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चेन्नई: तमिलनाडु से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने प्राचीन मूर्तियों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में भगवान मुरुगन की नवपाषाण युग की दुर्लभ मूर्ति और हाथी के दांतों से बनी भगवान कृष्ण की मूर्ति बरामद की गई है। यह छापा राज्य के कंडियाकुप्पम इलाके में मारा गया।

वाइल्ड लाइफ कंट्रोल ब्यूरो को होसुर और कृष्णागिरी इलाके में अवैध रूप से हाथी के दांतों से बनी मूर्तियों की तस्करी की सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर आईपीएस अधिकारी कार्तिकेय के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने कंडियाकुप्पम में छापा मारा और वेंकटेशन तथा राजशेखर नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बरामद मूर्तियों की कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। पुलिस के अनुसार, भगवान मुरुगन की नवपाषाण युग की मूर्ति लगभग 35 करोड़ रुपये मूल्य की है, जबकि हाथी के दांतों से बनी कृष्ण की मूर्ति की कीमत करीब 35 लाख रुपये है। मुरुगन की मूर्ति 2 फीट लंबी है और इसका वजन लगभग 10 किलोग्राम है।

आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उन्हें तिरुवन्नामलाई जिला वन अधिकारियों को सौंप दिया। अब पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि बेंगलुरु का एक गिरोह इस तस्करी रैकेट में शामिल था। पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है कि इस गिरोह के तार और किन-किन इलाकों से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा, यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस नेटवर्क में और लोग शामिल हैं या फिर ऐसे ही और अवैध कार्य कहीं और चल रहे हैं।

यह मामला देश में प्राचीन धरोहरों और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती को उजागर करता है। पुलिस और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई से इस तस्करी रैकेट पर लगाम लगाई गई है, लेकिन जांच अभी जारी है।

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