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2 घंटे पहले

सना

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पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के आदेश दिए हैं.

इस आदेश के बाद पाकिस्तान से वीज़ा पर भारत आए नागरिकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.

उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले के सरधना कस्बे की रहने वाली सना भी इस फैसले से प्रभावित हुई हैं.

सना ने पाकिस्तान वापस जाने की कोशिश की थी, लेकिन वाघा बॉर्डर पर उन्हें पाकिस्तानी अधिकारियों ने रोक दिया.

दरअसल, सना के पास भारत का पासपोर्ट है, जबकि उनके दोनों बच्चों के पास पाकिस्तान के पासपोर्ट हैं.

कराची के निवासी से हुई है शादी

भारत सरकार के उठाए गए कदम

परिवार के मुताबिक़, सरधना के घोसियान मोहल्ले के रहने वाले पीरूद्दीन की बेटी सना की शादी 2020 में पाकिस्तान के कराची में रहने वाले डॉ. ताहिर से हुई थी. सना का तीन साल का बेटा और एक साल की बेटी है.

इस बार सना 40 दिन के वीज़ा पर अपने दोनों बच्चों के साथ अपने मायके आई थीं. यहां परिवार में 26 अप्रैल को एक शादी का कार्यक्रम था.

इसी बीच 22 अप्रैल को पहलगाम में हमला हुआ, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए जारी किए गए सभी मौजूदा वीज़ा 27 अप्रैल 2025 से रद्द कर दिए.

सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वीज़ा की संशोधित अवधि ख़त्म होने से पहले भारत छोड़ने का निर्देश दिया.

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बॉर्डर पर रोकी गईं सना

सना के भाई सूफ़ियान

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सना ने आदेश के बाद अपने बच्चों के साथ पाकिस्तान लौटने का फैसला किया. 25 अप्रैल को वह अटारी बॉर्डर पहुंचीं. लेकिन पाकिस्तान में नागरिकता न होने के कारण उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं मिली.

पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि सना के पास पाकिस्तान की नागरिकता नहीं है, इसलिए वह नहीं आ सकतीं. बच्चों को भेजने की इजाजत दी गई, लेकिन सना ने उन्हें अकेले भेजने से साफ़ इनकार कर दिया.

इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सना और उनके दोनों बच्चों को अमृतसर भेज दिया. फिलहाल, सना स्थानीय पुलिस को लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की निगरानी में हैं.

सना के भाई सूफ़ियान ने बताया कि उनकी बहन का निक़ाह उनकी बुआ के बेटे से हुआ था, जो कराची में रहते हैं. परिवार का कहना है कि बंटवारे के समय उनके फूफा पाकिस्तान चले गए थे और तभी से वहीं बस गए.

भाई ने बताया कि शादी के बाद सना अब तक केवल दो बार मायके आई हैं. इस बार उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वह अपने बच्चों के साथ पाकिस्तान लौटना चाहती हैं, लेकिन नागरिकता आड़े आ रही है. परिजन संबंधित अधिकारियों से मिलकर समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं.

सना के पिता पीरूद्दीन का कहना है, ‘”हमारी बच्ची यहां आकर फंस गई है. बॉर्डर पर तैनात अधिकारियों ने अपने उच्च अधिकारियों से बात की थी. उन्हें आश्वासन दिया गया है कि कुछ समाधान ज़रूर निकलेगा, फ़िलहाल वह वापस चले जाएं.”

अब सना ने भी उच्च अधिकारियों से पाकिस्तान भेजे जाने की गुहार लगाने की बात कही है. उनका कहना है कि अगर पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं मिली, तो वह अपने बच्चों के साथ भारत में ही रहेंगी.

पहलगाम हमले को लेकर सना दुखी हैं.

उनका कहना है, “इस तरह की शर्मनाक और कायराना हरकत करने वालों को माफ़ नहीं किया जाना चाहिए. चाहे वे किसी भी मजहब के हों, उन्हें सख़्त से सख़्त सजा मिलनी चाहिए. निर्दोष लोगों का खून बहाने वाले इंसान नहीं हो सकते हैं. ऐसा कृत्य करने वालों को जितनी भी सज़ा दी जाए, कम है.”

यूपी में पाकिस्तानी नागरिकों के बारे में सीएम के निर्देश

सीएम योगी योगी आदित्यनाथ

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केंद्र द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा रद्द किए जाने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की.

सीएम योगी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को तत्काल प्रदेश से बाहर करने के साथ उन्हे उनके देश रवाना किया जाए.

इसके साथ ही सीएम ने निर्देश दिये थे कि पाकिस्तानी नागरिक वापस अपने देश ही जाएं इसके लिए उनके साथ पुलिस दल को भेजा जाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह अपने वतन लौट गये हैं.

सीएम योगी के निर्देश के बाद प्रदेश के सभी 75 जिलों को अलर्ट करते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी 75 जिलों में पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की व्यवस्था की गई है.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित

SOURCE : BBC NEWS