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राहुल गांधी और प्रियंका गांधी

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रियंका गांधी वाड्रा की तुलना अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाली विभूतियों कित्तूर रानी चेन्नम्मा और झांसी की रानी लक्ष्मी बाई से की। यह कहते हुए कि प्रियंका गांधी ‘स्त्री शक्ति’ का प्रतिनिधित्व करती हैं। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को ‘युवा शक्ति’ का प्रतीक बताया। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने यह टिप्पणी कांग्रेस के ‘गांधी भारत’ कार्यक्रम के दौरान की, जो बेलगावी में महात्मा गांधी की अध्यक्षता में 1924 में हुए कांग्रेस के अधिवेशन के 100 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित किया गया था।

उन्होंने कहा, “अगर कोई कित्तूर की चेनम्मा हैं तो प्रियंका गांधी हैं। अगर कोई झांसी की रानी हैं तो प्रियंका गांधी हैं। वह बहुत मजबूत हैं। राजीव गांधी की हत्या के बाद उन्होंने ही परिवार को संभाला। हमारे पास स्त्री शक्ति (प्रियंका गांधी में) और युवा शक्ति राहुल गांधी हैं।” उन्होंने कहा, “बेलगावी कित्तूर रानी चेन्नम्मा का जन्मस्थान है। वह एक महान महिला थीं, जिन्होंने देश के सम्मान और देश के लोगों के लिए लड़ाई लड़ी। इसी तरह, अगर कोई शक्तिशाली महिला है जो भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ लड़ रही है तो वह प्रियंका गांधी वाड्रा हैं। उनमें वह साहस है।”

अमित शाह पर निशाना साधा

खरगे ने कहा कि राहुल और प्रियंका दोनों ने देश में एक अलग प्रतिष्ठा अर्जित की है, जो अद्वितीय है। उन्होंने कहा, “हमारे पास स्त्री शक्ति (प्रियंका गांधी) है और हमारे पास राहुल गांधी के रूप में युवा शक्ति है। हम सभी आपके साथ हैं।” ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा गया और उन पर हाल ही में राज्यसभा में भारतीय संविधान और इसके निर्माता बी. आर. आंबेडकर का ‘अपमान’ करने का आरोप लगाया गया। केंद्रीय मंत्री ने आरोपों को “ढूठ” बताकर खारिज कर दिया था।

सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप 

खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और उनके समर्थकों पर गांधी परिवार पर हमला करने के लिए सत्ता का “दुरुपयोग” करने का आरोप लगाया और इस बात पर जोर दिया कि विपक्ष के सामने उनका कोई मुकाबला नहीं है। खरगे ने बेलगावी में दिए गए महात्मा गांधी के प्रसिद्ध बयान को भी याद किया, “मैं जिंदा रहना चाहता हूं भारत के लिए, मरना चाहता हूं भारत के लिए।” उन्होंने दावा किया कि गांधी की हत्या करने वाला नाथूराम गोडसे हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर का शिष्य था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह हालांकि गांधी के प्रति सम्मान दिखाते हैं, लेकिन वास्तव में वे गोडसे की पूजा करते हैं।

मतभेद का आरोप लगाकर खेल खेलने का आरोप  

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने भाजपा पर जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और गांधी एवं आंबेडकर के बीच मतभेद का आरोप लगाकर “खेल खेलने” का भी आरोप लगाया। भाजपा के कांग्रेस ने आंबेडकर की हार सुनिश्चित करके उनका अपमान करने के दावे का खंडन करते हुए खरगे ने जनता को एक पत्र दिखाया, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि यह आंबेडकर द्वारा उनके मित्र कमलाकांत को लिखा गया था, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया था कि सावरकर और एस. ए. डांगे उनकी हार के लिए जिम्मेदार थे।

बाबा साहेब को लेकर बीजेपी पर हमला

खरगे ने कहा, “आज भाजपा आंबेडकर का नाम जपती है और संविधान के आगे सिर झुकाती है। यह क्या नौटंकी है? अगर संविधान, आंबेडकर और नेहरू की मूर्तियां जलाने वाला कोई है तो वह भाजपा और आरएसएस और हिंदू महासभा है।” कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि यह उनकी पार्टी थी जिसने आंबेडकर को चुनाव जीतने में मदद की थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्वविद्यालयों में दलितों और पिछड़े समुदायों को “परेशान” कर रहा है, जबकि सरकारी क्षेत्र में दलितों के लिए भर्तियां हो रही हैं।

“मस्जिदों के नीचे मंदिर ढूंढ रहे” 

देश में हो रहे मस्जिदों के सर्वेक्षणों पर खरगे ने कहा, “भाजपा और आरएसएस मस्जिदों के नीचे मंदिर ढूंढ रहे हैं। वे ऐसा क्यों कर रहे हैं? उन्हें पछताना पड़ेगा, क्योंकि यह देश की एकता के लिए खतरनाक है।” कांग्रेस नेता ने मोदी पर उनके इस कथित बयान के लिए कटाक्ष किया कि लोगों को महात्मा गांधी के बारे में रिचर्ड एटनबरो की फिल्म “गांधी” देखने के बाद पता चला। (भाषा इनपुट)

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