Source :- LIVE HINDUSTAN
भारत-पाक सीजफायर से पहले चीन की डिफेंस कंपनियों के शेयरों में अच्छी तेजी आई थी, जिससे निवेशकों के बीच यह उम्मीद जगी कि संघर्ष लंबे समय तक चलने की स्थिति में बीजिंग, पाकिस्तान को हथियार उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाएगा।

मिसाइल से लेकर फाइटर जेट तक बनाने वाली चीन की डिफेंस कंपनियों के शेयर मंगलवार को धड़ाम हो गए हैं। भारत-पाकिस्तान के सीजफायर के बाद चीन की डिफेंस कंपनियों के शेयर फुस्स हो गए हैं। हैंगसेंग चाइना ए एयरोस्पेस एंड डिफेंस इंडेक्स मंगलवार को करीब 3% लुढ़ककर 4,269.62 पर बंद हुआ। वहीं, चाइनीज डिफेंस स्टॉक्स में 9% तक की गिरावट आई है। पिछले हफ्ते 2 दिन में ही 35% से ज्यादा चढ़ने वाले एवीआईसी चेंगदू एयरक्राफ्ट के शेयर मंगलवार को 9.2 पर्सेंट लुढ़क गए हैं। PL-15 मिसाइल्स बनाने वाली चाइनीज कंपनी झूझोउ होंगडा इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन के शेयर 6 पर्सेंट से अधिक टूट गए हैं। वहीं, मिलिट्री और सिविलियन वेसेल्स बनाने वाली कंपनी चाइना स्टेट शिपबिल्डिंग कॉरपोरेशन के शेयर 4% से अधिक लुढ़क गए हैं। इसके अलावा, चाइनीज डिफेंस स्टॉक सन क्रिएट इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में 6.25% और सिचुआन तियानवेई इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में 8 पर्सेंट से ज्यादा की गिरावट आई है।
सीजफायर से पहले चाइनीज डिफेंस स्टॉक्स में आई थी तेजी
भारत-पाकिस्तान के सीजफायर से पहले कुछ दिनों में चाइनीज डिफेंस स्टॉक्स में अच्छी तेजी आई थी, जिससे इनवेस्टर्स के बीच यह उम्मीद जगी कि संघर्ष लंबे समय तक खिंचने की स्थिति में बीजिंग, पाकिस्तान को हथियार उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाएगा। सीजफायर से पहले जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था, तब J-17 और J-10C फाइटर एयरक्राफ्ट बनाने वाली कंपनी एवीआईसी चेंगदू एयरक्राफ्ट के शेयर दो दिन में 35 पर्सेंट से अधिक उछल गए थे। शेनझेन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड एवीआईसी चेंगदू एयरक्राफ्ट के शेयर पिछले गुरुवार को 20 पर्सेंट चढ़ गए थे। वहीं, बुधवार को कंपनी के शेयरों में 17 पर्सेंट से अधिक का उछाल आया था। एवीआईसी चेंगदू एयरक्राफ्ट, चीन की सरकार के मालिकाना हक वाली AVIC की सहायक कंपनी है। मिलिट्री एयरक्राफ्ट और हेलिकॉप्टर्स बनाने वाली AVIC एयरोस्पेस के शेयरों में भी पिछले दिनों अच्छी तेजी आई थी।
पाकिस्तान के हथियारों के आयात में चीन की 81% हिस्सेदारी
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के मुताबिक, साल 2019 से 2023 के बीच पाकिस्तान के हथियारों के आयात में चीन की हिस्सेदारी 81 पर्सेंट रही। इस अवधि के दौरान चीन ने पाकिस्तान को टोटल 5.28 बिलियन डॉलर वैल्यू के हथियारों का एक्सपोर्ट किया, यह पाकिस्तान के टोटल डिफेंस इंपोर्ट का 63 पर्सेंट रहा। चीन, पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा हथियार विक्रेता बना हुआ है।
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