Source :- LIVE HINDUSTAN

कई सालों से आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान अकसर आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक और सऊदी अरब एवं चीन जैसे देशों से कर्ज की गुहार लगाता रहा है। बीते साल तो आईएमएफ की भारी भरकम शर्तों के चलते कर्ज लेने में पाकिस्तान को परेशानी हो रही थी। इस बीच उसने वर्ल्ड बैंक से बड़ा लोन हासिल कर लिया। विश्व बैंक ने पाकिस्तान को 10 साल के लिए 20 अरब डॉलर का लोन देने पर सहमति जताई है। यह रकम उसे कंट्री पार्टनरशिप फ्रेमवर्क के तहत दी जाएगी। विश्व बैंक ने शर्त भी रखी है कि इस पूंजी को शिशु मृत्यु दर कम करने, कुपोषण खत्म करने, ऊर्जा के नवीकरणीय उपाय अपनाने और क्लाइमेट चेंज से निपटने के उपायों पर खर्च किया जाएगा। साफ है कि विश्व बैंक ने पाकिस्तान को यह लोन देश में शिक्षा, स्वास्थ्य के प्रसार के लिए दी है। इसका कोई दूसरा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।

वर्ल्ड बैंक के कंट्री डायरेक्टर नैजी बेनहासिन ने कहा कि यह रकम पाकिस्तान को इंटरनेशनल डिवेलपमेंट एसोसिएशन और इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन ऐंड डिवेलपमेंट माध्यम से दी गई है। विश्व बैंक ने पाकिस्तान से साफ किया है कि इस रकम को लोगों को साफ पानी, सैनिटेशन की सुविधा, शिक्षा के माध्यम से गरीबी घटाने और बाढ़ एवं अन्य आपदाओं को रोकने के लिए खर्च किया जाए। पाकिस्तान के लिए यह बड़ी रकम है, जो लगातार कर्ज के लिए परेशान रहा है। बीते कुछ सालों में इमरान खान से लेकर शहबाज शरीफ तक ने रूस, सऊदी अरब, चीन समेत कई देशों के आगे कर्ज के लिए झोली फैलाई है। वहीं आईएमएफ ने तो बहुत लंबी मशक्कत के बाद ही पाकिस्तान को लोन दिया था।

बता दें कि पाकिस्तान 1950 से ही वर्ल्ड बैंक का सदस्य देश है। बैंक की ओर से अब तक 40 अरब डॉलर की मदद पाकिस्तान को दी गई है। इससे समझा जा सकता है कि बीते 75 सालों में उसे जितनी रकम वर्ल्ड बैंक से मिली थी, उतनी ही उसे अब एक बार में मिल रही है। इस लोन में कहा गया है कि पाकिस्तान को स्थायी विकास की योजनाओं पर फोकस करना होगा। इसके अलावा 1.2 करोड़ छात्रों को क्वॉलिटी एजुकेशन देने का भी प्लान है। 3 करोड़ लोगों को खाने की सुरक्षा और 6 करोड़ लोगों तक साफ पानी एवं शौचालय पहुंचाना लोन का मकसद है। इस लोन को खर्च के खर्च पर सीधे तौर पर विश्व बैंक भी नजर रखेगा।

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