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बगदाद में आयोजित शिखर सम्मेलन में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी सहित अरब नेताओं ने भाग लिया।
बगदाद में वार्षिक शिखर सम्मेलन में अरब नेताओं ने शनिवार को कहा कि वे गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम कराने का प्रयास कर रहे हैं और युद्ध समाप्त होने पर इस क्षेत्र को फिर से बसाने में योगदान देंगे। काहिरा में मार्च में हुए एक आपात शिखर सम्मेलन में अरब नेताओं ने गाजा पट्टी के लगभग 20 लाख लोगों को विस्थापित किए बिना पुन:निर्माण की प्रस्तावित योजना का समर्थन किया था।
बगदाद में आयोजित शिखर सम्मेलन में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी सहित अरब नेताओं ने भाग लिया। मेहमानों में स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस शामिल थे, जिन्होंने गाजा में इजरायली बंधकों की रिहायी और घिरे हुए क्षेत्र में सहायता के प्रवाह का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र फलस्तीनियों के किसी भी “जबरन विस्थापन” को अस्वीकार करता है।
जनवरी में इजरायल ने हमास के साथ हुए युद्धविराम को समाप्त कर दिया था, जिसके दो महीने बाद शनिवार को यह शिखर सम्मेलन हो रहा है। हाल के दिनों में इजरायल ने गाजा में व्यापक हमले किए हैं और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को नष्ट करने के अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए बल के अधिक इस्तेमाल का संकल्प लिया है।
इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने अपने भाषण में कहा, “यह नरसंहार उस कुरूपता के स्तर तक पहुंच गया है जो इतिहास में सभी संघर्षों में नहीं देखा गया।” उन्होंने गाजा में सहायता पहुंचने देने की अनुमति देने का आह्वान किया। अल-सुदानी ने कहा कि इराक क्षेत्र के पुनर्निर्माण के लिए एक अरब कोष स्थापित करने पर काम करेगा, जिसमें बगदाद गाजा के लिए दो करोड़ अमेरिकी डॉलर और लेबनान के लिए इतनी ही राशि का भुगतान करेगा।
अल-सिसी ने कहा कि मिस्र कतर और अमेरिका के साथ मिलकर गाजा में “युद्धविराम तक पहुंचने के लिए गहन प्रयास कर रहा है।” उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के परिणामस्वरूप इजरायली मूल के अमेरिकी बंधक एडन अलेक्जेंडर को रिहा किया गया। उन्होंने कहा कि मिस्र गाजा के पुनर्निर्माण के लिए एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने की योजना बना रहा है “जब आक्रमण बंद हो जाए।”
फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हमास से गाजा में सत्ता छोड़ने और अन्य समूहों के साथ मिलकर फलस्तीनी प्राधिकरण को हथियार सौंपने का आह्वान किया। हमास ने 2007 में अब्बास के पश्चिमी समर्थित फलस्तीनी प्राधिकरण से गाजा का नियंत्रण छीन लिया था और प्रतिद्वंद्वियों के बीच सुलह के प्रयास बार-बार विफल रहे हैं।
बगदाद में हो रहे इस शिखर सम्मेलन के रंग को इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे ने फीका कर दिया है। ट्रंप के दौरे के दौरान गाजा में नए युद्धविराम के लिए कोई समझौता नहीं हुआ, जैसा कि कई लोगों को उम्मीद थी लेकिन उन्होंने सीरिया के नए राष्ट्रपति अहमद अल-शरा से मुलाकात करके सीरिया पर लगाये गए अमेरिकी प्रतिबंधों को हटाने का वादा करके सुर्खियां जरूर बटोरीं। शरा ने कभी इराक में अमेरिकी सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
अल-शरा बगदाद में शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुए, जहां सीरिया के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री असद अल-शिबानी ने किया। इराकी शिया मिलिशिया और राजनीतिक गुट अल-शरा के अतीत से चिंतित हैं और उन्होंने शिखर सम्मेलन में उनके निमंत्रण का विरोध किया था। एक इराकी अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि ईरान के कुद्स फोर्स के कमांडर इस्माइल घानी ने शिखर सम्मेलन से पहले बगदाद का दौरा किया था और परमाणु समझौते पर पहुंचने तथा ईरान पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के लिए “ईरानी-अमेरिकी वार्ता के लिए समर्थन का संदेश दिया था।
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