Source :- LIVE HINDUSTAN
Gaza war update: इजरायली ने गाजा को पूरी तरह से कब्जा करने का नया प्लान बनाया है। अधिकारियों के मुताबिक मंत्रियों ने मतदान के माध्यम से इस प्लान को मंजूरी दे दी है और सेना ने गाजा में जारी ऑपरेशन को तेज करने के लिए रिजर्व सैनिकों को बी ड्यूटी पर बुला लिया है।
हमास द्वारा बंधकों को रिहा न किए जाने से गुस्साए इजरायल ने पूरे गाजा पर कब्जा करने की योजना को मंजूरी दे दी है। इजरायली अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा पट्टी के पूरे हिस्से पर कब्जा करने और अनिश्चित समय तक वहां बने रहने की योजना को मंजूरी दे दी है। सोमवार सुबह हुई एक बैठक में मंत्रियों ने इस योजना को मंजूरी दे दी है। इस खबर के आने के कुछ ही समय पहले इजरायली सैन्य प्रमुख ने गाजा में चल रहे ऑपरेशन को और तेज करने के लिए सेना के हजारों रिजर्व सैनिकों को बुलाने का आदेश जारी किया था।
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य हमास को बंधकों को छोड़ने के लिए मजबूर करना और इसके साथ ही युद्ध के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करना है। उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य हजारों फिलिस्तीनियों को दक्षिणी गाजा में धकेलना होगा, जो वहां पर पहले से ही चल रहे मानवीय संकट को और भी ज्यादा बढ़ा देगा।
जनवरी के पहले हफ्ते से लेकर मार्च के मध्य तक चले सीजफायर में दोनों तरफ से कई लोगों को रिहा कर दिया गया था। हालांकि दो सीजफायर के दो महीने होते-होते दोनों पक्षों के बीच में माहौल बिगड़ गया और इजरायल ने एक बार फिर से हमला कर दिया। इस हमले में सैंकड़ों लोग मारे गए। इजरायली सेना ने एक बार फिर गाजा पट्टी के एक बड़े क्षेत्र पर कब्जा कर लिया।
युद्ध विराम के बाद इजरायल ने कुछ समय के लिए गाजा में भेजी जाने वाली मानवीय सहायता को जारी रखा लेकिन युद्ध शुरू होने के बाद इसे बंद कर दिया गया, जिससे वहां पर पिछले 19 महीने का सबसे खराब मानवीय संकट पैदा होगा। इससे क्षेत्र में भुखमरी और लूटपाट की घटनाएं व्यापक स्तर पर बढ़ गईं।
हमास द्वारा बंधकों को रिहा न किए जाने से गुस्साए इजरायल ने पूरे गाजा पर कब्जा करने की योजना को मंजूरी दे दी है। इजरायली अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा पट्टी के पूरे हिस्से पर कब्जा करने और अनिश्चित समय तक वहां बने रहने की योजना को मंजूरी दे दी है। सोमवार सुबह हुई एक बैठक में मंत्रियों ने इस योजना को मंजूरी दे दी है। इस खबर के आने के कुछ ही समय पहले इजरायली सैन्य प्रमुख ने गाजा में चल रहे ऑपरेशन को और तेज करने के लिए सेना के हजारों रिजर्व सैनिकों को बुलाने का आदेश जारी किया था।
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य हमास को बंधकों को छोड़ने के लिए मजबूर करना और इसके साथ ही युद्ध के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करना है। उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य हजारों फिलिस्तीनियों को दक्षिणी गाजा में धकेलना होगा, जो वहां पर पहले से ही चल रहे मानवीय संकट को और भी ज्यादा बढ़ा देगा।
जनवरी के पहले हफ्ते से लेकर मार्च के मध्य तक चले सीजफायर में दोनों तरफ से कई लोगों को रिहा कर दिया गया था। हालांकि दो सीजफायर के दो महीने होते-होते दोनों पक्षों के बीच में माहौल बिगड़ गया और इजरायल ने एक बार फिर से हमला कर दिया। इस हमले में सैंकड़ों लोग मारे गए। इजरायली सेना ने एक बार फिर गाजा पट्टी के एक बड़े क्षेत्र पर कब्जा कर लिया।
युद्ध विराम के बाद इजरायल ने कुछ समय के लिए गाजा में भेजी जाने वाली मानवीय सहायता को जारी रखा लेकिन युद्ध शुरू होने के बाद इसे बंद कर दिया गया, जिससे वहां पर पिछले 19 महीने का सबसे खराब मानवीय संकट पैदा होगा। इससे क्षेत्र में भुखमरी और लूटपाट की घटनाएं व्यापक स्तर पर बढ़ गईं।|#+|
इजरायली अधिकारियों के मुताबिक नेतन्याहू प्रशासन हमास पर दवाब बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, “इस योजना का उद्देश्य गाजा पट्टी के क्षेत्रों पर कब्जा करना है। इसके साथ ही हमास ग्रुप को दुनियाभर से भेजी जाने वाली मानवीय सहायता को भी रोकने की कोशिश की जाएगी। क्योंकि इजरायल का मानना है कि इसी के जरिए गाजा में हमास का शासन मजबूत होता है।”
अधिकारियों ने बताया कि इस हमले का मुख्य उद्देश्य हमास के ठिकानों पर शक्तिशाली हमले करके उन्हें जमीन में मिला देना शामिल है। इसके साथ ही इजरायल इस मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संपर्क में भी है और उनके प्लान के हिसाब से ही काम कर रही है।
आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में शांति स्थापित करने के लिए एक अजीबोगरीब प्लान पेश किया था। इस प्लान के तहत गाजा पट्टी से सभी फिलिस्तीनियों को निकाल कर दूसरे देशों में बसाना शामिल था। हालांकि यूरोप और अरब दुनिया ने इसकी आलोचना की थी।
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