Source :- LIVE HINDUSTAN
प्रीति पटेल ने सरकार से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या ब्रिटेन सरकार को इस हमले में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की संलिप्तता के प्रमाण मिले हैं या पाकिस्तान से किसी प्रकार का संबंध सामने आया है।

भारतीय मूल की ब्रिटिश सांसद प्रीति पटेल ने गुरुवार को ब्रिटिश संसद में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस हमले के खिलाफ ब्रिटेन सरकार से भारत के साथ खड़े होने और आतंकवाद के खिलाफ साझा कार्रवाई की मांग की है। प्रीति पटेल ने संसद में कहा, “मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जो इस भीषण और हिंसक आतंकी हमले से प्रभावित हुए हैं। हमें इसे साफ-साफ आतंकवाद कहना चाहिए, क्योंकि यह नागरिकों, पर्यटकों और अल्पसंख्यकों पर लंबे समय से हो रहे हमलों की एक श्रृंखला का हिस्सा है।”
उन्होंने कहा, “हमारे भारत के साथ लंबे समय से सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी साझेदारी रही है, जो 2002 की नई दिल्ली घोषणा से शुरू हुई थी। इसके बाद 2016 में भारत-ब्रिटेन रणनीतिक साझेदारी, 2022 में घोषित व्यापक रणनीतिक साझेदारी और पिछली सरकार द्वारा सहमति प्राप्त ‘यूके-इंडिया 2030 रोडमैप’ शामिल हैं। हमारी सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से मजबूत रही है। यही कारण है कि हमें हमेशा भारत जैसे मित्र देशों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए।”
लश्कर-ए-तैयबा पर सवाल
प्रीति पटेल ने सरकार से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या ब्रिटेन सरकार को इस हमले में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की संलिप्तता के प्रमाण मिले हैं या पाकिस्तान से किसी प्रकार का संबंध सामने आया है। उन्होंने पूछा कि क्या ब्रिटेन ने भारत को किसी प्रकार की व्यावहारिक सहायता प्रदान की है।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति की यात्रा के समय जानबूझकर हमला?
पटेल ने हमले के समय पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह हमला उस वक्त हुआ जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनका परिवार भारत यात्रा पर था। उन्होंने कहा, “क्या यह सिर्फ संयोग था या यह किसी बड़े मंशा के तहत किया गया समयबद्ध हमला था?”
प्रीति पटेल ने यूके में भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा, साम्प्रदायिक तनाव की आशंका और वैश्विक शांति को खतरा बनने वाली आतंकवादी गतिविधियों पर चिंता जताई। उन्होंने पूछा, “क्या सरकार ने कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों और हमास जैसे समूहों के बीच किसी संबंध का आकलन किया है?”
आपको बता दें कि बीते 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के जिम्मेदारों को धरती के अंतिम छोर तक पीछा कर दंडित करने की बात कही थी।
SOURCE : LIVE HINDUSTAN