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विमान

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23 मिनट पहले

अमेरिका के लॉस एंजेलिस में लगी आग पर काबू पाने के लिए कई विमानों को लगातार गुलाबी रंग का एक तरल पदार्थ आग पर गिराते देखा जा रहा है.

लॉस एंजेलिस में जंगल की आग के फैलकर कई रिहाइशी इलाक़े को अपनी चपेट में ले चुका है. इस आग की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है.

इस आग की वजह से अब तक अरबों डॉलर की संपत्ति का नुक़सान हो चुका है. रविवार को मौसम पर नज़र रखने वाली एक निजी कंपनी ने आग की वजह से क़रीब 250 अरब अमेरिकी डॉलर के आर्थिक नुक़सान का अनुमान लगाया है.

इस आग पर काबू पाने के लिए फायर फाइटर्स लगातार कोशिश कर रहे हैं और अभी भी कई जगहों पर उनका यह प्रयास जारी है.

लकीर
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क्या है ये पिंक लिक्विड

पैलिसेड्स

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लॉस एंजेलिस में हवाई जहाज़ से आग पर गुलाबी यानी पिंक रंग का लिक्विड गिराया जा रहा है.

दरअसल ये एक फ़ायर रिटार्डेंट है, यानी ऐसा पदार्थ जो आग लगने या जलने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है.

यह गुलाबी पदार्थ पानी, साल्ट्स (केमिकल) और उर्वरकों का मिश्रण है. इसमें मूल रूप से अमोनियम फॉस्फेट मिला हुआ घोल होता है.

आग के जलने के लिए ऑक्सीजन की ज़रूरत होती है और यह रासायनिक मिश्रण से आग को मिलने वाला ऑक्सीजन रोक देता है. ताकि यह ज़्यादा तेज़ी से न फैल सके.

अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस की एक ख़बर के मुताबिक़ यह अमोनियम पॉलिफॉस्फेट जैसे साल्ट्स (केमिकल) का बना होता है जो पानी की तरह आसानी से भाप बनकर उड़ता नहीं है, बल्कि लंबे समय तक सतह पर मौजूद रहता है.

इससे उस सतह (जहां आग लगी हो) को ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो पाती है और आग की लपटें धीमी हो जाती हैं.

इस तरह से यह तरल पदार्थ आग को फैलने से रोकने का काम करता है.

आग बुझाने के लिए इस्तेमाल इस केमिकल को गुलाबी रंग इसलिए दिया जाता है ताकि दमकल कर्मियों को ये पता चल जाए कि कहां इसका इस्तेमाल हो चुका है.

इसके अलावा ये रंग आग की ज़द में आए क्षेत्र को भी साफ़ दिखाता है. इससे लोगों को पता चलता है कि कौन से इलाके आग से प्रभावित हैं.

आग पर काबू पाने की ये तकनीक विवादों में भी रही है क्योंकि इस केमिकल के इंसानों और पर्यावरण पर होने वाले असर को लेकर चिंता जताई जाती है.

आग कितनी भयावह

एडम ब्रोडी और उनकी पत्नी लीटन मीस्टर

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अंग्रेज़ी अख़बार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ गुरुवार को अमेरिकी फॉरेस्ट सर्विस ने बताया है कि ऐसे नौ बड़े हवाई जहाज़ और पानी छिड़कने वाले 20 हेलीकॉप्टर्स को आग पर काबू पाने के अभियान में शामिल किया गया है.

अमेरिका के लॉस एंजेलिस में फ़ायर फ़ाइटर्स के हवाले से मिली अधिकारिक जानकारी के अनुसार के तीन जगहों पर अभी भी आग बुझाने का काम जारी है.

यहां पर कम से कम छह जगहों पर आग लगी थी, जिसमें से कुछ जगहों पर आग पर क़ाबू नहीं पाया जा सका है.

वहीं इटन और हर्स्ट में अभी भी बड़े हिस्से आग की ज़द में हैं. रविवार शाम फ़ायर फ़ाइटर्स ने जानकारी दी कि कैनेथ में लगी आग को 100 फ़ीसदी क़ाबू कर लिया गया है.

आग के कारण अब तक लॉस एंजेलिस में अब तक 24 लोगों की मौत हुई है.

हज़ारों एकड़ पर फैली इस आग के कारण लाखों लोगों को इलाक़ा खाली कर सुरक्षित जगहों पर जाना पड़ा है.

ये आग यहां हज़ारों घरों और लाखों गाड़ियों को जला चुकी है. जिन लोगों के घर इस आग में तबाह हुए हैं उनमें आम लोगों के साथ-साथ कई सेलिब्रिटी भी हैं.

नेटफ्लिक्स के शो ‘नोबडी वॉन्ट्स दिस’ में काम कर चुके एक्टर एडम ब्रोडी और उनकी पत्नी लीटन मीस्टर (जो ‘गॉसिप गर्ल’ में काम कर चुकी हैं) का घर आग में तबाह हो चुका है.

लॉस एंजेलिस के हॉलीवुड हिल्स इलाक़े में हज़ारों इमारतें नष्ट हो गई हैं. इनमें घर, स्कूल और प्रतिष्ठित सनसेट बुलेवार्ड पर स्थित व्यवसायिक इमारतें शामिल हैं.

क्या है आग फैलने की वजह

हेलीकॉप्टर

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स्थानीय अधिकारियों ने लॉस एंजेलिस में आग लगने के पीछे तेज़ हवाओं और सूखे मौसम की तरफ इशारा किया है. जिसकी वजह से पेड़-पौधे सूख गए और उनमें आग फैलना आसान हो गया.

हालांकि तेज़ हवाएं और बारिश की कमी मौजूदा आग का कारण बन रही है.

इस आग के फैलने का एक बड़ी वजह ‘सेंटा एना’ हवाएँ हैं, जो ज़मीन से समुद्र तट की ओर बहती हैं. माना जाता है कि क़रीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे से ज़्यादा की गति से चलने वाली इन हवाओं ने आग को अधिक भड़काया.

सेंटा एना हवाएं अमेरिका के पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा से तट की ओर बहती हैं. ये हवाएं साल में कई बार बहती हैं.

विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन हालात को बदल रहे हैं. इसकी वजह से आग की संभावना लगातार बढ़ रही है.

अमेरिकी सरकार के रिसर्च में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पश्चिमी अमेरिका में बड़े पैमाने पर जंगलों में लगी भीषण आग का संबंध जलवायु परिवर्तन से है.

अमेरिका में महासागर और वायुमंडल से जुड़े प्रशासन का कहना है, “बढ़ती गर्मी, लंबे समय तक सूखा और प्यासे वायुमंडल सहित जलवायु परिवर्तन पश्चिमी अमेरिका के जंगलों आग के ख़तरे और इसके फैलने की प्रमुख वजह रहे हैं.”

हाल के महीनों में गर्मी के मौसम का बहुत ज़्यादा गर्म रहना और बारिश की कमी की वजह से कैलिफोर्निया ख़ास तौर पर असुरक्षित है.

अमेरिका में दक्षिणी कैलिफोर्निया में आग लगने का मौसम आमतौर पर मई से अक्टूबर तक माना जाता है. लेकिन राज्य के गवर्नर गैविन न्यूसम ने पहले ही बताया है कि आग लगना पूरे साल की एक समस्या बन गई है.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित

SOURCE : BBC NEWS