Source :- LIVE HINDUSTAN
Cargo vessel Morning Midas: चीन से इलेक्ट्रिक गाड़ियां लेकर मैक्सिको जा रहे जहाज में अलास्का के पास आग लग गई है। अधिकारियों के मुताबिक अभी इसे जलने दिया जा रहा है क्योंकि गाड़ियों में लगी लिथियम आयन बैट्रियों के किसी भी वक्त फटने की आशंका है।

Cargo vessel Morning Midas: चीन से इलेक्ट्रिक वाहन लेकर मेक्सिको जा रहे एक मालवाहक जहाज में मंगलवार अलास्का के तट के पास आग लग गई। जहाज पर इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मौजूदगी की वजह से चालक दल ने थोड़ी देर तो आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन फिर उन्होंने मदद के लिए अमेरिकी तटरक्षक बल से गुहार लगाई। बाद में अमेरिकी तटरक्षक बलों ने उनकी मदद की। अधिकारियों के मुताबिक क्रू को वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया है और सुरक्षित स्थान से जहाज की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लंदन स्थित शिपिंग कंपनी जोडियाक मैरीटाइम का यह जहाज मंगलवार को तब दुर्घटनाग्रस्त हो गया जब वह इलेक्ट्रिक कारों को लेकर मैक्सिको की तरफ जा रहा था। अलास्का के तट से 1200 मील की दूरी पर जहाज से धुआँ निकलना शुरू हो गया। चालक दल ने आग पर नियंत्रण न बनते देख 15 मिनट के बाद इमरजेंसी कॉल पर अपनी स्थिति की जानकारी दी, बाद में तट रक्षक बलों ने पहुंच कर उन्हें सुरक्षित निकाल लिया।
अधिकारियों ने बताया कि हमारी टीम ने घटनास्थल पर पहुंच कर 600 फीट ऊंचे जहाज से चालक दल के सभी 22 सदस्यों को बाहर निकाल लिया। अधिकारियों ने बताया कि हम इस समय पर आग से छेड़खानी नहीं कर रहे हैं उसे अपने अनुसार जलने दे रहे हैं.. एक सुरक्षित स्थान से उस पर निगरानी रखी हुई है क्योंकि जहाज पर इलेक्ट्रिक गाड़ियां रखी हुई हैं, जिनमें लगी लिथियम आयन बैटरियों के किसी भी वक्त फटने की आशंका है और अगर ऐसा होता है तो आसपास जहरीली गैस भी फैल सकती है। इसी वजह से इसे बुझाना मुश्किल और खतरनाक है।
आग को शुरुआत में ही क्यों काबू नहीं किया गया?
जहाज की कंपनी जोडिएक मैरीटाइम के प्रवक्ता डस्टिन एनो ने कहा कि जिस वक्त चालक दल को आग लगने का पता चला उन्होंने अपने स्तर पर इसे बुझाने की कोशिश की। क्योंकि उस वक्त दूर-दूर तक कोई अग्निशामक जहाज मौजूद नहीं था.. अभी भी यही हाल हैं हमें उम्मीद है कि सोमवार तर बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच जाएगा। वहीं अमेरिकी तटरक्षक बलों का कहना है कि अमेरिका एजेंसी फिलहाल आग लगने के कारणों की जांच करने की योजना बना रही है।
आपको बता दें कि दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक देश चीन इलेक्ट्रिक कार निर्माण में अपना डंका बजवा चुका है। मॉर्निंग मिडास नामक यह जहाज चीन से मैक्सिको की तरफ जा रहा था इसके 15 जून तक मैक्सिको के कार्डेनस पहुंचने की उम्मीद है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस जहाज में करीब 3000 गाड़ियां रखी हुई हैं, जिसमें 800 गाड़ियां इलेक्ट्रिक गाड़ियां शामिल हैं। इसमें इस्तेमाल होने वाली लिथियम आयन बैटरी आग लगने की वजह से ज्यादा गर्म हो सकती है और तेजी के साथ आग लगने का कारण बन सकती है। इसकी वजह से सोमवार तक आने वाले बचाव दल का इंतजार किया जा रहा है।
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