Source :- LIVE HINDUSTAN
गूगल सर्च के लिए एआई मोड आया है। यह यूजर्स को सर्च में जेमिनी एआई से पावर्ड चैटबॉट जैसा रिस्पॉन्स देगा। AI मोड मेन गूगल सर्च इंटरफेस के अंदर एक टैब के तौर पर उपलब्ध हो गया है।

गूगल सर्च () के लिए तगड़ा अपडेट आया है। इसमें यूजर्स को सर्च के लिए नया एआई मोड ऑफर किया जा रहा है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार नया फीचर यूजर्स को जेमिनी एआई से पावर्ड चैटबॉट जैसा रिस्पॉन्स देगा। गूगल ने इस फीचर को मंगलवार को डिवेलपर कॉन्फ्रेंस में शोकेस किया। इस फीचर के आने से यूजर्स को सर्च पेज पर चैट-बेस्ड इंटरफेस में टॉगल करने का ऑप्शन मिल गया है। यह गूगल के इन्फर्मेशन ऑफर करने के तरीके में एक बड़ा बदलाव है। इससे यह भी पता चलता है कि कंपनी ओपनएआई, माइक्रोसॉफ्ट और ऐपल को एआई की दुनिया में कड़ी टक्कर देने का मूड बना चुकी है।
‘हम अब एआई प्लेटफॉर्म शिफ्ट के एक नए फेज में एंटर कर रहे हैं’
गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, ‘यह ज्यादा अडवांस्ड रीजनिंग के साथ सर्च का पूरी तरह से रीइमैजिनेशन है।’ पिचाई ने आगे कहा, ‘हम अब एआई प्लेटफॉर्म शिफ्ट के एक नए फेज में एंटर कर रहे हैं जहां दशकों की रिसर्च अब वास्तविकता बन रही है।’
20 सालों में पहली बार कम हुआ गूगल सर्च ट्रैफिक
गूगल का यह ऐक्शन ChatGPT जैसे जनरेटिव AI टूल के लिए एक रिएक्टिव रिस्पॉन्स है, जो सवालों का नैचरल लैंग्वेज में उत्तर देते हैं और अलग-अलग वेब पेजों पर क्लिक करने की जरूरत को कम करते हैं। इस बदलाव ने पहले ही बहुत नुकसान पहुंचाया है। ऐपल के एक एग्जिक्यूटिव एडी क्यू ने हाल में कहा था कि सफारी ब्राउजर में गूगल सर्च ट्रैफिक 20 सालों में पहली बार कम हुआ है। गूगल के ऐड-बेस्ड बिजनेस मॉडल के लिए यह एक झटका है।
चैटजीपीटी जैसा चैटबॉट एक्सपीरियंस
AI मोड अब मेन गूगल सर्च इंटरफेस के अंदर एक टैब के तौर पर उपलब्ध हो गया है। यह यूजर्स को चैटजीपीटी जैसा चैटबॉट एक्सपीरियंस देता है। यह फीचर गूगल के मेन AI मॉडल यानी जेमिनी से पावर्ड है। गूगल के अनुसार नया यूजर इंटरफेस बेहतर रीजनिंग और कॉन्टेक्स्ट-बेस्ड सवालों को सपोर्ट करता है। फीचर्स के अगले सेट में यूजर्स को अपनी खुद के फोटो को अपलोड करने और शॉपिंग के दौरान आउटफिट्स को वर्चुअली ट्राई करने का ऑप्शन मिलेगा। गूगल के सर्च प्रोडक्ट के वाइस प्रेसिडेंट रॉबी स्टीन ने कहा कि कंपनी इस बात पर भी विचार कर रही है कि ऐड्स को एआई मोड में कैसे इंटीग्रेट किया जाए। उन्होंने कहा, ‘हम इसे उस कॉन्टेंट का हिस्सा मानते हैं जिसे लोग वाकई में चाहते हैं।’
साल के मिड तक ऐपल के साथ हो सकता है एग्रीमेंट
गूगल ओपनएआई की बराबरी करने की कोशिश कर रहा है, जिसने 2022 में अपना चैटजीपीटी लॉन्च किया था और यह कुछ ही समय में पॉप्युलर AI प्रोडक्ट बन गया है। हालांकि, हाल के महीनों में जेमिनी ने भी उपयोगकर्ताओं को अपनी तरफ आकर्षित किया है, लेकिन यह अभी भी यूजर अडॉप्शन में चैटजीपीटी से पीछे है। गूगल माइक्रोसॉफ्ट से भी पीछे है, जिसने ओपनएआई पर अरबों खर्च किए और अपने मॉडल को Bing और Office ऑफरिंग में डाला। पिचाई ने कहा कि गूगल को उम्मीद है कि वह साल के मिड तक ऐपल के साथ एग्रीमेंट फाइनल कर लेगा, ताकि Siri के जरिए जेमिनी को उपलब्ध कराया जा सके। बताते चलें कि गूगल का नया फीचर अभी अमेरिकी यूजर्स के लिए उपलब्ध है।
(Photo: Tom’s Guide)
SOURCE : LIVE HINDUSTAN