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दो ओलंपिक पदक जीतने वाली निशानेबाज मनु भाकर और शतरंज वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश शुक्रवार को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से जब मेजर ध्यानचंद खेलरत्न सम्मान लेने पहुंचे तो तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया गया। इनके अलावा भारतीय पुरूष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरालम्पिक गोलड मेडलिस्ट हाई जंप के खिलाड़ी प्रवीण कुमार को भी देश का सर्वोच्च खेल सम्मान यहां राष्ट्रपति भवन में प्रदान किया गया।
हरमनप्रीत टोक्यो और पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम के सदस्य थे। पेरिस ओलंपिक में वह टीम के कप्तान भी थे। दूसरी ओर बायें पैर में विकार के साथ पैदा हुए प्रवीण ने टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीता और पेरिस में उसे स्वर्ण में बदला।
इस बार 32 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार दिये गए जिनमें से 17 पैरा एथलीट हैं।
अर्जुन पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों में पेरिस ओलंपिक ब्रान्ज मेडलिस्ट पहलवान अमन सेहरावत, निशानबाज स्वप्निल कुसाले, सरबजोत सिंह और पुरूष हॉकी टीम के सदस्य जरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, संजय और अभिषेक शामिल हैं।
इस बार अर्जुन पुरस्कार विजेताओं की सूची में पैरा-एथलीटों की संख्या शारीरिक रूप से सक्षम खिलाड़ियों से अधिक रही, क्योंकि पेरिस पैरालंपिक में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था, जिसमें उन्होंने सात स्वर्ण और नौ रजत सहित 29 पदक जीते थे।
22 वर्षीय भाकर पिछले अगस्त में 10 मीटर एयर पिस्टल सिंगल्स और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर ओलंपिक के एक ही एडिशन में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली एथलीट बनीं।
18 साल के गुकेश पिछले महीने चीन के डिंग लिरेन को हराकर अब तक के सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चैंपियन बने। वह महान चेस चैंपियन विश्वनाथन आनंद के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे दूसरे भारतीय हैं।
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