Source :- LIVE HINDUSTAN
ट्रंप ने कहा कि इसका टैरिफ से लेना-देना नहीं है। इससे पहले, चीन औद्योगिक गतिविधि 2 साल के निचले स्तर पर आ गई थी। यूएस जीडीपी में गिरावट के बाद यूरोपीय बाजार भी नकारात्मक हो गए।

US stock market crash: अमेरिका के जीडीपी आंकड़ों ने निवेशकों की टेंशन बढ़ा दी है। पहली तिमाही के दौरान अमेरिका की इकोनॉमी में 0.3% की गिरावट आई। इस वजह से अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज में हाहाकार मच गया। वॉल स्ट्रीट पर स्टॉक एक्सचेंज के बेंचमार्क इंडेक्स यानी डाउ जॉन्स और एसएंडपी बुरी तरह पस्त नजर आए।
डाउ जॉन्स करीब 800 अंक टूटा तो एसएंडपी 500 की बात करें तो यह 100 अंक से ज्यादा गिर गया। इसी तरह, नैस्डैक भी करीब 500 अंक टूट गया। हालांकि, कुछ ही देर में ये सभी इंडेक्स रिकवर भी हुए लेकिन इंडेक्स लाल ही नजर आए। मतलब ये कि अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज के किसी भी इंडेक्स ने पॉजिटिव संकेत नहीं दिए।
अनुमान के उलट हैं आंकड़े
पहली तिमाही में जीडीपी आंकड़े अनुमान के उलट हैं। एक्सपर्ट ने अनुमान 0.4% बढ़ने का लगाया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जीडीपी में गिरावट के लिए पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन के प्रशासन को दोषी ठहराया। ट्रंप ने कहा कि इसका टैरिफ से लेना-देना नहीं है।
बाइडेन के ‘ओवरहैंग’ से निकलना होगा
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा- यह बाइडेन का स्टॉक मार्केट है, ट्रंप का नहीं। मैंने 20 जनवरी से पहले कार्यभार नहीं संभाला था। टैरिफ जल्द ही लागू होने लगेंगे और कंपनियाँ रिकॉर्ड संख्या में अमेरिका में आने लगेंगी। हमारा देश तेजी से बढ़ेगा, लेकिन हमें बाइडेन के ‘ओवरहैंग’ से छुटकारा पाना होगा। इसमें कुछ समय लगेगा, इसका टैरिफ से कोई लेना-देना नहीं है। केवल इतना है कि उन्होंने हमें खराब संख्याएं दी हैं लेकिन जब उछाल शुरू होगा, तो यह किसी और की तरह नहीं होगा। धैर्य रखें!!!”
तीन साल में पहली गिरावट
अमेरिकी अर्थव्यवस्था में जनवरी-मार्च 2025 के दौरान 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई। यह पिछले तीन वर्षों में पहली गिरावट है। इससे पहले अक्टूबर-दिसंबर 2024 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था 2.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। इस दौरान उपभोक्ता खर्च काफी तेजी से धीमा हुआ।
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