Source :- NEWS18

Written by:

Last Updated:May 16, 2025, 07:22 IST

Rishi Kapoor Share Secret: एक्टिंग की दुनिया के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी. बचपन से ही वह एक्टर बनने का सपना देखते हुए बड़े हुए थे. लेकिन जब साल 1973 में बतौर लीड…और पढ़ें

मुस्कान पर फिदा थीं लड़कियां

हाइलाइट्स

  • ऋषि कपूर ने 1973 में फिल्म बॉबी से डेब्यू किया.
  • पहली फिल्म की सफलता से ऋषि कपूर घमंडी हो गए थे.
  • ऋषि कपूर ने 50 साल तक इंडस्ट्री पर राज किया.

नई दिल्ली. ऋषि कपूर ने करियर की शुरुआत साल 1973 में आई फिल्म बॉबी से की थी. पिता के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म से उन्होंने डेब्यू करते ही उस सफलता को पाया, जिसका स्वाद चखने के लिए एक्टर्स को सालों लग जाते थे. इस फिल्म ने उन्हें इंडस्ट्री में रोमांटिक किंग बना दिया था.फिल्म की सफलता का खुमार ऋषि कपूर के सिर ऐसा चढ़ा कि वह घमंडी हो गए थे. इस बात का खुलासा खुद एक्टर ने किया था.

बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता ऋषि कपूर ने अपने सिने करियर में सिर्फ रोमांटिक रोल ही निभाए थे.इस बात का मलाल उन्हें था भी, वह अक्सर अपने इंटरव्यू में कहा करते थे कि मैंने हमेशा एक जैसा ही काम किया.लोगों को खूब बेवकूफ बनाया, लेकिन फैंस के प्यार ने मुझे स्टार बना दिया. यही वजह थी कि वह 50 साल तक इंडस्ट्री पर राज करते रहे.उन्होंने एक्शन के दौर में रोमांटिक हीरो बनकर एंट्री की और सुपरस्टार बन गए.

डेब्यू करते ही ले उड़ा अवॉर्ड, फिर 1 केस ने बर्बाद कर दिया बना बनाया करियर, जेल में बीताने पड़े थे 7 साल

डेब्यू फिल्म ने बनाया था रातोंरात सुपरस्टार

साल 1973 में जब 21 साल की उम्र में फिल्म बॉब से ऋषि कपूर ने फिल्मी दुनिया में कदम रखा तो अपने काम से उन्होंने लोगों को ऐसा दिल जीता कि सफलता को देखकर वह खुद भी हैरान हो गए थे. इसके बाद उन्हें इसी तरह के रोल ऑफर होने लगे थे. ऋषि कपूर ने भी अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि मैं तो गिटार बजाकर लोगों को बेवकूफ बना रहा था.इस फिल्म ने उन्हें स्टार के रूप में पेश किया. इस फिल्म के बाद उन्हें कई और फिल्मों के भी ऑफर मिलने लगे.लेकिन वह सफलता पाकर घमंडी हो गए थे.

ऋषि कपूर ल्यूकेमिया से पीड़ित थे. ब्लड कैंसर से पीड़ित एक्टर का लंबे समय तक मुंबई के हॉस्पिटल में इलाज चला था. एक लंबी लड़ाई के बाद ऋषि कपूर 30 अप्रैल, 2020 को जिंदगी लड़ाई हार गए.

गजब का था अंदाज

मेरे अंदर घमंड आ गया था…

कपिल शर्मा के शो में ऋषि कपूर ने खुद इस बात का खुलासा किया था कि पहली फिल्म हिट होने के बाद वह समझ ही नहीं रहे थे कि उनके साथ क्या हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘डेब्यू से मिली सक्सेस के बाद मेरे अंदर घमंड आ गया था. वो उस समय किसी को कुछ नहीं समझते थे और उन हरकतों को उन्होंने नादानी के किस्से भी कहा था. कहा, ‘मैं किसी को कुछ समझता ही नहीं था. सोचो 21 की उम्र में इतना पैसा, शोहरत, नाम, कहीं जाओ, जहां जाओ मतलब मेरे अंदर घमंड आ गया था, मैं एक वक्त के बाद बहुत गलत किस्म का इंसान बन गया था. मैं सच अपने मुंह से कह रहा हूं, मैं किसी को कुछ समझता ही नहीं था. कोई रोल भी लाता था, तो उसमें बदलाव करने लगता था कि ऐसे नहीं ऐसा करो. फिर मेरी उम्र ही क्या थी, तो वो सब नादानी थी. मैं नादान था तब, लेकिन आज के बच्चे 16-17 की उम्र में सब जानते हैं.’

बता दें कि ऋषि कपूर ने अपने करियर में हर बड़ी छोटी एक्ट्रेस के साथ काम किया है. लेकिन साल 1982 में आई पिता की फिल्म ‘प्रेम रोग’ में उन्होंने पद्मिनी कोल्हापुरे के साथ ऐसे लड़के का रोल निभाया था कि लोग फिल्म की तारीफ करते नहीं थकते थे. फिल्म ने उस दौर में बॉक्स ऑफिस पर बवाल काट दिया था. इतना ही नहीं दिल्ली में तो फिल्म की टिकट तक मिलना मुश्किल हो गया था.

भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखें
homeentertainment

‘मेरे अंदर घमंड आ गया था’, स्टाडर के नशे में चूर था ये सुपरस्टार

और पढ़ें

SOURCE : NEWS18