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ट्यूलिप सिद्दीक़ का शेख़ हसीना से क्या है रिश्ता और उन्हें क्यों छोड़ना पड़ा ब्रिटेन का मंत्रीपद

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Source :- BBC INDIA

ट्यूलिप सिद्दीक़

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15 जनवरी 2025, 10:21 IST

अपडेटेड 13 मिनट पहले

ब्रिटेन की सरकार में मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक़ ने बांग्लादेश में खुदपर भ्रष्टाचार से जुड़े मामले की जांच के बीच बढ़ते दबाव के कारण इस्तीफ़ा दे दिया है. उनके पास वित्त मंत्रालय में ब्रिटिश फ़ाइनेंशियल सेवाओं का प्रभार था.

एमा रेनॉल्ड्स को सिद्दीक़ की जगह अब इस मंत्रालय का प्रभार दिया गया है.

पिछले साल बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से हटाई गईं शेख़ हसीना ट्यूलिप सिद्दीक़ की मौसी हैं.

ब्रितानी पीएम के सलाहकारों में से एक सर लॉरी ने सिद्दीक़ के मामले पर कहा कि उन्हें ‘अनियमितताओं के साक्ष्य’ नहीं मिले हैं. हालांकि, उन्होंने इसे ‘अफ़सोसजनक’ बताया कि सिद्दीक़ अपनी मौसी से रिश्तों के कारण अपनी प्रतिष्ठा के लिए जोखिम के बारे में ज़्यादा सतर्क नहीं थीं.

सिद्दीक़ ने कहा कि उनका पद पर बने रहना सरकार के लिए “मुश्किलें पैदा करने वाला होगा”. लेकिन उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है.

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शेख हसीना से क्या संबंध हैं?

शेख़ हसीना बीते साल पांच अगस्त को बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई थीं

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सिद्दीक़ के इस्तीफ़े को स्वीकार करते हुए एक चिट्ठी में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने कहा कि उनके लिए दरवाज़े हमेशा खुले रहेंगे.

मंत्रीपद पर रहते हुए ट्यूलिप का काम यूनाइटेड किंगडम (यूके) के वित्तीय बाज़ारों में गड़बड़ियों से निपटना भी था. बीते महीने ट्यूलिप का नाम एक जाँच में आया, जिसमें दावा किया गया था कि उनके परिवार ने बांग्लादेश में बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं में 3.9 अरब पाउंड तक का गबन किया है.

ट्यूलिप शेख़ हसीना की बहन रेहाना की बेटी हैं.

शेख़ हसीना हैं, जो बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और आवामी लीग की प्रमुख हैं. लेकिन बीते साल पद से हटाए जाने के बाद वह देश छोड़कर भारत आ गई थीं.

सिद्दीक़ लंदन हैम्पस्टेड एंड हाईगेट सीट से लेबर पार्टी की सांसद हैं. इससे पहले वह शेख़ हसीना से जुड़े लोगों की लंदन में संपत्तियों के इस्तेमाल के लिए भी गहन जांच के घेरे में आ चुकी हैं.

फ़ाइनेंशियल टाइम्स ने एक रिपोर्ट में ये दावा किया था कि शेख़ हसीना सरकार से जुड़े एक शख्स ने सिद्दीक़ को किंग्स क्रॉस इलाके की एक संपत्ति दी थी.

हालांकि, पिछले सप्ताह आई मेल ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में सिद्दीक़ ने ये फ्लैट तोहफ़े में मिलने की बात ख़ारिज की थी. सिद्दीक़ ने कहा था कि ये फ़्लैट उनके माता-पिता ने उन्हें खरीद कर दिया है. सिद्दीक़ ने अख़बार को ख़बर छापने पर क़ानूनी कार्रवाई की धमकी भी दी थी.

लेकिन लेबर पार्टी से जुड़े सूत्रों ने अख़बार को बताया था कि ये फ़्लैट सिद्दीक़ को एक प्रॉपर्टी डेवलेपर ने तोहफ़े में दिया था, जिसका सिद्दीक़ की मौसी से कथित नाता था.

