Source :- LIVE HINDUSTAN
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही संकेत दिया है कि वह अपने पुराने रणनीतिक सलाहकार स्टीफन मिलर को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बना सकते हैं। ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान उनसे जुड़े कुछ विवादित फैसलों के पीछे मिलर का दिमाग बताया जाता है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे अपने डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ और होमलैंड सिक्योरिटी एडवाइजर स्टीफन मिलर को अगला राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त कर सकते हैं। यह घोषणा माइक वॉल्ट्ज के पद से हटने के बाद की गई है। बताया जाता है कि वॉल्ट्ज के खिलाफ यमन पर अमेरिकी हवाई हमले को लेकर चैट लीक के बाद ऐक्शन लिया गया था। 2017 में ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान प्रमुख रणनीतिकार रहे मिलर ने मुस्लिम बैन, ड्रीमर्स प्रोग्राम में कटौती और शरणार्थी विरोधी नीतियों को बढ़ावा दिया था।
ट्रंप ने एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मुझे लगता है कि मिलर पहले से ही इस भूमिका में हैं, क्योंकि वह कई मुद्दों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वह प्रशासन में एक मूल्यवान व्यक्ति हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि स्थायी नियुक्ति अगले छह महीनों में की जा सकती है।
कौन हैं स्टीफन मिलर
स्टीफन मिलर ट्रंप प्रशासन के एक प्रमुख रणनीतिकार रहे हैं, जिन्हें कड़े आव्रजन नीतियों के लिए जाना जाता है। उन्होंने ट्रंप के पहले कार्यकाल में सीनियर एडवाइजर और स्पीच राइटर के रूप में भी सेवा दी है। उनकी नीतियों में मुस्लिम बैन और शरणार्थी कार्यक्रमों में कटौती शामिल हैं। मिलर की कट्टरपंथी विचारधारा और आव्रजन पर सख्त रुख के कारण उन्हें आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा। अब उनकी संभावित नियुक्ति से राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में बदलाव की संभावना है, जो अमेरिका की आंतरिक और बाह्य नीतियों पर प्रभाव डाल सकती है।
इस्लामोफोबिया विवाद
जनवरी 2017 में, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले कार्यकाल के दौरान एक कार्यकारी आदेश जारी किया था, जिसमें सात मुस्लिम-बहुल देशों (ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन) के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था। इस आदेश को व्यापक विरोध और कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसके बाद एक संशोधित आदेश मार्च 2017 में जारी किया गया। स्टीफन मिलर उस समय ट्रंप के वरिष्ठ नीति सलाहकार थे और उन्हें इस यात्रा प्रतिबंध नीति का प्रमुख वास्तुकार माना जाता है। वाइट हाउस में रहते हुए मिलर ने मुस्लिम बैन, ड्रीमर्स प्रोग्राम में कटौती और शरणार्थी विरोधी नीतियों को बढ़ावा दिया।
SOURCE : LIVE HINDUSTAN