Source :- NEWSTRACK LIVE
नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) ने क्रिसमस पर एक अनोखा प्रचार अभियान छेड़ा। सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में अरविंद केजरीवाल को सैंटा क्लॉज के रूप में दिखाया गया, जो दिल्लीवासियों को योजनाओं के गिफ्ट बांटते नजर आ रहे हैं। वीडियो में उन्हें बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के साथ दिखाया गया, जहाँ वे योजनाओं का प्रचार कर रहे हैं।
वीडियो में सबसे पहले केजरीवाल बच्चों के साथ खेलते नजर आते हैं। फिर वे महिलाओं को 2100 रुपए का तोहफा देते दिखते हैं, जिसे ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ कहा जा रहा है। इसके बाद केजरीवाल ने सरकारी स्कूलों के बाहर बच्चों से मुलाकात की और महिलाओं के लिए ‘पिंक टिकट’ वाली फ्री बस सेवा का प्रचार किया। इसी क्रम में केजरीवाल हाथ में ‘संजीवनी योजना’ का गिफ्ट बॉक्स लिए भी दिखे, जिसमें 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के मुफ्त इलाज का दावा किया गया।
Delhi’s own Santa delivering gifts year-round ✨ #MerryChristmas pic.twitter.com/km2IOdAPoQ
— AAP (@AamAadmiParty) December 25, 2024
हालाँकि, सैंटा बने केजरीवाल की पोल उनके ही सरकारी विभागों ने खोल दी है। दिल्ली सरकार के आधीन आने वाले महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने इन योजनाओं को फर्जी बताया है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने एक सार्वजनिक नोटिस जारी कर कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से उसे जानकारी मिली है कि एक राजनीतिक दल ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ के तहत महिलाओं को 2100 रुपए प्रतिमाह देने का दावा कर रहा है। नोटिस में साफ कहा गया कि ऐसी कोई योजना सरकार द्वारा अधिसूचित नहीं की गई है।
विभाग ने आगे चेतावनी दी कि इस योजना के नाम पर कोई भी फॉर्म या जानकारी जुटाई जा रही है, तो वह धोखाधड़ी है। लोगों को सलाह दी गई कि वे अपनी निजी जानकारी साझा न करें क्योंकि इससे साइबर अपराध का खतरा है। इसी तरह, स्वास्थ्य विभाग ने ‘संजीवनी योजना’ को भी फर्जी करार दिया। विभाग के मुताबिक, इस योजना में 60 साल से ऊपर के नागरिकों के मुफ्त इलाज का दावा किया गया, लेकिन ऐसी कोई योजना अस्तित्व में नहीं है। विभाग ने इसे धोखाधड़ी बताते हुए जनता को सतर्क रहने को कहा।
अब सवाल उठता है कि सैंटा बने केजरीवाल जिन योजनाओं के गिफ्ट बाँटने का दावा कर रहे हैं, उन्हीं योजनाओं को उनकी सरकार के अधीन आने वाले विभाग फर्जी बता रहे हैं। ये स्थिति दिल्ली की जनता के लिए भ्रम पैदा करती है। या तो केजरीवाल को खुद अपने विभागों के साथ समन्वय कर इस उलझन को सुलझाना चाहिए, या फिर जनता से झूठे वादे करना बंद करना चाहिए।
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