सिद्दीक़ ने इस मामले की जांच पीएम के सलाहकार को सौंपी. इसके बाद सर लॉरी ने आठ दिन इस मामले की जांच में लगाए.

अपने पत्र में लॉरी ने कहा, “सिद्दीक़ ये मानती हैं कि काफ़ी समय तक उन्हें ये पता नहीं था कि किंग्स क्रॉस स्थित उनके फ्लैट का मालिक असल में कौन है, जबकि वो उस समय तक वह एक तोहफ़े के तौर पर दी गई ज़मीन की रजिस्ट्री के फॉर्म पर हस्ताक्षर कर चुकी थीं.”

उन्होंने कहा, “सिद्दीक़ ये मानकर चल रही थीं कि ये फ्लैट इसके पिछले मालिक से खरीदकर उनके माता-पिता ने उन्हें तोहफ़े में दिया है.”

लॉरी ने कहा, “इससे जनता को फ्लैट देने वाले की पहचान के बारे में अनजाने में गुमराह किया गया.”

लॉरी ने कहा कि ये एक ‘अफ़सोसजनक गलतफ़हमी’ थी. इसकी वजह से सिद्दीक़ ने मंत्री बनने के बाद अपने मालिकाना हक़ से जुड़ी जानकारी में सार्वजनिक तौर पर सुधार जारी किया.

चिट्ठी में लॉरी ने लिखा है कि वह मीडिया में आई सभी रिपोर्टों की व्यापक जांच नहीं कर सकते.

उन्होंने लिखा, “हालांकि, मुझे सिद्दीक़ और या उनके पति की लंदन में संपत्तियों के स्वामित्व के संबंध में की गई कार्रवाइयों से जुड़ी अनियमितताओं के सबूत नहीं मिले हैं. जिस विषय पर प्रेस का ध्यान रहा है.”

“मुझे सिद्दीक़ की स्वामित्व वाली संपत्तियों से जुड़ी कोई ऐसी असामान्य वित्तीय गतिविधि का भी कोई संकेत नहीं मिला है, जिसमें आवामी लीग (या इससे जुड़े संगठन) या बांग्लादेश शामिल हों. साथ ही मुझे ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जो ये संकेत दे कि सिद्दीक़ या उनके पति की वित्तीय संपत्ति किसी अवैध ज़रिए से हासिल की गई हो.”

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कौन हैं ट्यूलिप सिद्दीक़?

ट्यूलिप सिद्दीक़

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ट्यूलिप सिद्दीक़ 2015 से लेबर पार्टी की सांसद हैं. पहले वह हैम्पस्टेड एंड किलबर्न से सांसद हुआ करती थीं.

जब बीते साल लेबर पार्टी ने ब्रिटेन में सरकार बनाई तो सिद्दीक़ को वित्त मंत्रालय में इकोनॉमिक मंत्री का ओहदा दिया गया. इस मंत्रालय के ज़िम्मे ब्रिटेन का फ़ाइनेंशियल सेक्टर आता है.

14 जनवरी को इस्तीफ़ा देने से पहले सिद्दीक़ ये कह चुकी हैं कि उन्हें जो भी किया वो सब सार्वजनिक हैं और उन्होंने ये अपने अधिकारियों की सलाह से किया.

सिद्दीक़ के पिता बांग्लादेश की राजधानी ढाका की यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर थे. उनकी मां और शेख़ हसीना की बहन रेहाना शेख़ को उस वक्त ब्रिटेन ने शरण दी थी, जब वह काफ़ी कम उम्र की थीं.

सिद्दीक़ के माता-पिता की मुलाक़ात लंदन में हुई और वहीं दोनों ने शादी की. बाद में दोनों परिवार के साथ हैम्पस्टेड में रहने लगे. सिद्दीक़ के अलावा उनके एक बड़े भाई और छोटी बहन हैं.

