Source :- LIVE HINDUSTAN

वॉशिंगटन एयरपोर्ट पर पहुंचे इन लोगों को लाने के लिए विमान भी अमेरिका से ही गया था। डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालते ही शरणार्थियों की एंट्री पर रोक लगा दी थी, लेकिन वाइट अफ्रीकी इसके दायरे से बाहर रखे गए थे। इसका आधार ट्रंप प्रशासन ने यह दिया था कि वाइट अफ्रीकी दक्षिण अफ्रीका में अल्पसंख्यक हैं।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, वॉशिंगटनTue, 13 May 2025 09:49 AM
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भारत समेत कई देशों के लोगों को वापस भेजा, पर इनका अमेरिका में स्वागत; आ सकते हैं 8000

डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार अमेरिका की सत्ता में आने के बाद से भारतीयों समेत कई देशों के लोगों को वापस भेजा है। उन्होंने ऐसे लोगों को अमेरिका से बाहर किया है, जो बिना किसी वैध वीजा के वहां पहुंचे थे। इनमें से बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी थे, जो किसी एजेंट्स के जाल में फंसकर अमेरिका पहुंचाए गए थे। इसके लिए उनसे बड़ी रकम भी ली गई थी। फिर भी डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने कोई रहम न दिखाते हुए इन्हें अपने देश से बाहर कर दिया। इनमें भारत, ब्राजील, मेक्सिको, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश समेत कई मुल्कों के लोग शामिल थे। लेकिन अब डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने दक्षिण अफ्रीका से आए श्नेत लोगों का स्वागत किया है। वाइट अफ्रीकी कहे जाने वाले इन लोगों का जहाज सोमवार को ही अमेरिका पहुंचा।

वॉशिंगटन एयरपोर्ट पर पहुंचे इन लोगों को लाने के लिए विमान भी अमेरिका से ही गया था। डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालते ही शरणार्थियों की एंट्री पर रोक लगा दी थी, लेकिन वाइट अफ्रीकी इसके दायरे से बाहर रखे गए थे। इसका आधार ट्रंप प्रशासन ने यह दिया था कि वाइट अफ्रीकी दक्षिण अफ्रीका में अल्पसंख्यक हैं। उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्हें नौकरियों से दूर रखा जा रहा है। नस्ल के आधार पर उनके खिलाफ हिंसक घटनाएं हो रही हैं और सार्वजनिक सेवाओं में भेदभाव किया जाता है। फिलहाल प्लेन में 49 लोग साउथ अफ्रीका से अमेरिका आए हैं। इस बीच 8000 ऐसे वाइट अफ्रीकी हैं, जिन्होंने अमेरिका में ही बसने की इच्छा जताई है।

डोनाल्ड ट्रंप भी इन लोगों के प्रति खासे उदार हैं। उन्होंने कहा कि हम इन्हें नागरिकता देंगे क्योंकि ये अपने मुल्क में नरसंहार का शिकार हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वहां किसानों को मारा जा रहा है क्योंकि वे श्वेत हैं। लेकिन हमारे लिए श्वेत और अश्वेत का कोई भेद नहीं है। दक्षिण अफ्रीका में श्वेत किसानों को क्रूरता से मारा जा रहा है और उनकी जमीनें छीनी जा रही हैं। हालांकि न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में ट्रंप के दावे पर ही सवाल खड़े किए गए हैं।

न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा- गलत है डोनाल्ड ट्रंप का दावा

रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ श्वेत अफ्रीकियों की हत्याएं हुई हैं, लेकिन ज्यादा कत्ल अश्वेत लोगों के ही हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि अप्रैल 2020 से मार्च 2024 तक साउथ अफ्रीका में खेतों में 225 मौतें हुई हैं। पुलिस का कहना है कि इनमें 101 लोग वे हैं, जो खेतों में मजदूरी कर रहे थे। इनमें से अधिकतर अश्वेत ही थे। इसके अलावा 53 ऐसे लोगों का भी कत्ल हुआ है, जो श्वेत नस्ल के थे। अमेरिका में एक वर्ग का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप की श्वेतों को एंट्री और अन्य लोगों को बाहर करने की नीति भेदभावपूर्ण है।

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