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पाकिस्तान के पेशावर में सरकार की हालत इतनी खराब हो गई है कि उनके पास अपने कर्मचारियों को सैलरी देने तक के लाले पड़ गए हैं। पेशावर में सरकारी कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ हल्ला-बोल कर दिया है। कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिल पाई है। उन्होंने सरकार को जल्द सैलरी रिलीज करने की चेतावनी दी है। मांगे नहीं मानने पर हड़ताल पर जाने की धमकी दी है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, सिटी मेट्रोपॉलिटन सरकार गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही है, जिससे सरकार समय पर वेतन देने में असमर्थ है। कई कर्मचारियों का कहना है कि वो अपने घर का बिजली और गैस जैसी बुनियादी बिल तक चुकाने में असमर्थ हैं। कई श्रमिकों ने बताया कि बिल न चुकाने के कारण उनके बिजली कनेक्शन काट दिए गए हैं, जबकि स्थानीय दुकानदारों ने सामान के लिए उधार देना बंद कर दिया है।
कर्मचारियों ने वित्तीय संकट के लिए महापौर कार्यालय और स्थानीय सरकारी अधिकारियों सहित शहबाज शरीफ सरकार की नीतियों को दोषी ठहराया है। रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ती कठिनाई के बावजूद अधिकारियों ने अभी तक इस मुद्दे को का कोई हल नहीं ढूंढा है, इससे कर्मचारियों में नाराजगी है।
आरोप- हड़ताल के बाद ही रिलीज करते हैं सैलरी
यूनाइटेड म्यूनिसिपल वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष मलिक मुहम्मद नवीद अवान ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे प्रांत में स्थानीय सरकारी कर्मचारी एक ही मुद्दे का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को केवल विरोध प्रदर्शन या हड़ताल करने के बाद ही वेतन मिलता है, यह पैटर्न हर महीने आम हो गया है। इससे श्रमिकों में चिंता पैदा हो गई है, उन्हें चिंता है कि अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो स्थिति और खराब हो सकती है।
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