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अपने प्यार को जाहिर करने के लिए अब छोटी-छोटी, कोमल बातें प्यार में अब ज्यादा मायने रखने लगी हैं। हाल ही में एक ऑनलाइन डेटिंग वेबसाइट द्वारा भारतीय युवाओं पर किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है। रिश्ते और प्यार की दुनिया के इस नए ट्रेंड के बारे में बता रही हैं स्मिता

अपने प्यार को जाहिर करने के लिए अब आपको चांद-सितारे तोड़ने की बिल्कुल जरूरत नहीं। छोटी-छोटी, कोमल बातें प्यार में अब ज्यादा मायने रखने लगी हैं। हाल ही में एक ऑनलाइन डेटिंग वेबसाइट द्वारा भारतीय युवाओं पर किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है। रिश्ते और प्यार की दुनिया के इस नए ट्रेंड के बारे में बता रही हैं स्मिता

एक-दूसरे के साथ सुकून के पल

समाज विज्ञानी डॉ. परमानंद कुमार बताते हैं,‘डेटिंग की दुनिया में आया यह बदलाव सामाजिक परिदृश्य में आ चुके बदलाव को दर्शा रहा है। यह सच है कि आज लोग अधिक व्यवहारिक हो गए हैं। प्रेमी युगल कल्पना जगत में विचरने की बजाय अपने संबंधों को अधिक यथार्थवादी रूप में देखने लगे हैं। उन्हें लगता है कि उनका आपसी संबंध तभी मजबूत होगा, जब वे प्यार को सतही नहीं, बल्कि सार्थक तरीके से देखेंगे। यही वजह है कि उन्हें दिखावा नहीं चाहिए, बल्कि एक-दूसरे के साथ सुकून के पल चाहिए, जो साथ में एक कप कॉफी पीने से भी मिल सकता है।

कहते हैं कि प्यार को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए पहाड़ लांघने की जरूरत नहीं है। छोटी-छोटी खुशियां भी प्रेम की प्रगाढ़ता के लिए काफी है। संजीत और अनिका दोनों अपनी-अपनी कंपनी में सीईओ हैं। दोनों के पास इतना पैसा है कि उनके लिए एक-दूसरे को महंगे उपहार देना और किसी रेस्तरां में खाना खाने का न्योता देना एक समान है। उन्हें लगता है कि दोनों के बीच प्यार बढ़ाने के लिए कुछ खास होना चाहिए। जब तकनीक का बोलबाला हो, तो डेटिंग ऐप्स प्यार-मोहब्बत को परवान चढ़ाने का काम तो करेंगे ही। तभी तो संजीत और अनिका भी पिछले कुछ वर्षों में सिचुएशनशिप, नैनोशिप और र्बैंंचग जैसे शब्दों से रूबरू हो गए हैं।। पर, अब वे लोग माइक्रो-र्मैंन्सग का लुत्फ उठा रहे हैं। संजीत और अनिका की तरह अन्य युवा जोड़ों के बीच यह शब्द न सिर्फ लोकप्रिय हुआ है, बल्कि प्रेम का बंधन भी मजबूत कर रहा है।

छोटे प्रयासों का बड़ा असर

पिछले कुछ दिनों से डेटिंग की दुनिया में एक नया शब्द प्रचलित हो रहा है, माइक्रो-र्मैंन्सग यानी अपने प्यार को जाहिर करने के लिए कुछ बहुत बड़ा करने की जगह छोटे, लेकिन अर्थपूर्ण चीजों पर ऊर्जा लगाना। इस ट्रेंड के अनुसार, एक-दूसरे से मन की बात साझा करके या फिर साथ में मॉर्निंग वॉक करने या फिर दूसरों के सामने एक-दूसरे की छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर भी मोहब्बत को मजबूती दी जा सकती है। इसमें जोड़े हर छोटे-छोटे पलों का मजा लेने पर बल देते हैं।

समाज में क्यों आया यह बदलाव?

रिलेशनशिप एक्सपर्ट सोनाली वकारे बताती हैं, ‘डिजिटल युग में हर काम तुरत-फुरत हो जाता है, इसलिए आज का युवा प्यार पाने के लिए भी लंबी प्रतीक्षा नहीं करना चाहता है। पहले लोग प्रेमी-प्रेमिका के सामने अपनी भावनाओं को प्रकट करने के लिए विशेष दिन या त्योहार की तलाश करते थे। अब वे न केवल अपनी भावनाएं तुरंत प्रकट करते हैं, बल्कि उसका परिणाम भी जल्दी जान लेना चाहते हैं। वे अपनी भावनाओं को प्रकट करने में भी कोई तामझाम नहीं रखना चाहते। वे छोटी-छोटी चीजों से अपना प्यार जाहिर करना चाहते हैं क्योंकि यह प्रक्रिया आसान होने के साथ-साथ व्यवहारिक भी है।

दिखावा नहीं, भावनाओं पर जोर

मनोविज्ञानी ईशा कुमारी बताती हैं, ‘डेटिंग की दुनिया का यह नया ट्रेंड शानो-शौकत वाली पार्टी का आयोजन करने पर जोर नहीं देता। यह ट्रेंड जोड़े को सिर्फ समय निकालकर कुछ पल साथ बिताने के लिए कहता है, एक दूसरे के प्रति प्रेम और परवाह वाली बात कहने पर जोर देता है। छोटी भाव-भंगिमा के जरिये मोहब्बत प्रकट करने के लिए कहता है। माइक्रो-मैन्स पूरी तरह छोटे-छोटे पलों में खुशी ढूंढ़ने जैसा है। इसमें सिर्फ व्यक्ति के विचार सामने आते हैं, इसलिए यह प्यार प्रदर्शित करने के अन्य तरीकों से बिल्कुल अलग और अधिक विश्वसनीय है। सबसे बड़ी बात, इसके लिए विस्तृत योजना बनाने या खर्च करने की भी जरूरत नहीं पड़ती है।

