Source :- BBC INDIA

इमेज स्रोत, Getty Images
खाना दोबारा गरम करने से सेहत को कुछ ऐसे ख़तरे हो सकते हैं जो हमें आसानी से नहीं दिखते हैं.
लेकिन अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखें, तो आपका खाना सुरक्षित रहेगा और खाने से होने वाली बीमारियों का ख़तरा भी कम होगा.
क्या है सही तरीका?
ऐसे में सबसे पहले ये जानते हैं कि खाना गरम करने से जुड़ी वो कौन सी चीज़ें हैं जिनसे बचा जाना चाहिए.

खाना ज्यादा देर तक बाहर न छोड़ें
खाने को कमरे के तापमान पर दो से चार घंटे से ज़्यादा न रखें. चावल के लिए तो ये समय सिर्फ़ एक घंटा है. क्योंकि चावल में बैसिलस सेरीयस नाम के बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं.
बाहर से मंगाए गए चावल को दोबारा गरम न करें
होटल या दुकान से मंगाए गए चावल को पहले ही पकाते वक्त गरम किया जा चुका होता है. उसे फिर से गरम करना नुकसानदेह हो सकता है. ऐसे चावल को खरीदने या मंगाने के तुरंत बाद ही खा लेना बेहतर होता है.
घर में बना खाना ज्यादा दिन तक फ्रिज में न रखें
बचा हुआ खाना 24 से 48 घंटे के अंदर इस्तेमाल कर लेना चाहिए. अगर जल्दी खाने का प्लान नहीं है, तो उसे फ्रीज़ कर लें.
चिकन को गुनगुने पानी से डीफ्रॉस्ट न करें
अगर चिकन फ्रीज़र में रखा हुआ है और जमी हुई हालत (फ्रॉस्टेड) में है, तो उसे कभी भी गुनगुने पानी से डीफ्रॉस्ट नहीं करना चाहिए.
इससे चिकन का कुछ हिस्सा पहले ही ‘ख़तरनाक तापमान’ पर पहुंच सकता है, जबकि बाकी अभी भी जमा होता है.
चिकन में मौजूद कैमपिलोबैक्टर नाम का बैक्टीरिया पेट दर्द, उल्टी और गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.
बीबीसी हिंदी के व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

हमेशा खाना फ्रिज में रखें
रिसर्च से पता चला है कि अगर खाना फ्रिज में (5 डिग्री सेल्सियस या उससे कम तापमान पर) रखा जाए, तो हानिकारक बैक्टीरिया बढ़ने से रुकते हैं.
खाना फ्रिज में रखने से पहले ठंडा करें
गरम खाने को सीधा फ्रिज में नहीं रखना चाहिए. सीधे फ्रिज में रखने से फ्रिज का तापमान बढ़ सकता है, जिससे बाकी खाने पर असर पड़ता है और बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं.
सबसे अच्छा तरीका ये है कि पहले खाना कमरे के तापमान पर ठंडा हो जाने दें और फिर तुरंत फ्रिज में रखें. गर्म वातावरण में खाना जितना कम समय बाहर रहेगा, उतना ही सुरक्षित रहेगा.
‘डेंजर ज़ोन’ को समझिए
8 डिग्री सेल्सियस से 63 डिग्री सेल्सियस के बीच बैक्टीरिया बहुत तेजी से बढ़ते हैं.
अगर फ्रिज का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखा जाए, तो फूड पॉइज़निंग से बचा जा सकता है.
खाने को माइनस 18 डिग्री सेल्सियस पर फ्रीज़ करने से बैक्टीरिया की सक्रियता रुक जाती है, लेकिन वो मरते नहीं हैं, खाना डीफ्रॉस्ट होते ही फिर से सक्रिय हो सकते हैं.

इमेज स्रोत, Getty Images
ठंडा किया हुआ खाना फ्रीज़र में रखें, ताकि बाद में डीफ्रॉस्ट कर सकें
किसी भी खाने को उसकी ‘यूज़-बाय डेट’ तक फ्रीज़ किया जा सकता है, जैसे ब्रेड, जिसे फ्रीज़ करना आसान है और जो ज्यादा दिन तक चलती है.
जमा हुआ खाना दोबारा गरम करने से पहले पूरी तरह डीफ्रॉस्ट करें
खाने को फ्रिज में रखकर 24 घंटे तक डीफ्रॉस्ट किया जा सकता है, वैसे ये खाने की मात्रा पर भी निर्भर करता है. जैसे, पूरा चिकन ज़्यादा समय लेगा जबकि छोटी चीज़ें जल्दी डीफ्रॉस्ट हो जाती हैं.
कुछ चीज़ें माइक्रोवेव में भी डीफ्रॉस्ट की जा सकती हैं, लेकिन पैकेट पर दिए गए निर्देशों का पालन करना बेहतर होता है.
फ्रिज में डीफ्रॉस्ट करने से खाना ‘खतरे वाले तापमान’ में नहीं आता, इसलिए ये तरीका सबसे सुरक्षित है.
खाना पकाने से पहले ये पक्का कर लें कि वो पूरी तरह डीफ्रॉस्ट हो गया हो.
अगर खाना आधा ही डीफ्रॉस्ट हुआ है, तो वो ठीक से नहीं पकेगा और उसमें मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया भी बचे रह सकते हैं.

इमेज स्रोत, Getty Images
बचे हुए चावल 24 घंटे के अंदर ही दोबारा गरम करके खाएं
चावल में बैसिलस सेरीयस नाम के बैक्टीरिया हो सकते हैं जो पकाने के बाद भी ज़िंदा रहते हैं.
चावल को पकाने के बाद जल्दी ठंडा करके फ्रिज में रखने से खतरा कम होता है, लेकिन दोबारा गरम सिर्फ एक बार ही करें.
पका हुआ चावल फ़्रीज़ करने से भी इस बैक्टीरिया की बढ़त रुक जाती है.
कमज़ोर स्वास्थ्य वाले लोगों के लिए खाना गरम करते समय अधिक सावधानी रखें
जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, जैसे बुज़ुर्ग, छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं या जो पहले से बीमार हैं, उनके लिए खाना दोबारा गरम करते वक्त ज़्यादा सतर्क रहना ज़रूरी है, क्योंकि उन्हें फूड पॉइज़निंग का ख़तरा ज्यादा होता है.
खाना दोबारा गरम करते समय यह ध्यान रखें कि वो पूरी तरह से हर तरफ से गर्म हो और उसमें से भाप निकल रही हो.
अगर माइक्रोवेव में खाना गरम कर रहे हैं, तो बीच में एक बार हिलाएं, ताकि हर जगह बराबर गरम हो.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.
SOURCE : BBC NEWS