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सेंट जॉन चर्च

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शुक्रवार शाम जर्मनी के मैगडेबर्ग शहर में लगे क्रिसमस बाज़ार में एक कार ने कई लोगों को टक्कर मारी.

इस हादसे में अब तक पांच लोगों की जान गई है और 200 से अधिक घायल हैं. मरने वालों में नौ साल का एक बच्चा और 75 साल की एक बुज़ुर्ग महिला भी शामिल हैं.

इस मामले में 50 साल के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है. पुलिस का कहना है कि इस व्यक्ति ने अकेले घटना को अंजाम दिया.

अब तक मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को मैगडेबर्ग में भीड़भाड़ वाले क्रिसमस बाज़ार में उन्होंने लोगों पर बीएमडब्ल्यू कार चला दी.

लाल रेखा
लाल रेखा

हमला कब कैसे हुआ?

घटना के बाद के हालात

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शुक्रवार शाम क़रीब सात बज कर दो मिनट पर इमर्जेंसी सेवाओं के पास मदद के लिए फ़ोन कॉल गया था.

फ़ोन करने वाले ने बताया कि शहर के बीच में क्रिसमस बाज़ार में एक व्यक्ति ने भीड़ पर कार चला दी है.

पुलिस ने बताया कि फ़ोन करने वाले व्यक्ति ने उन्हें बताया कि ये एक हादसा था, लेकिन बाद में ये साफ़ हुआ कि ये अलग मामला था.

पुलिस का कहना है कि कार चालक ने ट्रैफिक लाइट का इस्तेमाल किया और इसके बंद होते ही वो पैदल चलने वालों के लिए बने रास्ते पर आ गया. इस रास्ते से वो बाज़ार की मुख्य एंट्री में उस जगह तक पहुंच गया जहां इमर्जेंसी गाड़ियों की जगह थी. कार, रास्ते में आने वाले कई लोगों को कुचलते हुए निकली.

सोशल मीडिया पर घटना के कई वीडियो पोस्ट किए गए हैं. इन अपुष्ट वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि कार तेज़ रफ्तार से पैदल चलने वाली जगह पर आगे बढ़ती चली गई.

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बचने के लिए वो कूद कर कार के रास्ते से अलग हटने लगे, भाग गए या फिर छिप गए.

पुलिस का कहना है कि इसके बाद कार चालक उसी रास्ते वापिस रोड की तरफ आ गए, जहां ट्रैफिक लाइट पर उन्हें रोक लिया गया. क्रिसमस बाज़ार में पहले से ही मौजूद अधिकारियों ने कार चालक को पकड़ लिया और उन्हें हिरासत में लिया गया.

सशस्त्र पुलिसकर्मियों ने कार चालक को रोका और उन्हें पकड़ लिया. वीडिया फुटेज में देखा जा सकता है कि कार चालक ज़मीन पर पड़े हैं और उनके पास ही उनकी कार भी खड़ी है. ये एक बीएमडब्ल्यू कार है, जिसके फ्रंट बम्पर को खासा नुक़सान पहुंचा है और जिसका विंडस्क्रीन टूट गया है.

पुलिस का कहना है कि ये पूरी घटना तीन मिनट में ही घट गई.

कौन हैं पीड़ित?

महिलाएं

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इस हादसे में अब तक पांच लोगों की जान गई है. मरने वालों में चार महिलाएं और नौ साल का एक बच्चा है.

हादसे में जांन गंवाने वाली चार महिलाओं की उम्र 45 साल, 52 साल, 67 साल और 75 साल है.

इस हादसे में 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं जिनमें से कम से कम 41 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.

इससे पहले अधिकारियों ने कहा था कि हादसे में दो लोगों की मौत हुई है और 68 लोग घायल हैं. लेकिन शनिवार सवेरे अधिकारियों ने जो आंकड़े जारी किए उसके अनुसार हताहतों की संख्या अधिक थी.

अब तक हताहतों में से किसी की भी पहचान उजागर नहीं की गई है.

कौन हैं संदिग्ध?

घटनास्थल पर मौजूद पुलिस की गाड़ी

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स्थानीय मीडिया में आ रही ख़बरों के अनुसार संदिग्ध की पहचान तालिब अल-अब्दुलमोहसिन के रूप में की गई है.

50 साल के तालिब का जन्म सऊदी अरब में हुआ था. वो मनोचिकित्सक हैं और मैगडेबर्ग शहर से 40 किलोमीटर दूर बर्नबर्ग में रहते हैं.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार इस शहर की आबादी क़रीब 30 हज़ार है. तालिब यहां एक तीन मंज़िला इमारत में रहते थे. मार्च 2020 से वो यहां मनोचिकित्सक के तौर पर काम करते थे.

पुलिस का कहना है कि उन्हें गिरफ्तार कर उनकी कस्टडी ले ली गई है. उन पर पांच लोगों की हत्या, कई लोगों की हत्या की कोशिश और उन्हें शारीरिक नुक़सान पहुंचाने के आरोप लगाए गए हैं.

अधिकारियों का कहना है कि इस घटना के पीछे उनके इरादों के बारे में अब तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है, हालांकि उन्होंने इस घटना को अकेले अंजाम दिया है.

तालिब अल-अब्दुलमोहसिन साल 2006 में जर्मनी आए थे और उन्हें यहां साल 2016 में बतौर शरणार्थी पहचान मिली थी.

वो सऊदी अरब में काम किया करते थे और बाद में उन्होंने जर्मनी में शरणार्थी के तौर पर पनाह मांगी थी.

