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नई दिल्ली. ‘पुकार’, ‘अंजाम’, खलनायक, तेजाब, ‘साजन’, ‘बेटा’, ‘हम आपके हैं कौन’ ये माधुरी दीक्षित की वो फिल्में हैं, जिनके गानों से लेकर फिल्म की कहानी को आज भी लोग भूल नहीं पाए हैं. माधुरी दीक्षित सिर्फ अपनी अदाओं और डांस के लिए ही नहीं, बल्कि दमदार डायलॉग डिलीवरी के लिए भी जानी जाती हैं. पर्दे पर उनकी एक्टिंग सबसे जुदा. उन्होंने नामी एक्टर्स ही नहीं पर्दे के नामी विलेन्स के साथ भी काम किया है. इस लिस्ट में अमरीश पुरी, नाना पाटेकर, डैनी डेन्जोंगपा जैसे कई नाम शामिल हैं, जिन्होंने पर्दे पर निगेटिव किरदार से लोगों को खूब डराया. जिसको पर्दे पर देखते ही लोग समझ जाते थे कि अब कोई ‘बला’ आने वाली है. ऐसे ही एक ‘विलेन’ है, जिन्हें माधुरी के साथ रेप सीन शूट करना था, लेकिन वो खुद डर से घबराए हुए थे.
ये एक्टर और कोई नहीं बल्कि दिग्गज एक्टर गोविंद नामदेव हैं, जिनके किरदार समाज के अंधविश्वास, भ्रष्टाचार या तानाशाही रवैये का चेहरा दिखाते थे. वो कभी दबंग नेता के रूप में नजर आते तो कभी भ्रष्ट पुलिस अफसर, कभी रूढ़िवादी परिवार के मुखिया तो कभी माफिया से जुड़ा नेता. माधुरी दीक्षित के साथ उन्होंने 1996 की फिल्म ‘प्रेम ग्रंथ’ में सा काम किया है. फिल्म में उन्होंने ‘घनश्याम’ का किरदार निभाया था.
शूटिंग के दौरान घबराया ‘विलेन’
फिल्म में ‘घनश्याम’ ही वो शख्स होता है, जिसने ‘मंदा’ को रेप किया होता है. फिल्म के इस सीन को गोविंद नामदेव और माधुरी दीक्षित के बीच फिल्माया जाना था, लेकिन इसकी शूटिंग के दौरान दोनों की हालत खराब थी.
रेप सीन शूट करते वक्त घबराया था ‘विलेन’
मशहूर विलेन गोविंद नामदेव ने एक इंटरव्यू में बताया कि वे फिल्म ‘प्रेम ग्रंथ’ में माधुरी दीक्षित के साथ रेप सीन शूट करते वक्त घबरा गए थे, मगर माधुरी दीक्षित ने उनके लिए वह सीन शूट करना आसान बना दिया था. गोविंद नामदेव ने ‘हिंदी रश’ को दिए इंटरव्यू में बताया कि वे फिल्म के रेप सीन के शूट के बाद माधुरी दीक्षित के फैन बन गए थे.
राजीव कपूर की ये पहली और अंतिम डायरेक्ट की गई फिल्म थी.
कहीं कोई ऊंच-नीच न हो जाए…
गोविंद नामदेव ने माधुरी दीक्षित ने कहा था, ‘उनका (माधुरी दीक्षित का) रवैया मुझे बहुत कंफर्टेबल कर दिया. हमने सीन लगभग आखिर में शूट किया… मैं हाथ जोड़कर कहता था, ‘मैं यह करने जा रहा हूं’. वह कहती थीं, ‘हां, ठीक है’. मैं डर रहा था कि कहीं कोई ऊंच-नीच न हो जाए और हमारे बीच रिश्ता खराब हो जाए.’ एक्टर ने कहा उन्होंने मुझे आजाद महसूस कराया.
माधुरी के मुरीद हुए गोविंद नामदेव
उन्होंने कहा आगे कहा था कि अगर एक नया एक्टर जो नर्वस और सचेत है. उसे बड़े एक्टर से ऐसा मदद मिलती है तो वे अपना 100 प्रतिशत दे सकते हैं. लेकिन सच ये है कि आमतौर पर ऐसा नहीं होता. एक एक्ट्रेस अपने ही ऑरा में रहती है. लेकिन माधुरी ने शुरुआत से ही मेरी बहुत मदद की.
आमतौर पर रोमांटिक हीरो के रूप में पहचाने जाने वाले ऋषि कपूर ने इस फिल्म में एक आदर्शवादी वकील का किरदार निभाया था.
राजीव कपूर के निर्देशन पर बनी थी फिल्म
1996 में आई फिल्म ‘प्रेम ग्रंथ’ की बात करें तो फिल्म का निर्देशन राजीव कपूर ने किया था. फिल्म में ऋषि कपूर भी मुख्य भूमिका में थे. यह फिल्म थॉमस हार्डी के उपन्यास ‘टेस ऑफ द ड’अर्बरविल्स’ का अडेप्टेशन है.
फिल्म का बजट और कलेक्शन
फिल्म के बजट और कमाई की बात करें तो ‘प्रेम ग्रंथ’ का बजट लगभग 6 करोड़ रुपये था. फिल्म ने भारत में लगभग 7.75 करोड़ रुपये और दुनिया भर में 11.57 करोड़ रुपये कमाए.
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