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दिवालियेपन के रास्ते से इस कंपनी को खरीदने की होड़ अपने फाइनल स्टेज में पहुंच गई है, जिसके लिए अंतिम बोलियां जून की शुरुआत में आनी हैं।
Jaiprakash Associates Limited: दिवालिया प्रोसेस से गुजर रही कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स के शेयरों की ट्रेडिंग फिलहाल बंद है। बीएसई के मुताबिक, कंपनी के शेयरों में आखिरी बार 19 मई को कारोबार हुआ था। उस दिन यह शेयर 2.91 रुपये पर बंद हुआ था और इसमें 5% तक की गिरावट देखी गई थी। अब खबर है कि कंपनी अगले महीने तक बिक जाएगी। दिवालियेपन के रास्ते से जयप्रकाश एसोसिएट्स को खरीदने की होड़ अपने फाइनल स्टेज में पहुंच गई है, जिसके लिए अंतिम बोलियां जून की शुरुआत में आनी हैं।
क्या है डिटेल
सीएनबीसी-टीवी18 की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के दिवालियेपन समाधान पेशेवर भुवन मदान ने कर्ज में डूबी इस कंपनी के लिए 9 जून तक अंतिम बोलियां आमंत्रित की हैं। दिवाला और दिवालियापन संहिता (आईबीसी) के तहत जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) का अधिग्रहण करने के लिए कुल 26 दावेदारों ने रुचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) प्रस्तुत की थी। अधिग्रहण की दिलचस्पी जताने वाली कंपनियों में अडानी समूह की मुख्य कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, डालमिया सीमेंट (भारत) लिमिटेड, जीएमआर बिजनेस एंड कंसल्टेंसी एलएलपी, जेपी इन्फ्राटेक, जिंदल इंडिया पावर लिमिटेड, जिंदल पावर लिमिटेड, कोटक अल्टरनेट एसेट मैनेजर्स लिमिटेड, ओबेरॉय रियल्टी लिमिटेड, पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, टॉरेंट पावर और वेदांता लिमिटेड समेत अन्य शामिल हैं।
कंपनी का कारोबार
जेपी समूह की प्रमुख यूनिट जयप्रकाश एसोसिएट्स के पास रियल एस्टेट, सीमेंट निर्माण, आतिथ्य और इंजीनियरिंग एवं निर्माण में विविध परिसंपत्तियां हैं। जेएएल के पास ग्रेटर नोएडा में जेपी ग्रीन्स, नोएडा में जेपी ग्रीन्स विशटाउन का एक हिस्सा और जेपी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स सिटी जैसी प्रमुख रियल एस्टेट परियोजनाएं हैं। इसके दिल्ली एनसीआर में तीन वाणिज्यिक/औद्योगिक कार्यालय स्थल भी हैं, जबकि इसके होटल खंड की दिल्ली एनसीआर, मसूरी और आगरा में पांच संपत्तियां हैं। जेएएल के मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में चार सीमेंट उत्पादन प्लांट हैं और मध्य प्रदेश में कुछ पट्टे पर ली गई चूना पत्थर की खदानें भी हैं। हालांकि, सीमेंट प्लांट फिलहाल चालू नहीं हैं।
जयप्रकाश एसोसिएट्स के मुताबिक, 11 मार्च, 2025 तक वित्तीय संस्थानों पर उसका कुल बकाया ऋण 55,409.28 करोड़ रुपये था। जेपी समूह की कंपनी जेपी इन्फ्राटेक का मुंबई स्थित सुरक्षा समूह ने दिवाला प्रक्रिया के माध्यम से पहले ही अधिग्रहण किया हुआ है। सुरक्षा समूह को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में करीब 20,000 फ्लैट वाली कई स्थगित परियोजनाओं को पूरा करना है।
(भाषा इनपुट के साथ)
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