Source :- NEWS18
Last Updated:June 08, 2025, 18:16 IST
चंकी पांडे आज एक पॉपुलर स्टार हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा दौर भी देखा था, जब उन्हें सिर्फ सी ग्रेड फिल्में मिल रही थीं. उन्होंने एक बार अपने हालात की तुलना अमिताभ बच्चन से की, जो तब किसी फिल्म में काम नहीं कर रहे थे.
नई दिल्ली: फिल्म ‘आंखें’ से चंकी पांडे पॉपुलर हुए थे. उन्हें बाद में कई शॉक लगे. 1990 के दशक के आखिर में चंकी पांडे को अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे. उन्होंने मजबूरन कैरेक्टर रोल निभाने शुरू किए. मुश्किल समय में चंकी पांडे ने एक बार खुद की तुलना मेगास्टार अमिताभ बच्चन से की थी, जो उस समय फिल्मों से ब्रेक ले रहे थे. एक्टर ने एक पुराने इंटरव्यू में अपनी मंशा को साफ किया. उन्होंने तब अमिताभ बच्चन के लिए कहा था, ‘वो काम करता नहीं, मुझे काम मिलता नहीं.’ (फोटो साभार: Instagram@chunkypanday)

चंकी ने लेहरें के साथ इंटरव्यू में कहा, ‘देखो मैं दूसरे एक्टर्स पर बहुत जोक बनाता हूं तो मैंने सोचा कि मैं आप पर भी जोक बनाऊं. देखिए, मैं अमित जी का बड़ा फैन हूं, मुझे उम्मीद है कि उन्हें बुरा नहीं लगेगा, क्योंकि मैंने उनके ऊपर जोक नहीं बनाया, अपने ऊपर बनाया.’ (फोटो साभार: Instagram@chunkypanday)

चंकी ने अपनी बात साफ की. दरअसल, वे काम न मिलने से परेशान नहीं थे, बल्कि उन्हें जो भूमिकाएं मिल रही थीं, उससे उन्हें दिक्कत थी. (फोटो साभार: Instagram@chunkypanday)

एक्टर ने कहा, ‘जब मैं कह रहा था कि मुझे काम मिलता नहीं, मैं कहना चाह रहा था कि मुझे अपने किस्म का काम नहीं मिलता. वैसे मुझे रोज 2 फिल्मों के ऑफर आते हैं, लेकिन वो किस्म की फिल्में मैं नहीं करना चाहता.’ उन्होंने आगे कहा, ‘आप जानते हैं सी-ग्रेड फिल्में, जहां प्रोड्यूसर का कुछ पता नहीं होता, डायरेक्टर कौन है और फिल्म आधी बनेगी, कैसे बनेगी, गरीबी में बनेगी, जबरदस्ती बनेगी… मैंने ऐसी 4-5 फिल्में कर ली हैं. मैं ये गलती नहीं करना चाहता. मैं ये गलती फिर से नहीं करना चाहता.’ (फोटो साभार: Instagram@chunkypanday)

चंकी ने कहा, ‘तो मैं काम नहीं कर रहा हूं क्योंकि मैं काम नहीं करना चाहता, इसलिए मेरे हालात अमिताभ बच्चन जैसे हैं.’ चंकी पांडे ने उसी इंटरव्यू में इस धारणा को तोड़ा कि वे अभिनय नहीं कर सकते. यह टैग उनके करियर के शुरुआती समय में उनके साथ जुड़ा था. (फोटो साभार: Instagram@chunkypanday)

चंकी ने आगे कहा, ‘नॉन-एक्टर तो कभी किसी ने नहीं कहा. हां, कभी-कभी मैंने 32 रीटेक दिए. कभी कंफ्यूजन हुआ.’ उन्होंने जोर देकर कहा, ‘किसी ने नहीं कहा कि चंकी पांडे उनकी फिल्म में खराब थे. सबने कहा कि वह औसत थे, अच्छे थे, सुधार हुआ है. वह बेहतर थे.’ (फोटो साभार: Instagram@chunkypanday)

चंकी पांडे ने अपने सफर पर सोचते हुए कहा कि ट्रेडिशनल हीरो की भूमिका निभाना कैरेक्टर रोल की तुलना में सीमित हो सकता है. वे कहते हैं, ‘वो क्या होता है जब आप एक रेगुलर हीरो का रोल करते हैं, तो बहुत कम स्कोप होता है. हीरो हमेशा अच्छा रहता है, इंसाफ के लिए लड़ता है, अपनी मां के लिए लड़ता है, अपनी बहन के लिए लड़ता है… आप एक फॉर्मूला में फंस जाते हैं.’ (फोटो साभार: Instagram@chunkypanday)

चंकी पांडे ने आखिर में कहा, ‘लेकिन जब आप एक कैरेक्टर रोल निभाते हैं, जैसे मैंने ‘तेजाब’, ‘लुटेरे’ में किया है, तो उसमें विविधता आ जाती है. एक स्कोप मिलता है कुछ करने का.’ (फोटो साभार: Instagram@chunkypanday)
SOURCE : NEWS18