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Last Updated:May 17, 2025, 18:22 IST

रिलेशनशिप एक नाजुक डोर की तरह होता है. इसमें अगर किसी तीसरे की एंट्री हो जाए तो यह डोर टूट भी सकती है. जरूरी नहीं कि रिश्ते में वह तीसरा कोई शख्स ही हो, कई बार बीमारियां भी रिलेशनशिप को कमजोर कर देती हैं.

हर कपल को साल में एक बार हेल्थ चेकअप जरूर कराना चाहिए (Image-Canva)

हाइलाइट्स

  • डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर रिश्तों को प्रभावित कर सकते हैं.
  • बीमारियों से इमोशनल और फिजिकल दूरी बढ़ सकती है.
  • फिटनेस और हेल्दी लाइफस्टाइल रिश्ते को मजबूत बनाते हैं.

How Diabetes and BP affects relationship: आजकल हर किसी का लाइफस्टाइल बिगड़ा हुआ है. बढ़ता तनाव, खराब खानपान, नींद पूरी ना लेना, यह सब आदतें अब आम बन चुकी हैं. इसी लाइफस्टाइल के चलते कई लोग कम उम्र में ही डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों के शिकार हो गए हैं. यह बीमारी केवल शरीर को नहीं बल्कि रिश्तों को भी प्रभावित करती है. 

इमोशनली और फिजिकली होने लगते हैं दूर
रिलेशनशिप एक्सपर्ट प्रियंका श्रीवास्तव कहती हैं कि जिन लोगों को हाई ब्लडप्रेशर या डायबिटीज है, वह अक्सर इस बीमारी की दवा लेते हैं. यह बीमारी उनके दिमाग पर असर डालती है जिससे वह चिड़चिड़े, गुस्सैल हो सकते हैं. इससे उनका पार्टनर के प्रति इमोशनल कनेक्शन कम हो सकता है. यह बीमारी उन्हें थका भी देती हैं जिससे वह पार्टनर को ज्यादा समय नहीं देते. इसके अलावा इन बीमारियों के चलते इंसान में लिबिडो यानी पार्टनर के करीब आने की इच्छा कम या नहीं होती. जिससे उनका फिजिकल रिलेशनशिप दूरियों में बदल जाता है. जिस कपल के बीच  इमोशनल और फिजिकल बॉन्डिंग नहीं होती, वह एक दूसरे से नाराज रहने लगते हैं.

रिश्ता बोझ लगने लगता है
बीमारी व्यक्ति को हर तरह से तोड़कर रखती है. ऐसे में व्यक्ति बीमार पार्टनर की देखभाल में बिजी हो सकता है जिसकी वजह से वह अपने पर ध्यान देना छोड़ देता है. कुछ लोगों को यह जिम्मेदारी बोझ भी लगने लगती है जिससे वह तनाव से घिर सकता हैं या चिड़चिड़े हो सकते हैं. उनके लिए यह रिश्ता बोझ भी बन सकता है. कुछ लोग ऐसे पार्टनर को कमतर भी समझने लगते हैं और वह रिश्ता तोड़ने की सोचते हैं.

पैरेंट्स हेल्दी रहते हैं तो बच्चे भी उनसे हेल्दी लाइफस्टाइल को सीखते हैं (Image-Canva)

फाइनेंशियल दबाव और कम्युनिकेशन गैप
अगर कोई बीमारी लंबे समय से चल रही हो तो वह व्यक्ति के साथ-साथ पूरे परिवार पर आर्थिक बोझ डालती है. एक शादीशुदा इंसान को इलाज का खर्च अलग से झेलना पड़ता है जिससे घर का बजट बिगड़ सकता है. यह तनाव भी रिश्तों पर असर डालता है. वहीं हाई ब्लडप्रेशर या डायबिटीज जैसी बीमारी में मूड स्विंग बहुत होते हैं, थकान की वजह से कपल्स के बीच हेल्दी कम्यूनिकेशन नहीं हो पाता. जबकि हर कपल में बातचीत का होना बेहद जरूरी है.

फिटनेस पर ध्यान देना बेहद जरूरी
हर कपल को सेहतमंद रहना बेहद जरूरी है. बीमारी को खत्म नहीं लेकिन कंट्रोल जरूर किया जा सकता  है. व्यक्ति को अपने पार्टनर के साथ वॉक, एक्सरसाइज या कोई भी फिजिकल एक्टिविटी को नियमित रूप से करना चाहिए. एक्टिव रहने से रिश्ता मजबूत होता है. खाने में से नमक और चीनी को कम कर दें. एक-साथ साइकिलिंग या स्विमिंग करें. वीकेंड पर घूमने का प्लान बनाएं और एक-दूसरे को समय दें. जब कपल्स का रिश्ता पॉजिटिव होता है तो उनकी मेंटल हेल्थ अच्छी रहती है और स्ट्रेस परेशान नहीं करता. इसके अलावा रोज जल्दी उठें और रात को समय पर सोएं. मेडिटेशन से भी इन बीमारियों का असर कम होता है.

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Aishwarya Sharma

Active in journalism since 2012. Done BJMC from Delhi University and MJMC from Jamia Millia Islamia. Expertise in lifestyle, entertainment and travel. Started career with All India Radio. Also worked with IGNOU…और पढ़ें

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कहीं डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर तो नहीं बिगाड़ रहा अपना रिश्ता

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