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पिछले एक महीने में डिफेंस इंडेक्स के 22% के मुकाबले इस स्टॉक में 45% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान निफ्टी 50 में 3% बढ़ा है।
Data Pattern Share: भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किए जाने के बाद से लगातार डिफेंस सेक्टर के शेयरों में उछाल देखने को मिला है। 22 अप्रैल पहलगाम अटैक के बाद से 7 मई ऑपरेशन सिंदूर और फिर 10 मई को भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम के बाद करीबन 12 दिनों के दौरान निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स 4% बढ़ा, जबकि निफ्टी 50 में 1.4% बढ़ गया। इस बीच, तेजस लड़ाकू विमानों और ब्रह्मोस मिसाइलों के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम बनाने वाली कंपनी डेटा पैटर्न के शेयरों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। पिछले एक महीने में डिफेंस इंडेक्स के 22% के मुकाबले इस स्टॉक में 45% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान निफ्टी 50 में 3% बढ़ा है।
ब्रोकरेज भी हैं बुलिश
डेटा पैटर्न के शेयर में लगातार तेजी और चौथी तिमाही के शानदार नतीजों के चलते ब्रोकिंग कंपनियां भी इस शेयर पर पॉजिटिव हैं और लंबी अवधि के लिए इसे ‘खरीदने’ की सलाह दे रहे हैं। विदेशी ब्रोकिंग फर्म जेफरीज ने 4,715 रुपये के टारगेट के साथ ‘खरीदें’ की सिफारिश की है, जो कि इसके वर्तमान प्राइस 2,657 रुपये से लगभग 76% अधिक है। यह शेयर 75x के वैल्यू-टू-इनकम (पी/ई) गुणक पर कारोबार कर रहा है, जिसे महंगा माना जाता है।
मार्च तिमाही के नतीजे
31 मार्च, 2025 को समाप्त चौथी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू डबल हो गया और यह 396 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं, कंपनी का कुल मुनाफा 60% बढ़कर 114 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2025 के लिए कुल रेवेन्यू 35% बढ़कर 754 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने 2 रुपये के फेस वैल्यू के साथ 7.90 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड घोषित किया है। बीएसई के अनुसार, रिटेल निवेशकों के पास कुल होल्डिंग का 19% और एचएनआई के पास 11% है। म्यूचुअल फंड के पास केवल 5% हिस्सेदारी है।
कंपनी की क्या है योजना
डेटा पैटर्न ने सोमवार को बिजनेसलाइन को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि कंपनी को सशस्त्र बलों से अधिक पूछताछ मिल रही है और हाल ही में एक सफल मिसाइल परीक्षण के बाद अपने ब्रह्मोस ‘सीकर्स’ के लिए ऑर्डर मिलने के लिए भी तैयार है। डेटा पैटर्न के संस्थापक और अध्यक्ष श्रीनिवासगोपालन रंगराजन ने बताया, “हमें जल्द से जल्द ऑर्डर देने के लिए भी कहा जा रहा है। बस 3-4 सप्ताह पहले, डीआरडीओ द्वारा मिसाइल परीक्षणों के हिस्से के रूप में हमारे सीकर्स का ब्रह्मोस में उड़ान परीक्षण किया गया था। हमें उम्मीद है कि अतिरिक्त ब्रह्मोस सीकर यूनिट्स के लिए ऑर्डर जल्द ही आएंगे।”। बता दें कि मिसाइल सिस्सटम में, एक सीकर एक महत्वपूर्ण कंपोनेंट होता है जो लक्ष्य का पता लगाता है और उसे ट्रैक करता है। डेटा पैटर्न के प्रोडक्ट्स पहले से ही ब्रह्मोस मिसाइल के ग्राउंड-आधारित और मोबाइल-आधारित लॉन्च को शक्ति प्रदान करते हैं और अब यह मिसाइल के लिए सीकर्स की आपूर्ति भी करेगा। इसके बारे में कहा गया है कि उसने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
कंपनी का कारोबार
कंपनी बिल्ड-टू-स्पेक्स कारोबार में काम करती है। डेटा पैटर्न ऑटोमेटेड टेस्टिंग इक्विपमेंट, एवियोनिक्स प्रोडक्ट्स और फाइबर ऑप्टिक्स में सक्रिय है। तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर और ब्रह्मोस मिसाइलों के अलावा यह विभिन्न संचार और इलेक्ट्रॉनिक-खुफिया सिस्टम में सक्रिय रूप से शामिल है। यह हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) जैसे प्रमुख रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों के साथ-साथ DRDO और ISRO जैसी प्रमुख सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर काम करता है। बता दें कि ब्रह्मोस मिसाइल दिल्ली से इस्लामाबाद तक मिनटों में पहुंच सकती है, जिससे इसे रणनीतिक हथियार माना जाता है, जो भारत की सुरक्षा को मजबूती प्रदान करता है। ब्रह्मोस मिसाइल को जमीन, समुद्र और हवा से लॉन्च किया जा सकता है, जिससे यह विभिन्न युद्ध परिदृश्यों में बेहद प्रभावी और बहुमुखी हथियार साबित होती है। ब्रह्मोस की रेंज लगभग 400 किलोमीटर है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पुष्टि की कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को नष्ट करने के लिए स्वदेशी रूप से विकसित ब्रह्मोस मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था।
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