Source :- LIVE HINDUSTAN
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर सख्त कदम उठाए तो बिलावल भुट्टो जरदारी जहर उगलने लगे थे वही अब अचानक शांति की बात करने लगे हैं।

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने एक बार फिर अपने बयान से पलटी मारते हुए भारत को शांति का पैगाम दिया है। मंगलवार को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में बोलते हुए उन्होंने कहा, “अगर भारत अमन के रास्ते पर चलना चाहता है तो वो खुले हाथों के साथ आए, मुट्ठियां बंद करके नहीं। झूठ नहीं, सच्चाई लेकर सामने आए। हम पड़ोसी हैं, चलिए बैठते हैं और बात करते हैं।”
गौरतलब है कि बिलावल का ये सुर उस बयान से बिल्कुल उलट है जो उन्होंने 25 अप्रैल को दिया था, जब उन्होंने सिंधु जल संधि को लेकर भारत पर हमला बोलते हुए कहा था कि अगर भारत ने पानी रोका तो सिंधु में पानी नहीं, खून बहेगा। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के लोग एकजुट होकर नरेंद्र मोदी की आक्रामकता का जवाब देंगे।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष सैलानियों की मौत के बाद भारत ने 23 अप्रैल को सख्त फैसले लिए। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी बॉर्डर को बंद करना और पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को घटाना शामिल था। भारत की इस कार्रवाई ने पाकिस्तान में खलबली मचा दी।
इसी बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स ने बिलावल भुट्टो का अकाउंट सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, उन्होंने अपने उग्र बयान में कहा था, “मैं सिंधु के किनारे खड़ा होकर कहना चाहता हूं कि ये नदी हमारी है और रहेगी, चाहे इसमें पानी बहे या तुम्हारा खून।” सिर्फ बिलावल ही नहीं, भारत में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का एक्स अकाउंट भी कानूनी कारणों से ब्लॉक कर दिया गया है। बिलावल के सुर में अचानक आई यह नरमी दिखाती है कि भारत के सख्त कदमों और कूटनीतिक जवाब ने पाकिस्तान को बैकफुट पर ला दिया है।
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