Source :- NEWS18
Last Updated:May 12, 2025, 22:37 IST
Ibrahim Ali Khan Struggle: सैफ अली खान के नक्शेकदम पर चलते हुए बेटे इब्राहिम अली खान ने एक्टिंग को करियर बनाया, लेकिन पहली फिल्म ‘नादानियां’ रिलीज होते ही उन्हें ट्रोल किया गया. स्टारकिड ने अब अपनी जिंदगी के बा…और पढ़ें
नई दिल्ली: फिल्म ‘नादानियां’ की रिलीज के बाद सैफ अली खान के बेटे इब्राहिम अली खान को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. उन्हें लोग जज कर रहे थे. ट्रोल्स के बीच कई सितारों ने इब्राहिम अली खान का बचाव किया और उन्हें खास सलाह भी दी. अब स्टारकिड ने अपनी उस कुछ खामियों पर खुलकर बात की है, जिसकी वजह से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. (फोटो साभार: Instagram@iak)

इब्राहिम अली खान को बचपन से कुछ दिक्कतें हैं. उन्होंने जीक्यू को दिए इंटरव्यू में बताया कि उन्हें आज भी काफी मेहनत करनी पड़ती है. दरअसल, उन्हें जन्म के बाद ‘पीलिया’ ने जकड़ लिया था, जिसकी वजह से उनकी बोलने और सुनने की क्षमता पर बुरा असर पड़ा था.(फोटो साभार: Instagram@iak)

इब्राहिम अली खान बोले, ‘जन्म के तुरंत बाद मुझे बड़ा खराब पीलिया हुआ था, जिसने सीधा मेरे ब्रेनस्टेम पर अटैक किया. मेरी सुनने की क्षमता कम हुई और उससे मेरे स्पीच में भी असर पड़ा.’ (फोटो साभार: Instagram@iak)

इब्राहिम ने अपने बोलचाल को दुरुस्त करने के लिए सालों तक मेहनत की और आज भी कर रहे हैं. वे बोले, ‘मैं बचपन से अपनी स्पीच, कोच और थेरेपिस्ट की मदद से सुधारने की कोशिश कर रहा हूं. यह परफेक्ट नहीं है. मैं आज भी इस पर खूब काम करता हूं.’ (फोटो साभार: Instagram@iak)

इब्राहिम की दिक्कतों के बावजूद उनके माता-पिता अमृता और सैफ ने उन्हें इंग्लैंड के बोर्डिंग स्कूल भेजने पर झिझक महसूस नहीं की. उन्हें शुरू में ढलने में मुश्किलें आईं, लेकिन अनुभव ने उन्हें एक शख्स के तौर पर बेहतर बनाया. (फोटो साभार: Instagram@iak)

इब्राहिम अली खान बोले, ‘भारतीय होने की वजह से वहां एडजस्ट करना मुश्किल था, लेकिन वो मेरी जिंदगी के बेहतरीन 4 साल थे. मैंने स्पोर्ट्स खेले, नए दोस्त बनाए और बहुत कुछ सीखा. मेरी तब स्पीच बहुत खराब थी. हालात ने मुझे ऐसी जगह पहुंचा दिया था, जहां मुझे सर्वाइव करना था.’ (फोटो साभार: Instagram@iak)

इब्राहिम अली खान एक अमीर शहजादे की तरह नहीं लगते. वे इसे समझते हैं. उन्होंने बहुत सी चीजें खुद संभाली हैं. वे कहते हैं, ‘मुझे अमीर बच्चे जैसा नहीं लगना था, लेकिन आप सिर्फ 14 साल के हैं और आपको सबकुछ संभालना है. बोर्डिंग स्कूल आसान नहीं होते. यह बहुत सख्त होते हैं. फिर भी, इसने मेरी शख्सियत को आकार दिया और जिंदगी को लेकर मेरे नजरिये को बदला.’ (फोटो साभार: Instagram@iak)
SOURCE : NEWS18