सिद्दीक़ ने एक बार कहा था कि ‘उनके परिवार ने बहुसांस्कृतिक ब्रिटेन को अपना लिया.’

सिद्दीक़ बचपन में नेलसन मंडेला, बिल क्लिंटन और मदर टेरेसा जैसी बड़ी शख़्सियतों से मिल चुकी हैं. उनके परिवार को व्हाइट हाउस का न्योता भी मिला था.

सिद्दीक़ के नाना शेख़ मुजीबुर्ररहमान बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति थे.

साल 1975 में जब ढाका में सैन्य तख्तापलट हुआ तो मुजीबुर्ररहमान और उनके परिवार के अधिकांश सदस्यों की हत्या कर दी गई थी. हालांकि, उस समय शेख़ हसीना और सिद्दीक़ की मां रेहाना विदेश में थीं और इसलिए उनकी जान बच गई.

सिद्दीक़ महज़ 16 साल की उम्र में लेबर पार्टी से जुड़ गई थीं. सिद्दीक़ अपनी मां और मौसी को “दो मज़बूत नारीवादी” बताती रही हैं.

बांग्लादेश की अंतिरम सरकार ने क्या आरोप लगाए थे?

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शेख़ हसीना के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बॉबी हज्जाज के आरोपों के आधार पर बांग्लादेश में भ्रष्टाचार-रोधी इकाई कई आरोपों की जांच में जुटी है.

बीबीसी ने जो अदालती दस्तावेज़ देखे हैं उनके मुताबिक़, हज्जाज ने सिद्दीक़ पर आरोप लगाया है कि उन्होंने साल 2013 में रूस के साथ एक डील करवाने में अपनी मौसी शेख हसीना की मदद की थी. इस सौदे की वजह से बांग्लादेश के नए परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की कीमत हद से अधिक बढ़ गई.

इस सौदे पर हस्ताक्षर के समय सिद्दीक़ मौजूद थीं और उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ तस्वीर भी खिंचाई.

हालांकि, सर लॉरी की ओर से बताया गया कि “सिद्दीक़ ने इस दौरे के बारे में सफ़ाई दी है और बताया ये केवल परिवार से मिलने के लिए की गई यात्रा थी.”

उन्होंने कहा, “सिद्दीक़ ने ये स्पष्ट कर दिया है कि उनका बांग्लादेश और रूस की सरकारों के बीच हुई द्विपक्षीय चर्चाओं से कोई लेना-देना नहीं था.”

लॉरी ने कहा, “मैंने उनके स्पष्टीकरण को स्वीकार किया. लेकिन ये भी ध्यान देने योग्य है कि ये यात्रा बांग्लादेश में जाँच का हिस्सा हो सकती है.”

लॉरी ने कहा, “सिद्दीक़ बांग्लादेश की राजनीति में शामिल प्रमुख परिवारों में से एक की अहम सदस्य थीं, जिसके कारण गलत आचरण संबंधी आरोप लगे.”

उन्होंने कहा, “सिद्दीक़ के मंत्रीपद पर रहते हुए ज़िम्मेदारियों को देखते हुए, ये अफ़सोसजनक है कि वह अपनी प्रतिष्ठा के लिए संभावित जोख़िमों के प्रति अधिक सतर्क नहीं रहीं.”

सिद्दीक़ का इस्तीफ़ा स्वीकार करते हुए पीएम किएर स्टार्मर ने कहा कि उन्हें दुखी मन से ये करना पड़ रहा है. साथ ही उन्होंने मंत्री पद पर रहते हुए सिद्दीक़ की प्रतिबद्धता के लिए उन्हें शुक्रिया कहा.

उन्होंने कहा कि लॉरी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि सिद्दीक़ के मामले में मंत्री पद के नियमों का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है न तो वित्तीय गतिविधियों में कोई गड़बड़ी पाई गई है.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.

SOURCE : BBC NEWS