Source :- LIVE HINDUSTAN
Sheikh Muhammad Hamadi: हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर शेख मोहम्मद हमादी उर्फ मोहम्मद अली हमादी को लेबनान में घर के बाहर सीने पर 6 गोलियां मारकर ढेर कर दिया गया। ऐसा बताया गया है कि हमलावर दो गाड़ियों में होकर आए थे और हमादी का सीना छलनी करके भाग गए। हमादी लेबनान में हिजबुल्लाह का आतंकी था। वह अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई की मोस्ट वांटेड टेररिस्ट लिस्ट में शामिल था। 2007 में अमेरिका ने उस पर 44 करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया था। वह अमेरिकी नौसेना के अधिकारी को यातना देकर मारने का आरोपी है। उसने 1985 में TWA फ्लाइट 847 हाइजैक किया था। 2010 में पाकिस्तान ने उसकी मौत की झूठी अफवाह भी फैलाई।
मोस्ट वांटेड क्रिमिनल
मोहम्मद हमादी का जन्म 13 जून 1964 में हुआ था। वह एक लेबनानी आतंकवादी था, जो एफबीआई की मोस्ट वांटेड टेररिस्ट सूची वांछित था। वह मुख्य रूप से TWA फ्लाइट 847 के अपहरण के प्रमुख अपहरणकर्ता के रूप में जाना जाता हैं। उस विमान में कई अमेरिकियों समेत 150 से अधिक यात्री सवार थे। उसे जर्मन अदालत ने डकैती, हत्या और विस्फोटकों के कब्जे के लिए दोषी ठहराया था। उसे 1987 में आजीवन कारावास की सजा हुई, लेकिन 19 साल जेल में बिताने के बाद 2005 में वह पैरोल पर रिहा किया गया। उसे अमेरिकी न्याय विभाग ने भगौड़ा घोषित किया था। उस पर एक अमेरिकी नौसेना अधिकारी को यातना देकर मारने का भी आरोप है।
जर्मनी में 19 साल की जेल
यह अटकलें लगाई गई थीं कि उसकी पैरोल एक गुप्त कैदी अदला-बदली के तहत की गई थी, जिसमें उसके बदले सुज़ैन ऑस्टहॉफ की रिहाई की गई। ऑस्टहॉफ को एक महीने पहले इराक में बंधक बना लिया गया था और हमादी की पैरोल के सप्ताह में रिहा कर दिया गया। TWA फ्लाइट 847 के हमले के दो साल बाद, 1987 में हमादी को जर्मनी में विस्फोटकों की तस्करी करने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया गया। अमेरिका ने तुरंत उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया, लेकिन हिजबुल्लाह ने दो जर्मनों को बेरूत में अगवा कर लिया और धमकी दी कि अगर हमादी को प्रत्यर्पित किया गया तो वे उन्हें मार देंगे। इसके बाद, हमादी पर जर्मनी में मुकदमा चलाने का फैसला किया गया।
44 करोड़ का इनामी
2006 को, अमेरिका ने अपने नौसेनिक अधिकारी की क्रूर हत्या के लिए हमादी को मोस्ट वांटेड क्रिमिनल की सूची में शामिल किया। अमेरिका ने कई बार उसके प्रत्यर्पण की मांग की, लेकिन हर बार हिजबुल्लाह के दबाव में लेबनान सरकार ऐसा नहीं कर पाई। 12 फरवरी 2007 को एफबीआई ने हमादी के सिर पर $5 मिलियन (44 करोड़ रुपए) का इनाम घोषित किया।
मौत की अफवाह
डॉएचे प्रेस एजेंसी के अनुसार, पाकिस्तानी खुफिया सूत्रों ने जून 2010 में बताया कि हमादी पाकिस्तान में एक सीआईए ड्रोन हमले में मारा गया। हालांकि, उसकी मौत की पुष्टि कभी नहीं हुई और वह एफबीआई की मोस्ट वांटेड टेररिस्ट सूची और अमेरिकी विदेश विभाग की रिवार्ड्स फॉर जस्टिस सूची बना रहा।
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