Source :- LIVE HINDUSTAN
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके साथी निर्वाचित उपराष्ट्रपति जेडी वेंस 20 जनवरी को अपने पदों की शपथ लेंगे। लेकिन इसके पहले रविवार को जेडी वेंस के एक बयान के बाद अमेरिकी राजनीतिक हलको में चर्चा शुरू हो गई है। दरअसल, वेंस ने रविवार को कैपिटल हिल दंगे को लेकर कहा कि मेरा मानना है कि 6 जनवरी को दंगों में हुए हिंसा में शामिल लोगों को माफी नहीं मिलनी चाहिए। लोगों के बीच में इस बयान को लेकर चर्चा इसलिए शुरू हुई है क्योंकि ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि वह पद की शपथ लेते ही उन लोगों को माफी दे देंगे।
फॉक्स न्यूज से बात करते हुए वेंस ने कहा,” जिन भी लोगों ने उस दिन कैपिटल हिल पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया था और अच्छी तरह से अपनी बात रखी थी, उन्हें माफ कर देना चाहिए। लेकिन अगर किसी ने दंगा किया और हिंसा की थी तो मेरा मानना है कि उसे माफी नहीं मिलनी चाहिए।”
इससे पहले, अपने चुनाव अभियान के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि 6 जनवरी को जो कुछ भी हुआ उसमें शामिल सभी लोगों को माफ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन लोगों पर बहुत ही खराब तरीके से मुकदमा चलाया जा रहा है। मैं उनका दर्द समझता हूं। ट्रंप ने कहा कि मैं जिस दिन राष्ट्रपति पद की शपथ लूंगा उसी दिन उनके मामले को देखूंगा और उन्हें माफी दूंगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि कहा कि उन लोगों ने पुलिस पर हमला किया क्योंकि उनके पास कोई विकल्प नहीं था। मैं इस सिस्टम को जानता हूं। यह बहुत ही भ्रष्ट सिस्टम हैं। उन्होंने कई व्यक्तियों को बिना किसी गुनाह के 2 से 30 सालों के लिए जेल में डाल दिया। उनके जीवन को बर्बाद कर दिया। मैं उनको माफी दूंगा और उनके जीवन को बचाऊंगा।
ट्रंप चुनाव जीतने के बाद भी अपनी इसी बात पर कायम रहे हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले ही कहा था कि वह 6 जनवरी की हिंसा में दोषी ठहराए गए लोगों को क्षमा करने के बारे में विचार कर रहे हैं और वह उनमें से किसी को भी अलग नहीं छोड़ेंगे।
ट्रंप के इन बयानों और आगामी उपराष्ट्रपति के बयानों में विरोधाभास के बीच अमेरिका में राजनीति तेज हो गई। बाद में वेंस ने सोशल मीडिया पर अपने बयान को लेकर सफाई दी। उन्होंने लिखा कि राष्ट्रपति और मैं 6 जनवरी की घटना को लेकर दोषी ठहराए गए लोगों के केस को व्यक्तिगत रूप से देखेंगे और बाद में यह निर्धारित किया जाएगा कि माफ करने का क्या स्तर होगा।
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