Source :- NEWS18
Last Updated:May 24, 2025, 19:47 IST
मियाज़ाकी आम, जिसे ‘सूरज का अंडा’ कहा जाता है, दुनिया का सबसे महंगा आम है जिसकी कीमत 1.5 लाख से 2.75 लाख रुपये प्रति किलो है. यह जापान में उगाया जाता है और इसकी खेती में खास देखभाल की जाती है.
हाइलाइट्स
- मियाज़ाकी आम की कीमत 1.5 से 2.75 लाख रुपये प्रति किलो है.
- यह आम जापान के मियाज़ाकी प्रांत में उगाया जाता है.
- मियाज़ाकी आम में बीटा कैरोटीन, एंटीऑक्सीडेंट्स, और हाई फाइबर होता है.
आम को फलों का राजा कहा जाता है और भारत में इसकी कई किस्में पाई जाती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक आम ऐसा भी है जिसकी कीमत सुनकर आप हैरान रह जाएंगे? हम बात कर रहे हैं जापान में उगाए जाने वाले मियाज़ाकी आम की, जिसे ‘एग ऑफ द सन’ यानी ‘सूरज का अंडा’ भी कहा जाता है. यह दुनिया का सबसे महंगा आम माना जाता है जिसकी कीमत एक किलो के लिए 1.5 लाख रुपये से 2.75 लाख रुपये तक हो सकती है. इसकी खासियत सिर्फ इसका स्वाद ही नहीं, बल्कि इसकी चमकदार रंगत, पौष्टिकता और खेती की बारीक विधि भी है.
मियाज़ाकी आम की उत्पत्ति जापान के मियाज़ाकी नामक प्रांत में हुई थी. यहां की खास जलवायु और देखभाल के तरीके इस आम को खास बनाते हैं. इस आम की त्वचा चमकदार लाल होती है, जो देखने में बिल्कुल जेम्स की तरह लगती है. इसे उगाने के लिए हर फल को अलग से जाल में लटकाया जाता है ताकि वह धूप, हवा और बारिश से संतुलित पोषण पाकर विकसित हो. यह जाल उसे पेड़ से गिरने से भी बचाता है और इस प्रक्रिया में आम का आकार और गुणवत्ता बहुत बेहतर होती है. इस आम का वजन आम तौर पर 350 ग्राम से अधिक होता है और इसमें प्राकृतिक शुगर की मात्रा लगभग 15% से ज्यादा पाई जाती है.
मियाज़ाकी आम में न केवल स्वाद जबरदस्त होता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है. इसमें बीटा कैरोटीन, एंटीऑक्सीडेंट्स, और हाई फाइबर पाया जाता है जो आंखों की रोशनी बढ़ाने, पाचन सुधारने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है. यह आम पूरी तरह से रेशे रहित होता है और इसका गूदा बेहद नरम और रसदार होता है, जो मुंह में घुल जाता है.
भारत में भी अब कुछ किसानों ने इस खास आम की खेती शुरू कर दी है. बिहार और महाराष्ट्र के कुछ किसान जापान से पौधे मंगवाकर इसकी ट्रायल खेती कर रहे हैं और शुरुआती सफलताएं भी मिल रही हैं. हालांकि इस आम की खेती आसान नहीं है क्योंकि इसे बहुत खास देखभाल और उपयुक्त जलवायु की आवश्यकता होती है. यही वजह है कि इसकी कीमत इतनी ज्यादा होती है.
मियाज़ाकी आम को जापान में आमतौर पर खास अवसरों पर उपहार में दिया जाता है. वहां इसे लक्ज़री फल माना जाता है और हाई क्लास गिफ्टिंग में इसका खूब चलन है. भारत में भी अगर इसकी खेती व्यवस्थित रूप से हो तो यह किसानों के लिए लाभ का सौदा बन सकता है.
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विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 2 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18…और पढ़ें
विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 2 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18… और पढ़ें
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