Source :- LIVE HINDUSTAN

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘हम जिस समय की बात कर रहे हैं, उससे बहुत पहले से ही उनकी पनडुब्बियां वहां मौजूद हैं। क्रीमिया में लोग मुख्य रूप से रूसी भाषा बोलते हैं। लेकिन यह ओबामा ने दिया था। यह ट्रंप ने नहीं दिया था।’

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानFri, 25 April 2025 08:05 PM
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क्रीमिया रूस के साथ रहेगा, रूसी भाषा बोलते हैं वहां के लोग; डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि क्रीमिया रूस के साथ रहेगा। टाइम मैगजीन में शुक्रवार को प्रकाशित इंटरव्यू में उन्होंने यह बात कही। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि वह मौजूदा स्थिति को समझते हैं। ट्रंप आरोप लगाते रहे हैं कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत का विरोध करके युद्ध को लंबा खींचना चाहते हैं। क्रीमिया दक्षिणी यूक्रेन में काला सागर के किनारे स्थित रणनीतिक प्रायद्वीप है। वर्ष 2014 में रूस ने इस पर कब्जा कर लिया था, जब बराक ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर थे।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘हम जिस समय की बात कर रहे हैं, उससे बहुत पहले से ही उनकी पनडुब्बियां वहां मौजूद हैं। क्रीमिया में लोग मुख्य रूप से रूसी भाषा बोलते हैं। लेकिन यह ओबामा ने दिया था। यह ट्रंप ने नहीं दिया था।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी दावा किया कि जेलेंस्की जानते हैं कि भविष्य में क्रीमिया रूस के नियंत्रण में रहेगा। हर कोई समझता है कि यह लंबे समय से उनके साथ है।

यूक्रेन के नाटो में शामिल होने पर क्या कहा

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह भविष्य में यूक्रेन को अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन नाटो में शामिल होने की कल्पना नहीं करते। उन्होंने माना कि कीव की NATO में शामिल होने की आकांक्षा युद्ध शुरू होने के कारणों में से एक थी। ट्रंप ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि वे कभी नाटो में शामिल हो पाएंगे। मुझे लगता है कि ऐसा शुरू से ही रहा है। मैं मानता हूं कि युद्ध शुरू होने का कारण यही था, जब उन्होंने नाटो में शामिल होने की बात शुरू की। अगर यह मुद्दा नहीं उठाया जाता, तो इस बात की बहुत अधिक संभावना थी कि युद्ध शुरू नहीं होता।’

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