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इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम की बातचीत बुधवार को अंतिम पलों में रुक गई। बताया जा रहा है कि इजरायल ने हमास पर मिस्र के साथ गाजा की सीमा पर पहले से तय समझौते को बदलने का आरोप लगाया है। इन आरोपों को हमास ने बकवास करार दिया है। यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया कि विवाद कितना गंभीर है और इस वजह से समझौता टूटने का खतरा है या नहीं?

यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गाजा पट्टी में 15 महीने से चल रहे विनाशकारी युद्ध को रोकने के लिए संघर्ष विराम समझौते की अपेक्षित घोषणा में देरी क्यों हो रही है? इजराइल ने हमास पर मिस्र के साथ गाजा की सीमा पर पहले से तय व्यवस्थाओं में बदलाव करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि वह इस कदम को दृढ़ता से खारिज करता है। हमास ने इन दावों को “बकवास” कहा।

इस नए विवाद ने कतर और अमेरिका को टेंशन में ला दिया है। दोनों देश पिछले कई सप्ताह से कट्टर दुश्मनों के बीच वार्ता में मध्यस्थता कर रहे हैं। यह भी खुलकर सामने नहीं आ पा रहा है कि समझौते की घोषणा में देरी क्यों हो रही है?

बता दें कि इससे पहले यह खबर सामने आ रही थी कि दोनों पक्ष (इजरायल और हमास) चरणबद्ध समझौते पर काम कर रहे हैं। समझौते के तहत हमास को बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों की रिहाई करनी थी। बदले में इजरायल को गाजा पर हमले बंद करना था।

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गाजावासी लंबे समय से अपने घरों पर लौटने के सपने देख रहे हैं। जब से इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम की बातचीत हो रही है, आईडीएफ ने गाजा पर हमले तेज कर दिए हैं। बुधवार को इजरायल ने ताजा हमले में 62 लोगों को मार दिया। इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में स्कूल और कुछ घरों को निशाना बनाया था। गाजा में मरने वालों की संख्या 46700 पार कर गई है। वहीं, घायलों की संख्या 1 लाख 10 हजार से ज्यादा है।

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