Source :- LIVE HINDUSTAN
नया बैडबॉक्स मैलवेयर एंड्रॉइड डिवाइसेज के लिए एक गंभीर खतरा बनकर सामने आया है। यह चुपके से आपके डिवाइस में घुसपैठ कर सकता है और आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
आजकल, एंड्रॉइड डिवाइसों का इस्तेमाल बढ़ गया है और इसके साथ ही इन डिवाइसों को निशाना बनाने वाले मैलवेयर का खतरा भी बढ़ रहा है। अब ‘बैडबॉक्स’ नाम के एक नए मैलवेयर ने चिंता बढ़ा दी है, जो एंड्रॉइड डिवाइसेज में पहुंच रहा है और यूजर्स को नुकसान पहुंचा रहा है। यह मैलवेयर खासकर उन डिवाइसेज के लिए ख़तरा है जो ऑफ-ब्रैंड हैं या जिनमें पुराने फर्मवेयर वर्जन मौजूद हैं। आइए इस मैलवेयर और खतरे के बारे में विस्तार से जानते हैं।
बैडबॉक्स मैलवेयर क्या है?
बैडबॉक्स एक मालिशियस सॉफ्टवेयर है जो एंड्रॉइड डिवाइसेज को संक्रमित करता है और उन्हें ‘रेजिडेंशियल प्रॉक्सी’ में बदल देता है। इसका मतलब है कि यह मैलवेयर आपके डिवाइस को एक ऐसे सर्वर के रूप में यूज करता है, जिसका उपयोग साइबर अपराधी स्कैम और Ad Fraud के लिए करते हैं। यह मैलवेयर ‘ट्रायाडा’ मैलवेयर फैमिली पर आधारित है और अकाउंट खाली करने के मकसद से बनाया गया है।
बैडबॉक्स कैसे काम करता है?
बैडबॉक्स मैलवेयर आपके डिवाइस को इन्फेक्ट करने के बाद, इसे एक ‘रेजिडेंशियल प्रॉक्सी’ में बदल देता है। यानी आपके डिवाइस का इस्तेमाल अन्य यूजर्स के साथ इंटरनेट ट्रैफिक को रूट करने के लिए किया जाता है। साइबर अपराधी इस प्रॉक्सी का इस्तेमाल मालिशियस ऐक्टिविटीज के लिए करते हैं। इनकी लिस्ट आप नीचे देख सकते हैं।
ऐड फ्रॉड: बैडबॉक्स आपके डिवाइस पर अनचाहे ऐड्स दिखाता है और उन पर क्लिक कराते हुए साइबर अटैकर्स के लिए अकाउंट खाली कर देता है।
डेटा चोरी: यह मैलवेयर आपके डिवाइस से सेंसिटिव जानकारी चुरा सकता है, जैसे कि आपके लॉगिन क्रेडेंशियल, बैंकिंग डीटेल्स और पर्सनल डेटा सब इनमें शामिल है।
साइबर अटैक: आपके डिवाइस का उपयोग अन्य डिवाइसों और नेटवर्क पर साइबर अटैक शुरू करने के लिए किया जा सकता है।
कौन से डिवाइस प्रभावित हैं?
बैडबॉक्स मैलवेयर विशेष रूप से उन एंड्रॉइड डिवाइसेज को निशाना बनाता है जो,
ऑफ-ब्रैंड हैं: ये ऐसे डिवाइस होते हैं जो किसी बड़े ब्रैंड के नहीं होते हैं और जिनमें अक्सर सुरक्षा अपडेट्स की कमी होती है।
पुराने फर्मवेयर वाले हैं: पुराने फर्मवेयर में सुरक्षा खामियां हो सकती हैं, जिनका उपयोग बैडबॉक्स जैसे मैलवेयर की ओर से किया जा सकता है।
प्ले प्रोटेक्ट सर्टिफिकेशन वाले नहीं हैं: Google Play Protect एक सुरक्षा फंक्शन है, जो ऐप्स को स्कैन करती है और मैलवेयर से सुरक्षा प्रदान करती है। जिन डिवाइसों में यह सर्टिफिकेशन नहीं होता है, वे ज्यादा खतरे में हैं।
रिपोर्ट्स की मानें तो बैडबॉक्स मैलवेयर रूस, चीन, भारत, बेलारूस, ब्राजील और यूक्रेन जैसे देशों में ज्यादा फैल गया है। कुछ लोकप्रिय ब्रैंड्स जैसे Yandex और HiSense के एंड्रॉयड टीवी भी इस मैलवेयर से संक्रमित मिले हैं।
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