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Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के लिए महत्वाकांक्षी गोल्डन डोम एयर डिफेंस प्रोजेक्ट का ऐलान किया है। ट्रंप ने कहा कि कनाडा भी इस प्रोजेक्ट में शामिल होना चाहता है लेकिन उसके लिए हमारे पास एक ही शर्त है।

Golden Dome Air Defense Project: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने देश को किसी भी तरह के मिसाइल अटैक से बचाने के लिए महत्वाकांक्ष गोल्डन डोम परियोजना की घोषणा की है। ट्रंप प्रशासन ने इस परियोजना के लिए करीब 175 बिलियन डॉलर के खर्च का अनुमान लगाया है। ट्रंप ने मंगलवार को इस प्रोजेक्ट का ऐलान करते हुए बताया कि यह बिल कांग्रेस में है, जहां से इसे 25 बिलियन डॉलर का आवंटन किया जा रहा है। ट्रंप के मुताबिक उनके इस प्रोजेक्ट में पड़ोसी देश कनाडा ने भी अपनी दिलचस्पी दिखाई है।
ट्रंप ने अपने इस प्रोजेक्ट में कनाडा को शामिल करने के सवालों पर कहा, “कनाडा भी इस गोल्डन डोम प्रोजेक्ट में शामिल होना चाहता है। कनाडा के तब के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने अपनी पिछली वाशिंगटन यात्रा के दौरान मुझसे इस बारे में चर्चा की थी। उन्होंने कहा था कि ऐसा रक्षा उपाय बनाना दोनों देशों के हितों में है। लेकिन फिलहाल में बता देना चाहता हूं कि अगर कनाडा को इस प्रोजेक्ट में शामिल होना है तो उन्हें उनके हिस्से का खर्चा करना होगा।”
ट्रंप ने कहा कि मैंने अपने चुनावी अभियान के दौरान जनता से वादा किया था कि मैं मिसाइल डिफेंस शील्ड बनाऊंगा। आज मुझे खुशी हो रही है कि आज हमने इस दिशा में एक ठोस कदम उठाया है। ट्रंप के मुताबिक इस प्रोजेक्ट का काम स्पेस ऑपरेशन्स के मौजूदा उप प्रमुख माइकल गिटलीन संभालेंगे। बकौल ट्रंप अमेरिकी सैन्य अधिकारियों को भी गोल्डन डोम का यह प्रोजेक्ट पसंद आया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रीगन ने भी शीत युद्ध के दौरान ऐसा ही एक प्रोजेक्ट बनाकर अमेरिका की रक्षा करने के विषय में सोचा था लेकिन तब हमारे पास ऐसी टेक्नोलॉजी नहीं थी। आज हमारे पास संसाधन और टेक्नोलॉजी दोनों ही हैं ऐसे में हम इस प्रोजेक्ट पर जल्दी ही काम शुरू कर देंगे। उम्मीद है कि मेरे कार्यकाल के खत्म होने से पहले यह गोल्डन डोम अपना काम करना शुरू कर देगा।
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका का यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट इजरायल के आयरन डोम से कई गुना ज्यादा बड़ा होगा। यह इतना ताकतवर होगा कि हाइपरसोनिक मिसाइल और अन्य बड़े खतरों को ध्वनि से भी तेज रफ्तार के साथ काम करेगा। इतना ही नहीं यह कई सैटेलाइट से जुड़ा हुआ होगा, जो पूरी चाक-चौबंदी के साथ अमेरिका की रक्षा करेंगे और जरूरत पड़ने पर आसमान से हथियार छोड़ने में सक्षम होंगे।
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