Source :- LIVE HINDUSTAN
ईरान ने एक शख्स को फांसी दे दी है। उस पर इजरायल के लिए खुफिया जानकारी जुटाने और मोसाद की मदद करने का आरोप है। ईरान का दावा है कि उसने इस तरह ईरान में मोसाद के लिए दो साल तक जासूसी की।

परमाणु हथियारों और कार्यक्रमों को लेकर इजरायल से तनातनी के बीच ईरान ने बुधवार को एक युवक को इजरायल के लिए जासूसी करने और खुफिया जानकारी शेयर करने के आरोप में फांसी दे दी। सरकारी मीडिया के अनुसार, जिस व्यक्ति को मौत की सज़ा दी गई, उसका नाम मोसेन लंगरनेशिन है। उन पर इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के लिए दो साल तक जासूसी करने और ईरान के खिलाफ कई अहम साजिशों में शामिल होने का आरोप था।
क्या आरोप?
ईरानी न्यायपालिका की मीडिया शाखा मिजान के अनुसार, मोसेन को 2022 में रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के कर्नल सैयद खोदाई की हत्या में भूमिका निभाने का दोषी पाया गया। इसके अलावा, उन्होंने रक्षा मंत्रालय से जुड़े ईस्फहान के एक औद्योगिक केंद्र पर हमले के लिए भी कथित तौर पर सहयोग किया था। रिपोर्ट्स में कहा गया कि मोसेन ने पूछताछ के दौरान सभी आरोपों को कबूल कर लिया था।
परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव
यह फांसी ऐसे समय पर दी गई है जब अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु कार्यक्रम को लेकर बातचीत जारी है, वहीं इजरायल लगातार ईरान पर दबाव बना रहा है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के साथ किसी भी तरह की परमाणु डील को खारिज करते हुए उसकी परमाणु क्षमता को पूरी तरह खत्म करने की मांग की है।
इससे पहले ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने इजरायल पर आरोप लगाया था कि वह वाशिंगटन और तेहरान के बीच चल रही परमाणु वार्ताओं को पटरी से उतारना चाहता है।
ईरान-इजरायल में शैडो वॉर
ईरान और इजरायल के बीच वर्षों से शैडो वॉर चल रहा है। ईरान का दावा है कि मोसाद उसके वैज्ञानिकों की हत्याओं, परमाणु कार्यक्रम में तोड़फोड़ और सैन्य ठिकानों पर हमलों में शामिल रही है। इसके जवाब में ईरान ने अब तक दर्जनों लोगों को जासूसी के आरोप में मौत की सजा दी है।
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