Source :- LIVE HINDUSTAN
अक्सर आपने लोगों से आंखों को साफ रखने के लिए उन्हें बार-बार धोने की सलाह को सुना होगा। लेकिन क्या ऐसा करना सही है? यहां जानिए क्या आंखों को बार-बार धोना ठीक है और आई हाइजीन के लिए बेस्ट प्रैक्टिस।

आंखों को बार-बार धोना एक कॉमन आदत है। ज्यादातर लोग घंटों स्क्रीन पर समय बिताते हैं और फिर अपनी आंखों को आराम देने के लिए बीच-बीच में उन्हें धोते रहते हैं। लेकिन क्या ऐसा करना सही है? माना जाता है कि आंखों को ठंडे पानी से धोने से आपकी आंखों से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इस आर्टिकल में हम बता रहे हैं कि क्या आंखों को बार-बार धोना ठीक है और आई हाइजीन के लिए बेस्ट प्रैक्टिस।
क्या आंखों को बार-बार धोना ठीक है?
रिपोर्ट्स की मानें तो आंखों को बार-बार पानी से धोने की सलाह नहीं दी जाती है। रिपोर्ट्स कहती हैं कि ऐसा बार-बार करने से आंखों की प्राकृतिक सुरक्षात्मक परत डैमेज हो सकती है, जिससे इंफेक्शन, जलन और रेडनेस का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा कई बार पानी में भी ऐसे दूषित पदार्थ हो सकते हैं जो आंखों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। ज्यादातर लोग अपनी आंखों को साफ करने के लिए उन्हें धोते हैं, जबकि सच तो यह है कि पलक झपकने के दौरान आंसूओं के जरिए आंखें हर मिनट खुद को साफ करती हैं इसलिए एक्सट्रा सफाई की कोई जरूरत नहीं होती है। गर्मी के मौसम में ठंडक महसूस करने के लिए आंखों को बंद करके कुछ देर आराम करना ही काफी है।
आई हाइजीन के लिए बेस्ट प्रैक्टिस
आंखों को सुरक्षित रखने के लिए आपको कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए। जैसे अपनी आंखों को छूने से पहले अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं, खासकर अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, ताकि बैक्टीरिया को रोका जा सके। इसके अलावा आंखों को ज्यादा रगड़ने से जलन हो सकती है और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। एक बात जो आपको हमेशा ध्यान रखने है कि अपने तौलिए, वॉशक्लॉथ, मेकअप या दूसरे आई प्रोडक्ट को दूसरों के साथ शेयर न करें, क्योंकि ऐसा करना संक्रमण का कारण बन सकता है।
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