Source :- KHABAR INDIATV
परेश रावल
कई एक्टर और एक्ट्रेस ऐसे होते हैं जो अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़ कुछ नया करने के लिए अपना करियर दांव पर लगा देते हैं। उनमें से कुछ सफल होते हैं और कुछ को असफलता हासिल होती है। आज हम एक ऐसे अभिनेता के बारे में बात करेंगे, जिसने सिर्फ तीन दिन बाद ही अपनी बैंकिंग की नौकरी छोड़ दी। उन्हें संघर्षों का सामना करना पड़ा। लेकिन, आखिरकार वे आज सिनेमा जगत के दिग्गज स्टार बन गए। महीने के हजार रुपये कमाने वाला ये अभिनेता आज करोड़ों की संपत्ति का मालिक है जो अपने परिवार के साथ ऐशो आराम की जिंदगी जी रहा है। यह राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता 200 से अधिक फिल्मों में दिखाई दिया है और 2014 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
बैंक की नौकरी छोड़ बना स्टार
अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी, राजकुमार राव, कृति सुरेश से लेकर नाना पाटेकर तक के साथ काम कर चुका ये अभिनेता कोई और नहीं बल्कि परेश रावल हैं, जिन्हें सबसे प्रतिभाशाली भारतीय कलाकारों में से एक के रूप में पहचाना जाता है। लेकिन, उनकी स्टारडम की यात्रा आसान नहीं थी। उन्होंने बैंकिंग की नौकरी छोड़ दी और कई तरह की चुनौतियों का सामना करने के बाद आज वे इंडस्ट्री के सबसे मशहूर सितारों में से एक बन गए। परेश रावल का जन्म 30 मई, 1955 को बॉम्बे में एक मध्यम वर्गीय गुजराती परिवार में हुआ था। उन्होंने मुंबई के विले पार्ले में नरसी मोनजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से अपनी शिक्षा पूरी की। कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद, परेश ने खुद पैसे कमाने का फैसला किया।
विलेन बनकर छा गए थे परेश रावल
अनुपम खेर शो में परेश रावल ने बताया था कि बचपन में उन्हें परिवार से कोई पॉकेट मनी नहीं मिलती थी, जिसके कारण उन्हें बैंक में नौकरी करनी पड़ी। उन्होंने डेढ़ महीने तक बैंक ऑफ बड़ौदा में काम किया, लेकिन उन्होंने नौकरी छोड़ दी। खुद का खर्च चलाने के लिए उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड और 1979 की मिस इंडिया विजेता स्वरूप संपत से पैसे उधार लिए। आखिरकार 1987 में दोनों ने शादी कर ली और उनके दो बेटे हुए, आदित्य और अनिरुद्ध। परेश रावल ने 1982 में गुजराती फिल्म ‘नसीब नी बलिहारी’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। हिंदी सिनेमा में उनकी शुरुआत मीरा नायर द्वारा निर्देशित और आमिर खान द्वारा अभिनीत ‘होली’ (1984) से हुई। सनी देओल की ‘अर्जुन’ (1985) में अभिनय करने के बाद उन्हें पहचान मिली और उसके आगे साल, उन्होंने संजय दत्त की ‘नाम’ (1986) में खलनायक की भूमिका निभाकर सभी का दिल जीत लिया।
हर किरदार से स्क्रीन पर छोड़ी छाप
2000 में, परेश रावल ने प्रियदर्शन की ‘हेरा फेरी’ में महाराष्ट्रीयन गैराज मालिक बाबूराव गणपतराव आप्टे का किरदार निभाया। बाबूराव के उनके किरदार ने उन्हें कॉमेडी किंग बना दिया और कई पुरस्कार दिलाए। बाद में उन्होंने ‘फिर हेरा फेरी’ (2006) में इस भूमिका को दोहराया और अब ‘हेरा फेरी 3’ में बाबूराव के रूप में वापसी करेंगे। परेश ने प्रियदर्शन की कई फिल्मों में कॉमेडी रोल किए हैं, जिन्हें बहुत पसंद किया गया। उन्होंने सोशल कॉमेडी ‘ओह माई गॉड’ में भी दमदार भूमिका निभाई और ‘टेबल नंबर 21’ में एक डार्क साइड रोल निभाया।
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