Source :- NEWS18
Saif Ali Khan News: अभिनेता सैफ अली खान रविवार रात को अपने दोनों बेटे तैमूर और जेह से मिले. करीना कपूर उन्हें अस्पताल लेकर पहुंची. इससे पहले शनिवार देर रात उनके बांद्रा स्थित घर पर चाकू से हमला करने वाले आरोपी की पहचान की पहचान मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद को पुलिस ने बई से सटे ठाणे से अरेस्ट कर लिया गया था. पूछताछ के दौरान उसके बांग्लादेशी होने का शक गहरा गया है. मुंबई पुलिस के डीसीपी क्राइम ब्रांच ने कहा कि उसके पास से कोई ऐसा दस्तावेज नहीं मिला, जिससे साबित हो सके कि वो भारतीय है. भारत के किसी भी कोने में उसका कोई घर व गांव नहीं है. यहां कोई उसका दूसरा रिश्तेदार भी नहीं है. पुलिस का दावा है कि वो करीब पांच से छह महीने पहले काम की तलाश में मुंबई आया था. पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया. उसकी 14 दिन की पुलिस रिमांड मांगी गई. 5 दिन की कस्टडी कोर्ट ने उन्हें प्रदान कर दी.
दावा किया जा रहा है कि आरोपी ने पहले अपना नाम विजय दास बताया. बाद में पता चला कि उसका असली नाम मोहम्मद इलियास है. वो ठाणे के एक रेस्टोरेंट में छुपा हुआ था. वो वहां हाउस कीपिंग का काम करता है. पुलिस का कहना है कि सैफ पर हमले के बाद से ही वो नाम बदल-बदल कर छुप रहा था. वो कभी खुद को विजय दास बताता तो कभी मोहम्मद इलियास. उसने अपना एक नाम बिजॉय दास भी बताया था.
करीना कपूर ने मुंबई पुलिस को अपने बयान के दौरान बताया था कि सैफ अकेले ही हमलावर का सामना करते रहे और सभी महिलाओं के आगे ढाल बनकर खड़े रहे. मुंबई पुलिस कई संदिग्धों से पूछताछ तो कर चुकी है लेकिन अबतक किसी को औपचारिक तौर पर अरेस्ट नहीं किया गया है. सैफ अली खान के घर हमले से जुड़े एक संदिग्ध की नई तस्वीर शनिवार को सामने आई. इसमें आरोपी पीले रंग की टीशर्ट में नजर आ रहा है. सैफ पर हमले के बाद करिश्मा कपूर ने बहन रिश्मा के दोनों बच्चों को संभाला जबकि करीना पति को लीलावती अस्पताल लेकर पहुंची.
पुलिस का मानना है कि वह एक कुख्यात अपराधी हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि क्राइम सीन से निकलने के बाद उसने जांचकर्ताओं को गुमराह करने के लिए अपने कपड़े बदल लिए थे. शुक्रवार को संदिग्ध का पता लगाने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें स्थानीय पुलिस, क्राइम बांच और अपराध खुफिया इकाई की कम से कम दो दर्जन टीमें जुटी हुई थी. सुबह, बांद्रा पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया और उसे पूछताछ के लिए लाया गया, लेकिन पांच घंटे बाद उसे छोड़ भी दिया गया. पुलिस ने पाया कि उसका इस केस से कोई संबंध नहीं पाया गया. वो बस संदिग्ध से थोड़ा मिलता जुलता था.
SOURCE : NEWS18