर जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हमले के बाद से अब तक करीब 700 स्थानीय टैक्सियां पर्यटकों को उनके घरों और एयरपोर्ट तक छोड़ चुकी हैं.
वानी ने कहा, “इस हमले ने हमारे पूरे कारोबार को बर्बाद कर दिया है. हम अपनी रोज़ी-रोटी के लिए पर्यटन पर निर्भर हैं और ड्राइवरों में इस बात का डर है कि इस घटना के बाद हमारा काम पहले जैसा नहीं हो पाएगा.”
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.
SOURCE : BBC NEWS