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कई पॉप्युलर ऐप्स यूजर के सेंसिटिव लोकेशन डेटा को जुटा रहे हैं। मोबाइल ऐप्स की इस लिस्ट में Candy Crush और Tinder का भी नाम है। चिंता की बात यह है कि यूजर्स को लोकेशन डेटा लीक होने का पता भी नहीं चलता।

Kumar Prashant Singh लाइव हिन्दुस्तानTue, 14 Jan 2025 08:24 PM
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स्मार्टफोन यूजर्स की चिंता बढ़ाने वाली एक रिपोर्ट सामने आई है। 404 मीडिया की इस रिपोर्ट के अनुसार कई पॉप्युलर ऐप्स यूजर के सेंसिटिव लोकेशन डेटा को जुटा रहे हैं। मोबाइल ऐप्स की इस लिस्ट में Candy Crush और Tinder का भी नाम है। चिंता की बात यह है कि यूजर्स को लोकेशन डेटा लीक होने का पता भी नहीं चलता। माना जा रहा है कि ऐंड्रॉयड और iOS पर मौजूद कुछ ऐप ऐडवर्टाइजिंग इकोसिस्टम के जरिए डेटा कलेक्शन में शामिल थे, जो प्राइवेसी के लिए बेहद खतरनाक है। रिपोर्ट के अनुसार यह डेटा लोकेशन डेटा ब्रोकर ग्रेवी ऐनालिटिक्स को भेजा जा रहा था, जिसकी सब्सिडियरी Vennetel पहले इस तरह की जानकारियों को यूएस की कानूनी एंजेसियों को बेच चुकी है।

रियल-टाइम बिडिंग सिस्टम का इस्तेमाल

404 मीडिया की मानें, तो डेटा कलेक्शन के लिए रियल-टाइम बिडिंग सिस्टम का इस्तेमाल होता होगा। इसमें कंपनियां ऐप के अंदर ऐड डिस्प्ले करने के लिए बिड करती हैं। इन ऐड्स के ऐप में चलने पर ग्रेवी ऐनालिटिक्स जैसे डेटा ब्रोकर कथित तौर पर यूजर के लोकेशन डेटा को इंटरसेप्ट कर लेते हैं। इसके लिए ऐप डिवेलपर्स की भी जरूरत नहीं पड़ती। इस पूरे प्रोसेस पर ऐप क्रिएटर्स का कोई कंट्रोल नहीं होता और यूजर्स को पता भी नहीं चलता कि उनका लोकेशन डेटा किसी के साथ शेयर हो रहा है।

वाइट हाउस, क्रेमलिन और वैटिकन सिटी का डेटा लीक

लीक्ड डेटा में कथित तौर पर 3 करोड़ के ज्यादा लोकेशन पॉइंट शामिल हैं। इनमें वाइट हाउस, क्रेमलिन, वैटिकन सिटी और कई मिलिट्री बेस के सेंसिटिव एरिया की जानकारी भी मौजूद है। इस डेटा ब्रीच में यूज होने वाले ऐप्स में कैंडी क्रश, सबवे सर्फर, टेंपल रन और डेटिंग ऐप टिंडर का नाम भी शामिल है। इतना ही नहीं, रिपोर्ट में कहा गया है कि इस ब्रीच में हेल्थ-रिलेटेड ऐप्स जैसे MyFitnessPal, प्रेग्नेंसी ट्रैकर ऐप, धार्मिक ऐप के साथ वीपीएन ऐप्स भी शामिल हैं।

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ऐंड्रॉयड और आईफोन्स पर ऐसे सेफ रखें डेटा

स्मार्टफोन यूजर्स को अपने लोकेशन डेटा के साथ दूसरे डेटा को लेकर भी अलर्ट रहना चाहिए। एक्सपर्ट्स की सलाह है कि यूजर्स को किसी भी ऐप को लोकेशन परमिशन देने वक्त सावधान रहना चाहिए। साथ की किसी भी ऐप को इंस्टॉल करने से पहले उसकी प्राइवेसी पॉलिसी को ध्यान से पढ़ लेना चाहिए। ऐंड्रॉयड यूजर्स के लिए बेहतर यही है कि किसी भी ऐप को गैर जरूरी परमिशन न दिया करें। वहीं, अगर आप आईफोन यूजर हैं, तो आप किसी भी ऐप को इंस्टॉल करने के बाद ‘Ask Apps Not to Track’ इनेबल कर सकते हैं, जिससे ट्रैकिंग और डेटा कलेक्शन सीमित हो जाता है।

(Photo: bulletproof)

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