Source :- LIVE HINDUSTAN
संक्षेप:
हादी के फेसबुक पेज पर उसके पोस्ट अक्सर भारत-विरोधी होते हैं। हमले से ठीक पहले, उसने एक पोस्ट में भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश के नक्शे में शामिल दिखाते हुए एक विवादित इमेज शेयर की थी।
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शुक्रवार दोपहर को एक सनसनीखेज घटना ने पूरे देश को हिला दिया। कट्टरपंथी इस्लामी ग्रुप ‘इंकलाब मंच’ के नेता और ढाका-8 निर्वाचन क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार शरीफ उस्मान हादी पर अज्ञात हमलावरों ने हमला कर सिर में गोली मार दी। 30 वर्षीय हादी जुलाई 2024 के छात्र आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक था और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार को उखाड़ फेंकने में अहम भूमिका निभाई थी। अब उस पर यह हमला चुनाव प्रचार के दौरान हुआ। हमले के तुरंत बाद हादी को ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) ले जाया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई गई। बाद में उसे परिवार की मांग पर एवरकेयर अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया, जहां वह आईसीयू में भर्ती है। उस्मान हादी बांग्लादेश में अपने भारत विरोधी रुख के लिए भी जाना जाता है। हमले से ठीक पहले ही उसने अपनी आखिरी फेसबुक पोस्ट में भारत का विवादित नक्शा शेयर किया था जिसमें पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया गया था।
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मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने किया निशाना
घटना ढाका के पुराना पलटन इलाके के बोक्स कर्वर्ट रोड पर दोपहर करीब 2:25 बजे हुई। हादी जुमे की नमाज के बाद रिक्शा पर सवार होकर बिजयनगर क्षेत्र की ओर जा रहा था, जहां वह चुनाव प्रचार कर करने वाला था। पुलिस के अनुसार, तीन मोटरसाइकिल सवार अज्ञात हमलावरों ने उस पर करीब से गोली चलाई। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि मोटरसाइकिल पर सवार पीछे बैठे व्यक्ति ने हादी के सिर के पास से गोली मारी, जबकि ड्राइवर वाली मोटरसाइकिल ने रिक्शा का पीछा किया। गोलीबारी के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।
हादी के सहयोगी एसराफिल फराजी ने बताया कि हमलावर सुबह से ही हादी के साथ प्रचार में शामिल थे। वे जुमे की नमाज के दौरान मस्जिद के बाहर ही नजर रखे हुए थे। प्रचार के दौरान मोतीझील क्षेत्र में भी उनकी मौजूदगी दर्ज की गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान कर ली है और डिटेक्टिव ब्रांच की कई टीमें छापेमारी कर रही हैं। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (DMP) के कमिश्नर शेख मोहम्मद सज्जाद अली ने कहा- हमलावरों को पकड़ने के लिए कम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है। वे हादी का पीछा कर रहे थे और मौका पाते ही फायरिंग की।
हादी को अस्पताल ले जाते समय एक सहयोगी रहिम ने फेसबुक पर लाइव स्ट्रीमिंग की, जिसमें खून से लथपथ हादी को रिक्शे पर लादे जाते हुए दिखाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि गोली सिर के पास कान के ऊपर लगी है, साथ ही छाती और पैरों में भी चोटें हैं। प्रारंभिक सर्जरी के बाद उसका ब्लड प्रेशर स्थिर हुआ, लेकिन हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। परिवार ने B-नेगेटिव ब्लड की अपील की है।
हादी की राजनीतिक पृष्ठभूमि: छात्र आंदोलन से कट्टरपंथी नेता तक
शरीफ उस्मान हादी इंकलाब मंच का प्रमुख प्रवक्ता है, जो जुलाई 2024 के छात्र-नेतृत्व वाले आंदोलन का हिस्सा था। इस आंदोलन ने शेख हसीना की अवामी लीग सरकार को गिरा दिया था। हादी को कट्टरपंथी इस्लामी विचारधारा से जुड़ा माना जाता है। वह तथाकथित ग्रेटर बांग्लादेश की अवधारणा का समर्थक रहा है, जिसमें भारत के पूर्वोत्तर राज्यों यानी सेवन सिस्टर्स को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया जाता है। यह नक्शा सल्तनत-ए-बंगला जैसे कट्टरपंथी समूहों द्वारा प्रचारित किया जाता है।
भारत के खिलाफ उगलता था जहर, फिर भी काम आई भारत की दया
हादी के फेसबुक पेज पर उसके पोस्ट अक्सर भारत-विरोधी होते हैं। हमले से ठीक पहले, उसने एक पोस्ट में भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश के नक्शे में शामिल दिखाते हुए एक विवादित इमेज शेयर की थी। लेकिन किस्मत का खेल देखिए। हादी अपना पूरा दिन भारत के खिलाफ बोलने में बिताता था। भारत विरोधी बातें ही उसकी एकमात्र पहचान थीं। फिर भी, जब उसकी जान खतरे में थी, तो उसे भारत सरकार द्वारा गिफ्ट की गई एक खास, हाई-प्रायोरिटी एम्बुलेंस पर निर्भर रहना पड़ा। बांग्लादेश की आजादी की गोल्डन जुबली पर, भारत ने बांग्लादेश को 109 अत्याधुनिक एम्बुलेंस दान की थीं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, हमले के बाद हादी को भारत की गिफ्ट की गई एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। हादी ढाका-8 से 13वीं संसदीय चुनाव (12 फरवरी 2026 को प्रस्तावित) के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार थे। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के एक दिन बाद यह हमला हुआ, जिससे राजनीतिक हलकों में सनसनी फैल गई।
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