Source :- LIVE HINDUSTAN
ऑस्ट्रेलिया से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर के ऊपर आरोप है कि उसने अपनी सोशल मीडिया रीच को बढ़ाने और ऑनलाइन चंदा प्राप्त करने के लिए जानबूझकर अपनी एक साल की मासूम बच्ची को जहर दे दिया था और अन्य तरीकों से प्रताड़ित भी किया था। इतना ही नहीं महिला ने बच्ची की बिगड़ती तबीयत का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। उसने लोगों से अपील की कि बच्ची को लाइलाज बीमारी है, इसकी मदद करें।
महिला जब बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंची तो डॉक्टर भी उसकी हालत को देखकर सन्न रह गए। रिपोर्ट्स देखने के बाद उन्हें कुछ असामान्य दिखा, जिस पर उन्होंने पुलिस को इस बारे में सूचित किया। स्थानीय पुलिस ने महिला के खिलाफ धोखाधड़ी, बाल अपराध, यातना और बाल शोषण सामग्री बनाने संबंधी केस दर्ज किए हैं।
क्या है पूरा मामला?
सोशल मीडिया पर वायरल इस मामले को लेकर क्वींसलैंड पुलिस ने अपना बयान जारी किया है। पुलिस के अनुसार, पिछले साल अगस्त के महीने में 34 साल की महिला ने अपनी एक साल की बच्ची को कई सारी दवाईयां खिला दीं, जब बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी तो उसने उसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर डाल कर लोगों से मदद करने की अपील की।
उसके इस वीडियो और बच्ची की हालत को देखकर लोगों ने उसे करीब 60 हजार डॉलर दान भी दे दिए, बाद में महिला ने यह कहकर लोगों को भ्रमित किया कि उसकी बच्ची लाइलाज बीमारी से पीड़ित है। इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि महिला ने अपने घर में दूसरों के लिए रखी दवाईंयों को जानबूझकर बच्ची को खिला दिया, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। बाद में महिला ने सोशल मीडिया पर अपनी रीच को बढ़ाने के लिए वीडियो बनाकर पोस्ट कर दिया। इसके साथ ही उसने लोगों से फंड करने की भी अपील की।
पुलिस के मुताबिक इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक अस्पताल में के बच्ची के भर्ती होने की सूचना मिली। डॉक्टरों ने बताया कि जब बच्ची को भर्ती कराया गया ता तो हमें उसकी हालत नॉर्मल लगी थी लेकिन बाद में उसकी हालत और बिगड़ने लगी। उसकी जांच रिपोर्ट्स के सामने आने के बाद हॉस्पिटल स्टॉफ ने पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पुलिस ने महिला से पूछताछ की।
कथित तौर पर महिला ने अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए हरसंभव प्रयास किया। उसने घर में रखी पुरानी दवाईयों का इस्तेमाल किया और कुछ नई दवाईयां भी बिना किसी पर्ची के खरीदीं। वह बच्ची को एक लाइलाज बीमारी के चलते हॉस्पिटल में लाई थी लेकिन उसकी जांच में और उसकी हालत में ऐसे कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे थे।
महिला से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को कोर्ट के सामने उसकी पेशी होगी। अधिकारियों के मुताबिक जिन भी लोगों ने उसे दान दिया था उनको रिफंड करने की कोशिश की जा रही है। वहीं बच्ची की हालात में अब सुधार है।
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