Source :- LIVE HINDUSTAN
7 अक्टूबर के हमले के जवाब में शुरू किए गए इजरायली आक्रामक अभियान में गाजा में कम से कम 52,908 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर नागरिक हैं। यह आंकड़ा हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के डेटा के अनुसार दिया गया है।

हमास के खिलाफ जारी युद्ध को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि सेना अगले कुछ दिनों में गाजा में पूरी ताकत के साथ एंट्री करने वाली है। नेतन्याहू ने सोमवार देर रात अपने कार्यालय में घायल रिजर्व सैनिकों के साथ बैठक की थी। इस के दौरान उन्होंने कहा, ‘आने वाले कुछ दिनों में हम पूरी ताकत से ऑपरेशन को पूरा करने जा रहे हैं। ऑपरेशन को पूरा करने का मतलब हमास को हराना है। इसका मतलब हमास को नष्ट करना है। ऐसी कोई स्थिति नहीं होगी जहां हम युद्ध को रोक देंगे। अस्थायी युद्धविराम हो सकता है, लेकिन हम अंत तक जाएंगे।’
इजरायल ने 18 मार्च को गाजा में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन फिर से शुरू किया। दरअसल, 19 जनवरी के युद्धविराम पर आगे बढ़ने को लेकर गतिरोध खत्म नहीं हो पाया। इस समझौते के चलते फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास के साथ युद्ध को काफी हद तक रोक दिया था। मगर, इस महीने इजरायली सरकार ने गाजा में अपने आक्रामक अभियान को विस्तार देने की योजना को मंजूरी दे दी, जिसमें वहां लंबे समय तक उपस्थिति बनाए रखने की बात कही गई। इजरायली सेना ने कहा कि व्यापक ऑपरेशन का मकसद फिलिस्तीनी क्षेत्र के अधिकांश निवासियों को विस्थापित करना है। वैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी काफी निंदा हुई है।
बड़े पैमाने पर हो रहा विस्थापन
गाजा पट्टी के करीब 24 लाख लोगों को युद्ध के दौरान कम से कम एक बार विस्थापित होना पड़ा, जो अक्टूबर 2023 में हमास के इजरायल पर हमले से शुरू हुआ था। इजरायल ने फिलिस्तीनियों को गाजा छोड़ने के लिए दबाव डाला है। इसके लिए उन्हें अपनी मर्जी से जगह खाली कर देने के लिए भी कहा गया है। दरअसल, इजरायल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से प्रस्तावित योजना को अपनाया है, जिसमें गाजावासियों के स्वैच्छिक रूप से पड़ोसी देशों जैसे जॉर्डन या मिस्र में जाने की बात कही गई। सैनिकों के साथ बैठक के दौरान नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल उन देशों को खोजने का काम कर रहा है, जो गाजा पट्टी से फिलिस्तीनियों को स्वीकार करने के लिए तैयार हों। मालूम हो कि गाजा में युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को हमास के इजरायल पर हमले से शुरू हुआ, जिसमें 1218 लोग मारे गए। उग्रवादियों ने 251 लोगों का अपहरण किया, जिनमें से 57 अभी भी गाजा में बंदी हैं। इनमें से 34 को इजरायली सेना ने मृत घोषित किया है।
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