वो एक वेबसाइट चलाते थे जिसका मक़सद मुसलमानों को खाड़ी के उनके देशों में उत्पीड़न से बचने में मदद करना था.

पांच साल पहले, यानी साल 2019 में इसी बारे में उन्होंने बीबीसी को एक इंटरव्यू भी दिया था.

जर्मनी की गृह मंत्री नैन्सी फ़ेसर ने संवाददाताओं को बताया कि यह “स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है” संदिग्ध व्यक्ति “इस्लामोफ़ोबिक” सोच रखता है.

सोशल मीडिया पर वो इस्लाम के मुखर आलोचक हैं. उन्होंने यूरोप का इस्लामीकरण करने की कथित जर्मन अधिकारियों की साज़िश के षड्यंत्र के सिद्धांतों को बढ़ावा दिया.

उन्होंने जर्मनी की धुर दक्षिणपंथी राजनीतिक पार्टी, ‘अल्टरनेटिव फ़ॉर जर्मनी’ (एएफ़डी) के बारे में भी सोशल मीडिया पर सहानुभूति व्यक्त की और पार्टी के नेता और एक अति-दक्षिणपंथी कार्यकर्ता के पोस्ट को रीट्वीट किया.

मैगडेबर्ग के पुलिस प्रमुख टॉम-ओलिवर लैंगहंस के मुताबिक़ पुलिस ने पहले भी उनके बारे में आकलन किया था कि क्या संदिग्ध व्यक्ति भविष्य में ख़तरा पैदा कर सकते हैं. हालांकि वो कहते हैं कि “यह चर्चा एक साल पहले हुई थी.”

फे़सर ने जर्मन अख़बार ‘बिल्ड’ को बताया कि जांचकर्ता इस बात की “विस्तार से” जांच करेंगे कि अधिकारियों के पास पहले से अल-अब्दुलमोहसिन के बारे में क्या जानकारी थी और उसके संबंध में किस प्रकार जांच की गई थी.

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जर्मनी के माइग्रेशन और रिफ़्यूजी ऑफ़िस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में बताया कि उन्हें संदिग्ध के बारे में शिकायत मिली थी, जिसे उन्होंने “गंभीरता से लिया”, लेकिन चूंकि यह ऑफ़िस कोई जांच एजेंसी नहीं है, इसलिए उन्होंने इस शिकायत को अन्य अधिकारियों के पास भेजा दिया.

ऐसा माना जा रहा है कि जर्मन अधिकारियों को सऊदी अरब के अधिकारियों से एक गुप्त सूचना मिली थी.

सऊदी सरकार के एक क़रीबी सूत्र ने बीबीसी को बताया कि उसने जर्मन अधिकारियों को “नोट्स वर्बल” के नाम से चार आधिकारिक अधिसूचनाएं भेजी हैं, जिनमें अल-अब्दुलमोहसिन के “अति कट्टर विचारों” के बारे में चेतावनी दी गई है.

हालांकि एक आतंकरोधी विशेषज्ञ ने बीबीसी को बताया कि जर्मनी में शरण लेने वाली युवा सऊदी महिलाओं की मदद करने वाले किसी शख़्स को बदनाम करने का यह सऊदी अरब का दुष्प्रचार अभियान भी हो सकता है.

जर्मनी के संघीय आपराधिक पुलिस कार्यालय के प्रमुख होल्गर मंच ने जर्मनी के पब्लिक ब्रॉडकास्टर ज़ीडीएफ़ को बताया कि उनके कार्यालय को नवंबर 2023 में सऊदी अरब से एक नोटिस मिला था.

उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस ने इस मामले में जांच के लिए उचित कदम उठाए, लेकिन यह मामला अस्पष्ट था.

उन्होंने कहा, “संदिग्ध व्यक्ति के कई अधिकारियों के साथ संपर्क थे, जिन्हें उसने अपमानित किया और धमकियां भी दीं, लेकिन उसे हिंसक गतिविधियों के लिए नहीं जाना गया था.”

हमले के बारे में अधिकारियों ने क्या कहा?

मैगडेबर्ग बाज़ार

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जर्मन चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर कहा, “मैगडेबर्ग से आई रिपोर्ट बेहद बुरी आशंका पैदा करते हैं.”

जर्मनी के सार्वजनिक प्रसारक एमडीआर के मुताबिक़, मैगडेबर्ग में शांति और व्यवस्था के लिए ज़िम्मेदार सिटी काउंसिलर रोनी क्रुग ने कहा है कि वहां क्रिसमस बाज़ार बंद रहेंगे और “मैगडेबर्ग में क्रिसमस का त्योहार ख़त्म हो गया है.”

यही बात बाज़ार की वेबसाइट पर भी दिखाई दी, जहां हमले के बाद एक काली स्क्रीन पर शोक के शब्द लिखे थे. इसमें घोषणा की गई थी कि बाज़ार बंद अब हो गया है.

सऊदी सरकार ने एक्स पर एक बयान में “जर्मन लोगों और पीड़ितों के परिवारों के साथ एकजुटता” दिखाई है और हिंसा को नकारा है.

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर किएर स्टार्मर ने शुक्रवार की रात एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह “मैगडेबर्ग में हुए क्रूर हमले से डरे हुए हैं.” उन्होंने कहा कि उनकी संवेदना “पीड़ितों, उनके परिवारों और सभी प्रभावित लोगों” के साथ है.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.

SOURCE : BBC NEWS