Source :- LIVE HINDUSTAN
कंपनी ने सोमवार को बयान जारी कर बताया कि 350 करोड़ रुपये में किया गया यह अधिग्रहण रसना की गैर-कार्बोनेटेड पेय श्रेणी को और मजबूती देगा।
देश की अग्रणी इंस्टेंट बेवरेज निर्माता कंपनी रसना प्राइवेट लिमिटेड ने 350 करोड़ रुपये में प्रतिष्ठित ब्रांड ‘जंपिन’ का अधिग्रहण कर देश के तेजी से बढ़ते रेडी-टू-ड्रिंक (आरटीडी) सेगमेंट में आधिकारिक रूप से प्रवेश कर लिया है। कंपनी ने सोमवार को बयान जारी कर बताया कि 350 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर स्वतंत्र रूप से किया गया यह अधिग्रहण रसना की गैर-कार्बोनेटेड पेय श्रेणी को और मजबूती देगा। यह कंपनी के दीर्घकालिक पोर्टफोलियो विविधीकरण तथा ब्रांड समेकन रणनीति का हिस्सा है।
क्या है डिटेल
पूर्व में गोदरेज समूह द्वारा लॉन्च किया गया ‘जंपिन’ 1980 के दशक में भारत का पहला टेट्रापैक ब्रांड था, जिसे उसकी स्वादिष्ट पेशकशों और यादगार विज्ञापनों के लिए उपभोक्ताओं का भरपूर प्यार मिला। अब रसना द्वारा अधिग्रहण किए जाने के बाद जंपिन को भारतीय फलों के रस से बने एक प्रीमियम, पौष्टिक और स्वादिष्ट पेय के रूप में पुनः लॉन्च किया जा रहा है। यह उत्पाद आधुनिक खुदरा चैनलों, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और रसना के व्यापक ग्रामीण वितरण नेटवर्क के जरिए भारत भर में उपलब्ध होगा।
कंपनी ने क्या कहा?
रसना ग्रुप के अध्यक्ष पिरुज खंबाटा ने कहा, “जंपिन का अधिग्रहण हमारे विकास पथ में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल हमारे उत्पाद पोर्टफोलियो को समृद्ध करेगा बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देने वाली हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।”
नए जमाने के उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए जंपिन को 250 मिलीलीटर (मिली), 600 मिली और 1.2 लीटर पीईटी बोतलों में तथा 125 मिली, 200 मिली और एक लीटर के टेट्रा पैक में लॉन्च किया जाएगा। मैंगो, लेमन, लीची और अमरूद जैसे लोकप्रिय फ्लेवर्स के साथ शुरुआत करते हुए ब्रांड का लक्ष्य प्रमुख शहरी और क्षेत्रीय बाजारों में मजबूत उपस्थिति बनाना है, जिसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार किया जाएगा।
यह अधिग्रहण ऐसे समय में हुआ है जब भारत का आरटीडी पेय बाजार तेज गति से बढ़ रहा है। आईएमएआरसी के अनुसार, भारतीय फलों के रस का बाजार वर्ष 2033 तक 1.22 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है, जिसमें 11.9 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर रहने का अनुमान है। रसना इस ट्रेंड का लाभ उठाकर आरटीडी क्षेत्र में 1000 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
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