पार्टनर की खूबियों पर ध्यान

एक्सपर्ट बताते हैं कि यह ट्रेंड एक-दूसरे को अच्छी तरह जानने-समझने का अवसर देती है। युवा जोड़े के सामने इसने प्यार का एक बिल्कुल नया अर्थ रख दिया है। यह जानकर बहुत अच्छा लगता है कि जिसे आप प्यार कर रहे हैं, वह आपकी परवाह करता है। सामने वाला अपने साथी को बहुत अधिक महत्व दे रहा है। वह आपके बारे में गंभीरता के साथ सोच रहा है। यह बात रिश्ते को और अधिक प्रगाढ़ बनाता है। माइक्रो-मैन्स प्यार के साधारण पल को असाधारण भाव में बदलने की ताकत रखता है।

टूट रहे रिश्ते को जोड़ने का काम

माइंडसेट कोच बिनीता यादव कहती हैं, ‘मेरे पास ऐसे कई जोड़े आते हैं, जिनका रिश्ता टूटने की कगार पर होता है। वे एक-दूसरे की आदतों, व्यवहार से आहत रहते हैं। मैं पहले सेशन में तो सिर्फ उनके दिल के दर्द, आहत जज्बातों की कहानियां सुनती हूं। जब उनके मन में बैठा गुबार बाहर निकल जाता है, तो मैं उनके दिमाग को सिर्फ जीवन की छोटी-छोटी खुशियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहती हूं। साथ खाना खाने, तो कभी कहीं घूमने जाने की सलाह देती हूं। ये सभी उपाय माइक्रो-र्मैंन्सग के ही तो हैं। मैंने देखा है कि ये कीमती पल प्रेमी युगल के गिले-शिकवे को दूर करने, टूटे हुए रिश्तों को जोड़ने, उनमें प्यार के अहसास को दोबारा जगाने में बहुत मदद करते हैं। ’

आपसी समझ होती है बेहतर

रिलेशनशिप एक्सपर्ट सोनाली वकारे कहती हैं, ‘आधुनिक महिलाएं शर्माने-संकोच करने की बजाय अपने रिश्ते को लेकर स्पष्ट राय रखती हैं। वे आत्मनिर्भर हैं, इसलिए उन्हें अपने पार्टनर से बहुत अधिक रुपये-पैसे नहीं, बल्कि प्रेम और सम्मान की दरकार होती है। महिलाएं किसी तरह के कल्पनालोक में नहीं, बल्कि यथार्थ के धरातल पर रहना चाहती हैं। वे अपने पार्टनर से आसमान से तारे तोड़ लाने की अपेक्षा नहीं करती हैं, बल्कि एक-दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम बिताना चाहती हैं, ताकि अपने रिश्ते को मजबूती दे सकें।’

क्या कहते हैं शोध

हाल ही में ऑनलाइन डेटिंग वेबसाइट बम्बल ने भारतीय जोड़ों पर एक अध्ययन किया। अध्ययन के अनुसार, जोड़े इन दिनों अपने प्रेम के प्रदर्शन के लिए बड़े-बड़े वादे और दिखावा नहीं करते हैं, बल्कि माइक्रो-मैन्स को अपना रहे हैं। यह शब्द माइक्रो और रोमांस को मिलाकर बनाया गया है और इसका मतलब है, अपने प्यार को जताने के लिए साथी की छोटी-छोटी बातों और चीजों पर ध्यान देना। इस शोध में शामिल 92 प्रतिशत लोग मानते हैं कि अब एक-दूजे का प्यार पाने के लिए चांद-तारे तोड़ लाने की जरूरत नहीं है। प्यार की गर्माहट रोजमर्रा के जीवन में एक-दूसरे के लिए छोटे-छोटे काम के जरिये भी बढ़ाई जा सकती है।

आजमाएं ये 3 उपाय

1 रिश्ता चाहे कितना भी पुराना क्यों न हो गया हो, साथी को सरप्राइज देना बंद न करें। सरप्राइज हर किसी को, हर उम्र में पसंद आता है। आप साथी की तारीफ करते हुए उन्हें एक मैसेज भेज सकती हैं, उनके साथ कोई सुखद पुरानी याद साझा कर सकती हैं या फिर कुछ और नहीं तो उनका पसंदीदा स्नैक्स शाम को ऑफिस से घर लौटते वक्त लेकर आ सकती हैं।

2 जिंदगी की भागदौड़ में हम एक-दूसरे की मेहनत को नजरअंदाज कर जाते हैं। रिश्ते को चलाने में दोनों ओर से मेहनत होती है। इस मेहनत का बीच-बीच में शुक्रिया अदा करना न भूलें। कभी लंच बॉक्स में, तो कभी ऑफिस बैग में थैंक यू लिखकर जरूर रखें।

3 और सबसे जरूरी बात, रिश्ते से जुड़े जरूरी तारीख आदि को याद रखें और साथी को उस दिन खास महसूस करवाएं। छोटी-छोटी बातों को याद रखना साथी को यह जताने में आपकी मदद करेगा कि आप उनका कितना खयाल रखती हैं।

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