Source :- LIVE HINDUSTAN

Eye mucus tips: आंखों से लगातार वाटरी डिस्चार्ज हो रहा या इस कीचड़ की मात्रा और कलर नॉर्मल से अलग है तो इस तरह के लक्षणों को इग्नोर नहीं करना चाहिए। समय रहते डॉक्टर के पास जाकर आंखों का चेकअप जरूरी होता है।

आंखों से निकलने वाले डिस्चार्ज या कीचड़ को काफी सारे लोग नेचुरल प्रोसेस मानते है। लेकिन कई बार ये डिस्चार्ज कई बीमारियों का संकेत हो सकता है। जिसे शुरुआत में लोग इग्नोर कर देते हैं। अक्सर आंखों में ये डिस्चार्ज रातभर सोने के बाद दिखता है। जिसे आमतौर पर लोग कीचड़, सैंड भी कहते हैं। गहरी नींद लेने के बाद ये डिस्चार्ज दिखना नॉर्मल है लेकिन अगर ये डिस्चार्ज ज्यादा मात्रा में और बार-बार दिख रहा है। तो ये किसी ना किसी इंफेक्शन की ओर इशारा करता है।

आमतौर पर किस कलर का होता है आंखों का कीचड़

आमतौर पर आंखों से निकलने वाला कीचड़ हल्के क्रीम रंग का होता है। लेकिन जैसे ही इस आई डिस्चार्ज का रंग बदला हुआ दिखे तो इसे हल्के में ना लें।

इन रंगों के कीचड़ हो सकते हैं प्रॉब्लम

आंखों से निकलने वाले डिस्चार्ज की मात्रा और कलर से कई आई प्रॉब्लम का पता चलता है। जैसे कि-

पीला या हरा डिस्चार्ज

अगर आंखों से निकलने वाले कीचड़ का कलर हल्का पीला या हरे रंग का दिख रहा है तो ये किसी वायरल इंफेक्शन की ओर इशारा करता है। अक्सर कंजक्टिवाइटिस की वजह से ऐसा होता है। इसमे आंखें लाल हो जाती है।

आई डिस्चार्ज की मात्रा से भी पता चलती है समस्या

अगर आंखों से निकलने वाले डिस्चार्ज यानी कीचड़ की मात्रा को देखने से भी आई प्रॉब्लम का पता चलता है।

-ज्यादा कीचड़ निकलने के साथ ही आंखों के किनारों पर सूजन दिख रहा है तो ये ब्लेफेरिटिस के कारण होता है। इस समस्या में आखों में रेडनेस भी दिखती है।

-वाटरी डिस्चार्ज आमतौर पर आंखों से निकलने वाला पानी सर्दी-जुकाम की वजह से होता है।

-गाढ़ा, चिपचिपा और पीले रंग का आंखों से डिस्चार्ज आमतौर पर स्टाई होता है।

-लगातार कम्प्यूटर और स्क्रीन देखने की वजह से भी आंखें ड्राई हो जाती हैं। साथ ही आंखों में वाटरी डिस्चार्ज बढ़ जाता है।

-अगर आंखों से निकलने वाले कीचड़ की मात्रा बढ़ गई है तो ये धूल-मिट्टी की एलर्जी या पेट एनिमल की वजह से हुई एलर्जी की वजह से होता है। जिसमे आंखों में खुजली, रेडनेस और साथ में वाटरी डिस्चार्ज होता है।

कब जाएं डॉक्टर के पास

अगर आंखों से निकलने वाला डिस्चार्ज ज्यादा मात्रा में गाढ़ा, चिपचिपा और हल्के रंग से अलग है और साथ ही आंखों में खुजली, रेडनेस और दर्द हो रहा तो इसे इग्नोर ना करें और डॉक्टर के पास जाएं।

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